डा.शशि कांत जोशी
क्रिटिकल केयर विशेषज्ञ
Brain Stroke Symptoms And Cure: सर्दियों में ब्रेन स्ट्रोक की समस्या होने की संभावनाएं ज्यादा रहती हैं। ठंड की वजह से धमनियों में अचानक सिकुड़न (spasm) होने लगती है। खासतौर पर मधुमेह (Diabetes) उच्चरक्तचाप (BP) वाले मरीज और उम्रदराज लोगों को यह समस्या होने की संभावनाएं अधिक रहती हैं।
ठंड में खून की धमनियां सिकुड़ने से दिल को पूरे शरीर में रक्त प्रवाह बनाए रखने में दिक्कत का सामना करना पड़ता है, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। धमनियां सिकुड़ने से रक्त प्रवाह में रुकावट होने से दिमाग की नसें फटने का खतरा बढ़ जाता है। बताया जाता है कि दिमाग में खून जमने से शरीर की मांसपेशियां कार्य करना बंद कर देती हैं, इसे ब्रेन स्ट्रोक (Brain Stroke) कहा जाता है।
ब्रेन स्ट्रोक के लक्षण (Brain Stroke Symptoms)
ब्रेन स्ट्रोक की समस्या होने पर बोली में लड़खड़ाहट आ जाती है।
इसमें एक तरफ के हाथ-पैर काम करना बंद कर देते हैं।
यह समस्या होने पर सिर में बहुत तेज दर्द होता है।
ब्रेन स्ट्रोक में मरीज को उल्टी और चक्कर आने की समस्या का भी सामना करना पड़ता है।
इस बीमारी के कई मरीज भ्रम की स्थिति में भी रहते हैं।
ऐसे में मरीजों को सांस लेने में तकलीफ होती है।
इस दौरान ब्रेन में तेजी से ब्लीडिंग होती है, जिससे बेहोशी की समस्या भी हो सकती है।
ब्रेन स्ट्रोक से बचाव के तरीके (How to Cure Brain Stroke)
जिन लोगों को ब्रेन स्ट्रोक होने की संभावनाएं लगती हों, उन्हें नियमित तौर पर ब्लड प्रेशर चेक करवाना चाहिए।
ऐसे में कोशिश करें कि आपके शरीर में ज्यादा कोलेस्ट्राल न हो।
कम-से-कम मात्रा में नमक का सेवन करें। घी-तेल से बना हुआ तला-भुना खाना न खाएं।
जिन्हें डायबिटीज और हार्ट से संबंधित रोग हैं वह ज्यादा सावधानी बरतें।
खाने में हरी सब्जियों का प्रयोग करें। रात के समय में भोजन हल्का ही करें।
इस दौरान अखरोट का सेवन जरूर करें। संभव हो तो दूध में हल्दी मिलाकर जरूर पीएं।
सुबह उठने के बाद कम-से-कम 30 मिनट के लिए व्यायाम करें।
हार्ट और ब्लड प्रेशर के मरीज सुबह एकदम से ठंड में बाहर न निकलें और न ही ठंडे पानी से नहाएं।