क्रोनिक पेन यानि पुराना दर्द एक ऐसी परेशानी है जो बॉडी के किसी भी हिस्से में हो सकता है। क्रोनिक पेन से देश और दुनिया में लाखों लोग जूझ रहे हैं। क्रोनिक पेन कमर में, गर्दन में,पैरों में, हिप के पास और एड़ियों में कहीं भी किसी को भी सालों साल परेशान कर सकता है। क्रोनिक पेन से छुटकारा पाने के लिए लाखों लोग पेन रिलीफ दवाईयों का सेवन करते हैं और दर्द को दूर करने वाले मलहम का भी इस्तेमाल करते हैं।

ये दवाईयां और मलहम दर्द का पर्मानेंट इलाज नहीं करते बल्कि कुछ समय के लिए राहत दिलाते हैं। कुछ लोग दर्द से इतना ज्यादा परेशान हो गए हैं कि उससे राहत पाने के लिए एक्यूपंक्चर जैसे वैकल्पिक उपचारों की ओर रुख कर रहे हैं। अब सवाल ये उठता है कि क्या एक्यूपंक्चर जैसे वैकल्पिक उपचार क्रोनिक दर्द से राहत दिला सकते हैं।

कुछ दिनों पहले यूनिवर्सिटी ऑफ इलिनोइस शिकागो के शोधकर्ताओं को यह अध्ययन करने के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ, यूएसए से 3.12 मिलियन डॉलर का अनुदान मिला था कि क्या एक्यूपंक्चर स्टेबल एनजाइना के कारण होने वाले सीने के दर्द को कम कर सकता है।

पिछले कुछ वर्षों में कई अध्ययनों और परीक्षणों ने इस ओर इशारा किया है कि वैकल्पिक अभ्यास अन्य स्थितियों जैसे क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज और कब्ज के लिए फायदेमंद उपचार है। आइए जानते हैं कि एक्यूपंक्चर क्या वास्तव में क्रॉनिक दर्द को ठीक कर सकता है, इससे लोगों को फायदा हो सकता है और इसके संभावित फायदे क्या हैं।

एक्यूपंक्चर क्या है?

एक्यूपंक्चर एक प्राचीन चीनी उपचार पद्धति है जिसमें ऊर्जा प्रवाह या “qi” को उत्तेजित करने के लिए शरीर के विशिष्ट बिंदुओं में पतली सुइयां डाली जाती हैं। एक्यूपंक्चर से उपचार कराने वाले लोगों का मानना है कि यह दर्द को कम करने, हेल्थ में सुधार करने और बॉडी में संतुलन बनाएं रखने में मदद कर सकता है।

एक्यूपंक्चर से कौन करा सकता है ट्रीटमेंट?

उजाला सिग्नस ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स के संस्थापक-निदेशक डॉ. शुचिन बजाज के अनुसार एक्यूपंक्चर उन लोगों के लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है जो केवल दर्द ही नहीं, बल्कि कई हेल्थ प्रोब्लम से छुटकारा पाने के लिए वैकल्पिक या पूरक उपचार खोज रहे हैं। ये ट्रीटमेंट बीमारियों का जोखिम कम करता है।

सिग्नस लक्ष्मी अस्पताल के जनरल फिजिशियन डॉ. संजय सिंह ने कहा कि इस ट्रीटमेंट ने कुछ लोगों को क्रोनिक पेन से छुटकारा दिला दिया है। ऐसा माना जाता है कि यह ट्रीटमेंट एंडोर्फिन हॉर्मोन को रिलीज करके और नर्व सिग्नल को प्रभावित करके काम करता है। हालांकि अलग-अलग लोगों पर इस ट्रीटमेंट का अलग-अलग असर पड़ता है। इस ट्रीटमेंट का लम्बे समय तक कैसा प्रभाव पड़ता है इसे जानने के लिए अभी और ज्यादा रिसर्च की जरूरत है।

क्या यह क्रॉनिक पेन को ठीक कर सकता है?

डॉ. बजाज ने बताया कि एक्यूपंक्चर का उपयोग सदियों से दर्द को कम करने के लिए किया जाता रहा है, लेकिन इसके वैज्ञानिक प्रमाण मिक्स हैं। कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि यह ट्रीटमेंट कुछ क्रोनिक पेन की स्थितियों के लिए फायदेमंद हो सकता है, लेकिन परिणाम असंगत हैं। यह कुछ लोगों के लिए प्रभावी हो सकता है, लेकिन दर्द को दूर करने के लिए ये गारंटिड सॉल्यूशन नहीं है।

एक्यूपंक्चर के कुछ फायदे और जोखिम क्या हैं?

  • डॉ. बजाज के अनुसार एक्यूपंक्चर के फायदों की बात करें तो इस ट्रीटमेंट से दर्द से राहत मिलती है, तनाव कम होता है और समग्र स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है।
  • डॉ. सिंह ने कहा कि इस ट्रीटमेंट के जोखिम आम तौर पर कम होते हैं। अगर ये ट्रीटमेंट किसी योग्य डॉक्टर द्वारा नहीं किया जाए तो इसमें मामूली असुविधा, चोट या संक्रमण हो सकता है।