ख़राब डाइट और बिगड़ते लाइफस्टाइल का असर हमारे पाचन पर भी पड़ता है। डाइट में ऑयली फूड्स का अधिक सेवन करना,बहुत ज्यादा खाना,बहुत तेजी से बिना चबाए भोजन करना, मसालेदार भोजन करना, कैफीन का अत्यधिक मात्रा में सेवन करना,शराब और चॉकलेट का अधिक सेवन आप के पाचन को बिगाड़ देता है। जिन लोगों को पाचन से जुड़ी कोई भी परेशानी होती है उन्हें खाना ठीक से पचता नहीं है। डायजेशन ख़राब होने की वजह से आप कुछ भी खाते हैं तो पेट भारी हो जाता है और डकारें आने लगती है। ऐसे में अगर डाइट का ध्यान नहीं रखा जाये तो हालत बदतर होने लगती है।

पाचन से जुड़ी किसी भी परेशानी से बचने के लिए आप डाइट में कुछ खास फूड्स को शामिल करें। कुछ फूड्स ऐसे हैं जो पाचन को दुरुस्त करते हैं और पेट को आराम देते हैं। आयुर्वेदिक और यूनानी दवाओं के एक्सपर्ट डॉक्टर सलीम ज़ैदी ने बताया कि अगर खाने के बाद पेट में गर्मी और जलन होती है तो आप खाने के साथ दही का सेवन करें। याद रखें रात के खाने में दही का सेवन नहीं करें वरना कफ की शिकायत हो सकती है। आप अपने पाचन को दुरुस्त करने के लिए और खाने को जल्दी पचाने के लिए कुछ फूड्स को अपनी डाइट में शामिल करें खाना जल्दी पचेगा।

हींग का करें सेवन

अगर आपका खाना ठीक से पचता नहीं,गैस और एसिडिटि रहती है तो आप हींग का सेवन करें। हींग का सेवन करने के लिए आप पानी में हींग घोलकर हींग का पानी बना लें और उसका सेवन करें। हींग का पानी बनाने के लिए एक ग्लास पानी में चुटकी भर हींग मिलाये और उसे पी लें।

अदरक का करें सेवन

अदरक अपच के लिए एक प्राकृतिक उपचार है। इसका सेवन करने से पेट में एसिड कम होता है। पेट को आराम देने और अपच से छुटकारा पाने के लिए रोजाना एक कप अदरक की चाय का सेवन करें। आप अदरक की कैंडी का भी सेवन कर सकते हैं। अदरक की जड़ के एक या दो टुकड़ों को चार कप पानी में डालकर उबालें और गुनगुना उसका सेवन करें। इस पानी में आप नींबू या शहद का भी सेवन कर सकते हैं। याद रखें कि अदरक का सीमित ही सेवन करें। बहुत अधिक अदरक का सेवन करने से गैस, गले में जलन और सीने में जलन की समस्या हो सकती है।

सौंफ के बीज का सेवन करें

सौंफ खाने को पचाने के लिए बेहतरीन जड़ी बूटी है। सौंफ एंटीस्पास्मोडिक जड़ी बूटी है जो भोजन के बाद अपच को ठीक करने में मदद कर सकती है। इसका सेवन करने से पेट में ऐंठन, मतली और सूजन जैसी अन्य गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं दूर हो सकती हैं। सौंफ़ और पाचन को लेकर चूहों पर बहुत सारे शोध किए गए है जिसमें ये बात साबित हो चुकी है कि सौंफ खाना पचाने में असरदार है।

आप सौंफ का सेवन उसका पानी बनाकर भी कर सकते हैं। पानी में 1/2 चम्मच कुचले हुए सौंफ़ के बीज डाले इसे पीने से पहले 10 मिनट तक उबलें और इस पानी को स्टोर कर लें। जब भी आपको बदहजमी महसूस हो तो सौंफ के पानी का सेवन करें। भोजन के बाद सौंफ के बीज चबाना एक बेहतरीन विकल्प है।

नींबू पानी का करें सेवन

नींबू पानी का एल्कलाइन प्रभाव पेट के एसिड को कम करता है और पाचन में सुधार करता है। गर्म या गुनगुने पानी में एक बड़ा चम्मच नींबू का रस मिलाएं और खाने से कुछ मिनट पहले इसे पिएं। अपच को कम करने के साथ-साथ नींबू पानी विटामिन सी का भी बेहतरीन स्रोत है। नींबू पानी का भी आप सीमित सेवन करें। बहुत अधिक नींबू पानी दांतों के इनेमल को खराब कर सकता है और यूरिन बार-बार आने की समस्या को बढ़ा सकता है। अपने दांतों की सुरक्षा के लिए नींबू पानी पीने के बाद पानी से कुल्ला करें।