Seasonal Fruits for Diabetes Patients: गर्मियों में आम, लीची, केला और तरबूज जैसे फलों की डिमांड बढ़ जाती है। मौसमी फलों के सेवन से शरीर में ठंडक तो पहुंचती ही है साथ ही, इन्हें खाने से कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं। इन फलों में कई पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो सेहत को बेहतर बनाने में मददगार हैं। आम में भरपूर मात्रा में आयरन होता है जो शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाते हैं। वहीं, लीची में विटामिन सी प्रचुर मात्रा में मौजूद होता है। इसके अलावा, केला और तरबूज जैसे फल में पोटैशियम की अधिकता होती है।

इतने स्वास्थ्य लाभों के बावजूद इन चारों फलों में नैचुरल शुगर ज्यादा होता है। ऐसा माना जाता है कि डायबिटीज रोगियों को ऐसे फलों से परहेज करना चाहिए जिनमें प्राकृतिक मिठास ज्यादा हो। हालांकि, स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि अगर इन फलों को सीमित मात्रा में खाया जाए तो शुगर लेवल बढ़ने का खतरा नहीं होता है। आइए जानते हैं –

लीची: लीची के प्रति 100 ग्राम में 71.5 मिलीग्राम विटामिन-सी होता है जो लोगों को संक्रमण मुक्त रखने में मदद करता है। इम्युनिटी मजबूत करने के अलावा, ये फल वजन कम करने और पाचन तंत्र बेहतर करने में मददगार साबित होता है। वहीं, इस फल में कई शक्तिशाली फाइटोकेमिकल्स और एंटी-ऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं जो लीची को एंटी डायबिटिक फ्रूट बनाते हैं। हालांकि, इसका सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए।

केला: केले को गुणों का खदान माना जाता है जो पोटैशियम और एंटी-ऑक्सीडेंट्स भरपूर होते हैं। ये पाचन तंत्र को मजबूत करते हैं और भूख मिटाने में सहायक होते हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञ मानते हैं कि केला खाने से शरीर को पर्याप्त मात्रा में ऊर्जा मिलती है। लेकिन डायबिटीज रोगियों को एक केला से अधिक नहीं खाना चाहिए।

आम: आम शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल के उत्पादन को कम करके गुड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाता है। साथ ही, ये फल मोटापा घटाने में भी कारगर है। बता दें कि अधिक वजनदार लोगों को डायबिटीज का खतरा ज्यादा होता है। मधुमेह बीमारी के मरीजों को दिन भर में एक से अधिक आम का सेवन नहीं करना चाहिए।

तरबूज: तरबूज एक हाई ग्लाइसेमिक फूड है जिसके सेवन से आमतौर पर डायबिटीज रोगियों को बचना चाहिए। लेकिन अगर वो चाहें तो कभी-कभी इस फल को खा सकते हैं। 50 ग्राम से अधिक इस फल के सेवन से बचें और भोजन के बाद इस फल को न खाएं।