Yoga for Healthy Lungs: सांस प्रणाली को बेहतर बनाने के लिए फेफड़ों का सुचारू रूप से कार्य करना बेहद जरूरी है। वहीं, ब्लड सर्कुलेशन की प्रक्रिया में भी फेफड़े (Lungs) महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इस कोरोना काल में वैसे भी फेफड़ों का सेहतमंद रहना आवश्यक है। देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 25 लाख पार हो चुकी है। कई देश इस वैश्विक महामारी का इलाज ढूंढ़ने में जुटे हुए हैं लेकिन अब तक पूरी तरह से सफलता नहीं मिल पाई है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ उन लोगों को अधिक सतर्क रहने की हिदायत दे रहे हैं जो पहले से फेफड़ों से संबंधित बीमारी से पीड़ित हैं और जिनकी इम्यूनिटी कमजोर है। एक्सपर्ट्स के अनुसार उन्हें इस वायरस से संक्रमण का खतरा ज्यादा है। ऐसे में इन एक्सरसाइज की मदद से फेफड़ों को हेल्दी व मजबूत रखा जा सकता है –
प्राणायाम से होगा फायदा: प्राणायाम और डीप ब्रीदिंग भी म्यूकस को तोड़ने में कारगर है। प्राणायाम से आपके फेफड़े मजबूत होते हैं और इनकी कार्यक्षमता बढ़ती है। इसे करना भी बेहद आसान है और सभी उम्र के लोग इसे कर सकते हैं। प्राणायाम करने के लिए सबसे पहले जमीन पर पीठ को सीधी करके बैठ जाएं। अपने आंखों को बंद करें और हाथों को ज्ञान मुद्रा में ले आएं। अब अपने नाक से बाहर की वायु को धीरे-धीरे खींचें और पेट में हवा को भरने दें। इस दौरान आपका पेट और सीना हवा से फूल जाना चाहिए। अब 5 सेकेंड तक सांसों को रोककर रखें और फिर धीरे-धीरे बाहर छोड़ दें। इस क्रिया को दिन में कम से कम 10 बार करें।
सिम्हासन से फेफड़े रहेंगे मजबूत: सिम्हासन नाक, गले, मुंह और कान संबंधित परेशानियों को दूर करने में मददगार है। इसे करने से फेफड़ों में जमा कफ निकलने में मदद मिलती है और ब्लॉकेज दूर होता है। सबसे पहले वज्रासन में बैठ जाएं और हाथों को घुटनों पर रखकर बाजू सीधी करें। आंखों को खुला रखें और नाक से लंबी सांस लें। उसी समय मुंह खोलें और जीभ के अगले हिस्सो को ठुड्डी की तरफ नीचें ले जाएं। अब गले से ‘हा’ की आवाज निकालें। 2 से 3 बार ऐसा करें।
रिब स्ट्रेचिंग: फेफड़ों की कार्यक्षमता को बेहतर बनाने में कई ब्रीदिंग एक्सरसाइज अहम योगदान देते हैं। इन्हीं व्यायामों में से एक है रिब स्ट्रेचिंग। इसे करने के लिए सीधे खड़े हो जाएं और फेफड़ों के खाली होने तक सांस बाहर छोड़ें। अब धीरे-धीरे फेफड़ों में जितना सांस भर सकते हैं, भर लें। उसके बाद 10 से 20 सेकेंड तक सांस रोक कर रहें, फिर सांस बाहर छोड़ें। इसके उपरांत वापस शुरुआती मु्द्रा में आ जाएं।