breast cancer prevention foods: कैंसर एक ऐसी गंभीर बीमारी है, जो एक बार शरीर में पनप जाए तो जीवन के लिए बड़ा खतरा बन जाती है। खासतौर पर ब्रेस्ट कैंसर आज महिलाओं में तेजी से बढ़ता हुआ कैंसर है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, ब्रेस्ट कैंसर तब होता है जब स्तन की कोशिकाएं असामान्य रूप से बढ़ने लगती हैं और ट्यूमर का रूप ले लेती हैं। अगर समय रहते इसका पता न चले और इलाज न हो, तो यह शरीर के दूसरे हिस्सों में भी फैल सकता है। भारत में स्थिति और भी चिंताजनक है, जहां हर 28 में से 1 महिला को ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बताया गया है। ऐसे में लाइफस्टाइल के साथ-साथ डाइट पर ध्यान देना बेहद जरूरी हो जाता है।

ब्रेस्ट कैंसर से बचाव में डाइट की भूमिका

एक्सपर्ट्स का मानना है कि सही खानपान अपनाकर ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है। न्यूट्रिशनिस्ट और वेट लॉस स्पेशलिस्ट लीमा महाजन के अनुसार, कुछ खास फूड्स में कैंसर-रोधी गुण पाए जाते हैं, जो शरीर में कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि को रोकने में मदद करते हैं। अगर महिलाएं इन फूड्स को रोजमर्रा की डाइट में शामिल करें, तो ब्रेस्ट कैंसर का जोखिम घट सकता है।

अनार

अनार को सुपरफूड माना जाता है। इसमें पाए जाने वाले एलगिटैनिन्स कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि को रोकने में मदद करते हैं। खासतौर पर यह एस्ट्रोजन से जुड़े ट्यूमर के खतरे को कम करता है। न्यूट्रिशनिस्ट के मुताबिक, रोजाना एक कप ताजा अनार खाने से महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर से बचाव में फायदा मिल सकता है। साथ ही यह खून बढ़ाने और इम्यूनिटी मजबूत करने में भी मदद करता है।

क्रूसिफेरस सब्जियां

ब्रोकली, फूलगोभी, पत्ता गोभी और बंदगोभी जैसी सब्जियां क्रूसिफेरस कैटेगरी में आती हैं। इनमें सल्फोराफेन नामक तत्व पाया जाता है, जो शरीर से हानिकारक एस्ट्रोजन को बाहर निकालने में मदद करता है। यह ट्यूमर की बढ़त को भी रोकता है। हफ्ते में कम से कम 3-4 बार इन सब्जियों को हल्का पकाकर या सलाद के रूप में खाने की सलाह दी जाती है।

सोया और दाल

ब्रेस्ट कैंसर का सीधा संबंध हार्मोन असंतुलन से भी माना जाता है। सोयाबीन और दालों में आइसोफ्लेवोंस पाए जाते हैं, जो प्राकृतिक रूप से हार्मोन को संतुलित करते हैं। न्यूट्रिशनिस्ट के अनुसार, हफ्ते में 2–3 बार सोयाबीन, टोफू, सोया मिल्क या अलग-अलग दालों का सेवन करने से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा करीब 30 प्रतिशत तक कम हो सकता है।

आंवला और अमरूद

आंवला और अमरूद विटामिन C के बेहतरीन स्रोत हैं। विटामिन C एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है, जो डीएनए डैमेज और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करता है। इससे शरीर की इम्युनिटी बढ़ती है और कैंसर जैसी बीमारियों से लड़ने की ताकत मिलती है। रोजाना एक विटामिन C युक्त फल जरूर शामिल करना चाहिए।

अलसी के बीज

अलसी के बीज ब्रेस्ट कैंसर की रोकथाम में बेहद फायदेमंद माने जाते हैं। इनमें मौजूद लिग्नान्स हार्मोन बैलेंस बनाए रखते हैं और कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि को रोकते हैं। रोजाना 1 बड़ा चम्मच पिसी हुई अलसी को दही, सलाद या स्मूदी में मिलाकर खाने से अच्छा फायदा मिल सकता है। रिसर्च में भी इसके सकारात्मक असर देखे गए हैं।

निष्कर्ष

ब्रेस्ट कैंसर भले ही एक गंभीर बीमारी हो, लेकिन सही जानकारी, समय पर जांच और संतुलित डाइट अपनाकर इसके खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है।

डिस्क्लेमर

यह स्टोरी सामान्य जानकारी के उद्देश्य से तैयार की गई है। किसी भी तरह के स्वास्थ्य संबंधी बदलाव या डाइट में परिवर्तन करने से पहले अपने डॉक्टर या योग्य हेल्थ एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।

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