वॉक करना सेहत के लिए फायदेमंद है। चलने-फिरने और वॉक करने से न सिर्फ बॉडी एक्टिव रहती है बल्कि कई तरह की बीमारियों से भी बचाव होता है। अक्सर देखा गया है कि जब हम दौड़ते हैं या फिर सीढ़ियां चढ़ते हैं तो हमारी सांस फूलने लगती है, जिसमें कोई परेशानी की बात नहीं है। लेकिन कुछ लोग ऐसे हैं जिनकी सांस हल्की वॉक करने से भी फूलती है। वॉक करने से सांस का फूलना परेशानी की बात है जिसके कारणों का पता होना जरूरी है। 

आमतौर पर देखा जाए तो जिन लोगों का वजन ज्यादा होता है और जो मोटापा का शिकार होते हैं वॉक करने के दौरान उनकी सांस फूलती है। कुछ बीमारियों जैसे ब्रोंकाइटिस, एडिमा और इंफेक्शन की वजह से वॉक करने के दौरान सांस फूल सकती है।

चलते समय सांस फूलने का कारण खराब शारीरिक फिटनेस, अस्थमा जैसी श्वसन संबंधी समस्याएं, दिल के रोग की वजह से भी वॉक करने के दौरान सांस फूलती है। बहुत ज्यादा चिंता या डिप्रेशन की स्थिति में भी तेजी से सांस फूलती है। वॉक करने के दौरान आपकी सांस क्यों फूलती है उसके कारण को समझें और अपनी वॉकिंग रूटीन में कुछ खास तरीकों को अपनाएं तो आपको सांस फूलने की समस्या से निजात मिलेगी।

स्लो वॉक से करें शुरुआत

हेल्थलाइन के मुताबिक अगर आप हाल ही में वॉक करना शुरू कर रहे हैं या फिर आप ब्रेक के बाद लौट रहे हैं तो सांस फूलने की समस्या से बचने के लिए आप धीमी वॉक से शुरुआत करें। आप धीमी गति से वॉक की शुरुआत करेंगे तो आपका सांस नहीं फूलेगा। जैसे-जैसे आपकी फिटनेस में सुधार होता है वैसे-वैसे आप वॉक करने की अवधि और तीव्रता को बढ़ाएं। वॉक करने की ये गति श्वसन तंत्र पर दबाव डाले बिना फेफड़ों की क्षमता बढ़ाने में मदद करेगी।

नाक से सांस लें

कुछ लोग चलते समय सांस ज्यादा लेने के चक्कर में नाक की जगह मुंह से सांस लेते हैं जो गलत तरीका है। अगर आपकी चलते समय सांस फूलती है तो आप नाक से सांस लें और मुंह से छोड़ें। नाक से गहरी सांस लेने से आपकी ब्रीदिंग प्रॉब्लम का इलाज होगा। गहरा, डायाफ्रामिक सांस लेने की कोशिश करें। आप पेट में गहरी सांस लेने पर ध्यान केंद्रित करें इस तरह सांस लेने से ऑक्सीजन का सेवन बढ़ता है और आपकी सांस को कंट्रोल करने में मदद मिलती है, जिससे सांस फूलने की भावना कम हो जाती है।

ये आसान एक्सरसाइज करें

अगर वॉक करने से आपकी सांस फूलती है तो आप एक सिंपल एक्सरसाइज करें। आप इंहेल और एक्सेल एक्सरसाइज करें। चार तक की गिनती में आप अपनी नाक से गहरी सांस लें और फिर छह तक गिनती तक अपने मुंह से धीरे-धीरे सांस छोड़ें। अपने रेस्पिरेटरी सिस्टम को बेहतर बनाने के लिए आप इस तकनीक की दिन में कई बार प्रैक्टिस करें।

पोस्चर को रखें ठीक

खराब पोस्चर की वजह से भी आपकी सांस फूल सकती है। चलते समय पॉश्चर को ठीक रखें। अपने कंधों को पीछे की ओर रखते हुए और अपने सिर को अपनी रीढ़ की हड्डी के साथ जोड़कर सीधे खड़े रहें। झुककर बैठने से बचें, क्योंकि इससे आपके फेफड़े दब सकते हैं और सांस लेना अधिक कठिन हो सकता है।

इस तरह रखें चलने की गति

चलते समय सांस तेजी से फूलती है तो आप दो मिनट तक तेज चलें, फिर एक मिनट के लिए धीमी गति से चलें। यह विधि को अपनाकर आप सांस फूलने की परेशानी से बच सकते हैं और दिल की सेहत और सांस लेने की क्षमता में सुधार कर सकते हैं। आप  5 मिनट की वार्म-अप वॉक से शुरुआत करें। फिर, बारी-बारी से 1 मिनट के अंतराल पर तेज चलें और 2 मिनट धीमी गति से चलें। जैसे-जैसे आपकी फिटनेस में सुधार होता है आप गति को बढ़ा सकते हैं।