जब एक लड़का-लड़की शादी के पवित्र बंधन में बंधते हैं, तो उनकी जिंदगी का एक नया आगाज होता है। उनके आसपास प्यार होता है, प्यार भरी बातें होती हैं, मतलब सब कुछ अच्छा-अच्छा होता है और खुशहाल जीवन हर कोई चाहता है, लेकिन आजकल के व्यस्त लाइफस्टाइल और अनहेल्दी खानपान के चलते कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं शरीर पर कब्जा कर रही हैं। जिसके चलते ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है और कामकाज से लेकर पूरा लाइफस्टाइल प्रभावित होने लगता है। पुरुषों के ब्लड सर्कुलेशन में उतार-चढ़ाव होना उनकी खुशहाल जिंदगी में तबाही मचा सकता है। इसका सीधा असर दिल की हेल्थ से लेकर बिस्तर की परफॉर्मेंस तक पर पड़ता है। 

दरअसल, शरीर दिल से संबंधी किसी भी बड़ी समस्या होने से बहुत पहले ही कई चेतावनी संकेत देना शुरू कर देता है। इसी तरह पुरुषों में भी कुछ संकेत कमर के चीने दिखाई देते हैं, जिसे इरेक्टाइल डिस्फंक्शन भी कह सकते हैं। इरेक्टाइल डिस्फंक्शन सिर्फ परफॉर्मेंस या उम्र बढ़ने से जुड़ा नहीं है, ये हार्ट की बीमारी का एक शुरुआती संकेत भी हो सकता है।

कंटेंट क्रिएटर प्रशांत देसाई के अनुसार, “आपका इरेक्शन आपके दिल के दौरे के जोखिम का अनुमान लगा सकता है।” उन्होंने कहा कि इरेक्शन में परेशानी का मतलब हो सकता है कि आपकी रक्त वाहिकाएं पहले से ही हमले की चपेट में हैं। रक्त प्रवाह = हृदय स्वास्थ्य = बिस्तर पर प्रदर्शन।

क्या इरेक्शन से हार्ट अटैक का खतरा पता लग सकता है?

एशियन हॉस्पिटल में इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजी के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. प्रतीक चौधरी ने इंडियन एक्सप्रेस डॉट कॉम से बात करते हुए बताया कि स्तंभन दोष यानी इरेक्टाइल डिस्फंक्शन और हार्ट की समस्याओं के बीच का संबंध काफी मजबूत है। इरेक्टाइल डिस्फंक्शन अंतर्निहित हृदय रोग के शुरुआती चेतावनी संकेतों में से एक हो सकता है।

इसका मुख्य कारण यह है कि लिंग की धमनियां हार्ट की धमनियों से छोटी होती हैं, इसलिए प्लाक बिल्डअप या धमनी क्षति के कारण ब्लड फ्लो में कमी सबसे पहले वहां दिखाई देती है। कई मामलों में ईडी का अनुभव करने वाले पुरुषों में अगले 3 से 5 वर्षों के भीतर हार्ट रोग के लक्षण विकसित होते हैं। ऐसे में ईडी को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। यह भविष्य में दिल के दौरे या अन्य हृदय संबंधी समस्या के शुरुआती संकेत के रूप में काम कर सकता है।

डॉ. चौधरी के अनुसार, शारीरिक संबंध रक्त वाहिकाओं और एंडोथेलियम यानी रक्त वाहिकाओं की अंदरूनी परत के स्वास्थ्य में निहित है। इरेक्टाइल डिस्फंक्शन लिंग में अच्छे ब्लड फ्लो पर निर्भर करता है, जिसके लिए स्वस्थ, लचीली धमनियों की आवश्यकता होती है। एंडोथेलियल कोशिकाओं की अंदरूनी परत नाइट्रिक ऑक्साइड के एक अणु को स्रावित करती है। यह अणु रक्त वाहिकाओं को फैलाने के लिए महत्वपूर्ण है और रक्त वाहिकाओं के इस फैलाव से उस अंग में ब्लड फ्लो बढ़ जाता है। एथेरोस्क्लेरोसिस जैसी हृदय संबंधी समस्याएं रक्त प्रवाह को कम करती हैं, जिससे हार्ट और लिंग दोनों प्रभावित होते हैं।