पाचन दुरुस्त रहता है तो सारी सेहत दुरुस्त रहती है। कुछ लोगों का पाचन बहुत ज्यादा सेंसिटिव होता है ऐसे लोग खाने में थोड़ी सी भी लापरवाही करें तो उनकी सेहत बिगड़ने लगती है। कुछ लोगों को प्रोटीन डाइट नहीं पचती तो कुछ लोग ऐसे है जिन्हें नॉर्मल फूड्स को भी पचाना मुश्किल होता है। हम सभी जानते हैं कि खाने में मसाले, तेल और घी का सेवन करने से पेट में जलन, एसिडिटी, अपच और कब्ज की परेशानी होती है। लेकिन जिन लोगों का पाचन सेंसिटिव होता है उन्हें खाने में थोड़ी सी भी लापरवाही भारी पड़ती है। अक्सर लोग खाने के बाद पेट में जलन की शिकायत करते हैं,खाने को पचाने के लिए गोली का सहारा लेते हैं और घंटों टॉयलेट शीट बैठे रहते हैं फिर भी उनका पेट साफ नहीं होता।  

मेडिकल न्यूज टुडे के मुताबिक आपको बता दें कि पेट में जलन का अहसास अक्सर अपच के कारण होता है, जिसे डिस्प्सीसिया (dyspepsia) भी कहा जाता है। हालांकि पाचन में दिखने वाले यह लक्षण भोजन के प्रति संवेदनशीलता (food sensitivity) या  गंभीर gastrointestinal conditions संबंधी स्थितियों की तरफ इशारा करते हैं। कुछ लोगों को पेट में जलन का अहसास  कुछ खाद्य पदार्थों के प्रति असहिष्णुता के कारण होता है। अगर कुछ दिनों तक अपने पाचन पर ध्यान दिया जाए तो ये समझा जा सकता है कि आपको किन फूड्स से एलर्जी है। जिन फूड्स से आपको एलर्जी है आप उनका सेवन डाइट में करना बंद कर दें।

टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक पेट में जलन रहती है, सीने में गैस के गुब्बारे फूलते हैं और पेट साफ नहीं रहता तो आप कुछ देसी नुस्खों को अपना सकते हैं। कुछ घरेलू नुस्खों का सेवन करके आप आसानी से अपने पाचन को दुरुस्त कर सकते हैं। पेट की जलन, पेट की गर्मी, अपच और गैस को दूर करने में घरेलू नुस्खे असरदार साबित होते हैं। आइए जानते हैं कि कौन-कौन से ऐसे फूड हैं जिनका सेवन करके पाचन को दुरुस्त किया जा सकता है।

सेंधा नमक का करें सेवन

सेंधा नमक पाचन तंत्र को साफ करने में मदद करता है। हां, सेंधा नमक में ऐसे खनिज होते हैं जो पेट के एसिड संतुलन को बनाए रखते हैं और पाचन एंजाइमों को उत्तेजित करने में मदद करते हैं। आप सेंधा नमक का सेवन छाछ या नींबू पानी में मिलाकर करें आपको पेट की गर्मी से निजात मिलेगी। एक चुटकी नमक का सेवन छाछ और नींबू पानी में करने से बूख बढ़ती है। ये नुस्खा शरीर को पोषक तत्वों को बेहतर तरीके से अवशोषित करने में मदद करता है और मल त्याग करना आसान होता है। इस नुस्खे की मदद से कब्ज का इलाज होता है।

खाने के बाद सौंफ को चबाएं

खाने के बाद पेट में जलन होती है तो आप खाने के बाद सौंफ के दाने खाएं। सौंफ के बीज गैस और सूजन को कम करने में मदद करते हैं। सौंफ के बीजों में एनेथोल होता है जो गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट की मांसपेशियों को आराम देता है। आप सौंफ का सेवन उसका पानी बनाकर भी कर सकते हैं। सौंफ की चाय का सेवन करने से ब्लोटिंग कंट्रोल रहती है, माउथ फ्रेश होता है। पाचन को दुरुस्त करने में सौंफ का सेवन जादुई असर करता है।  

अजवाइन से करें पाचन का इलाज

अजवाइन का सेवन करने से पाचन दुरुस्त रहता है। खाने के बाद अगर कुछ दाने अजवाइन के खाए जाएं तो पेट की गैस कंट्रोल रहती है। अजवाइन में थाइमोल होता है जो पाचन रस को उत्तेजित करता है और ब्लोटिंग को कंट्रोल करता है। अजवाइन के छोटे-छोटे दाने बेहद शक्तिशाली होते है। अजवाइन को हल्का भूनकर उसमें एक चुटकी सेंधा नमक मिलाकर खाने के बाद खाएं तो पेट में भारीपन नहीं होगा। खाने के बाद अजवाइन खाने से पेट में जलन का अहसास भी नहीं रहेगा।

धनिया के बीज का करें सेवन

धनिया के बीज पेट को ठंडा रखते हैं और पाचन को दुरुस्त करते हैं। धनिया के बीजों में ऐसे यौगिक होते हैं जो पाचन की मांसपेशियों को आराम देते हैं और आंत में सूजन को कंट्रोल करते हैं। धनिया के बीजों को पानी में उबालकर छानकर उसका काढ़ा बना लें और उसे ठंडा करके उसका सेवन करें। यह पानी न केवल एसिडिटी और ब्लोटिंग को कंट्रोल करेगा बल्कि समय के साथ भूख को भी कंट्रोल करेगा।

आंतों की सूजन होने पर तेजी से बनती है पेट में गैस, इन 5 फूड को तुरंत डाइट का बना लें हिस्सा, बिना दवा सुधर जाएगी गट हेल्थ। पूरी जानकारी हासिल करने के लिए लिंक पर क्लिक करें।