डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जो कब बॉडी में पनपने लगती है इंसान को अंदाज़ा भी नहीं होता। इस बीमारी के लिए हम खुद जिम्मेदार हैं। हमारा बदलता लाइफस्टाइल,खराब डाइट और बढ़ता तनाव हमें जाने-अंजाने में शुगर की बीमारी का शिकार बना देता है। डायबिटीज की बीमारी रातों रात नहीं पनपती इसके लिए हमारी सालों की खराब आदतें जिम्मेदार हैं। डायबिटीज की बीमारी इतनी तेजी से फैल रही है कि इसने बच्चों को भी अपनी चपेट में ले लिया है। डायबिटीज की बीमारी से पहले प्रीडायबिटीज की स्थिति आती है अगर इसी समय डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव कर लिया जाए तो आसानी से शुगर को मात दी जा सकती है।
जरुरत से ज्यादा पानी की प्यास लगना,भूख ज्यादा लगना,मुंह सूखना,घाव का जल्दी नहीं भरना और बार-बार यूरीन डिस्चार्ज होना डायबिटीज बढ़ने के लक्षण हैं। ये सभी लक्षण प्री डायबिटीज और ब्लड शुगर हाई होने पर भी दिखते हैं। हर इंसान के लिए जरूरी है कि इन लक्षणों की पहचान करें और ब्लड शुगर की जांच जरूर कराएं।
एक हेल्दी इंसान का नॉर्मल ब्लड शुगर लेवल 90 से 100 mg/dL के बीच होता है। यदि कोई स्वस्थ खान-पान और जीवन शैली का पालन करता है, तो सामान्य शुगर लेवल को बनाए रखना आसानी से संभव होता है। नॉर्मल इंसान के लिए हेल्दी ब्लड शुगर लेवल और उसे कंट्रोल करने के तरीकों के बारे में जानना जरूरी है।
अगर ब्लड शुगर को लम्बे समय तक नॉर्मल नहीं रखा जाए तो दिल के रोगों,किडनी,लंग्स और आंखों को नुकसान पहुंच सकता है। ब्लड शुगर का हाई या कम होना आपकी सेहत खराब होने का संकेत है। हर इंसान को उम्र के मुताबिक ब्लड शुगर को मैनेज रखना चाहिए। आइए जानते हैं कि उम्र के मुताबिक ब्लड शुगर का स्तर कितना होना चाहिए।
आयु | फॉस्टिंग ब्लड शुगर | खाने से पहले शुगर का स्तर | खाने के 1- 2 घंटे बाद शुगर लेवल | सोते समय शुगर का स्तर |
6 साल की उम्र में शुगर का स्तर | 80 to 180 mg/d | 100 to 180 mg/dL | 180 mg/dL | 110 to 200 mg/dL |
6 to 12 साल तक | 80 to 180 mg/dL | 90 to 180 mg/dL | 140 mg/dL | 100 to 180 mg/dL |
13 to 19 साल तक | 70 to 150 mg/dL | 90 to 130 mg/dL | 140 mg/dL | 90 to 150 mg/dL |
20 से ज्यादा उम्र तक | 70 to 100 mg/dL | 70 to 130 mg/dL | 180 mg/dL से कम | 180 mg/dL से कम |
40 से 50 की उम्र के बीच | 90 से 130 mg/dL | 140 mg/dl | 150 mg/dL | 150 mg/dL |
हेल्थलाइन की खबर के मुताबिक ब्लड शुगर बढ़ने के लिए रोजमार्रा की एक्टिविटी, खाने का प्रकार, खाने का तरीका, एक्सरसाइज की कमी, दवाईयों का अधिक सेवन और शराब का सेवन जिम्मेदार है। अनहेल्दी लाइफस्टाइल और खराब डाइट ब्लड शुगर का पारा तेजी से बढ़ाती है।