आजकल खराब लाइफस्टाइल और खानपान की वजह से कई स्वास्थ्य संबंधी समस्या सामने आ रही हैं, जिसमें सबसे पहले पेट से जुड़ी समस्या होती है। भारत में आंतों और पाचन की समस्या से परेशान पीड़ितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। हालांकि, खानपान में फाइबर युक्त चीजों के खाने से इन समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकते हैं। इसके अलावा आयुर्वेद में भी कई ऐसी चीजें हैं जिनके सेवन से इन समस्याओं से निजात मिल सकती है। आयुर्वेद एक्सपर्ट आचार्य बालकृष्ण ने त्रिफला के फायदे बताए हैं, जो आंतों में जमी गंदगी को बाहर निकालने में बहुत ही असरदार हो सकता है।
त्रिफला के फायदे
आचार्य बालकृष्ण ने बताया कि त्रिफला एक प्राकृतिक औषधि है जो शरीर को अंदर से स्वस्थ रखने में मदद करती है। आंतों की सफाई करने के लिए त्रिफला बहुत ही असरदार हो सकता है। आंतों में संक्रमण, कब्ज और गैस में त्रिफला रामबाण औषधि है। इसके अलावा त्रिफला शुगर, मोटापा और शारीरिक कमजोरी को दूर करने के लिए भी बहुत लाभदायक है। आचार्य ने बताया कि अगर कोई समस्या नहीं भी है तो भी त्रिफला का सेवन किया जा सकता है।
आंखों की रोशनी के लिए अच्छा
त्रिफला आंखों की रोशनी के लिए फायदेमंद हो सकता है। इसमें मौजूद पोषक तत्व आंखों की कार्यक्षमता में सुधार करते हैं। त्रिफला के पानी से आंखें धोने से धुंधलापन और आंखों की कमजोरी समेत कई समस्याएं दूर होती है। आंखों में दर्द से राहत पाने के लिए भी त्रिफला का पानी बहुत ही असरदार होता है।
इम्यूनिटी बूस्ट
त्रिफला का सेवन इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए बहुत ही अच्छा है। त्रिफला कई बीमारियों में दवा के रूप में काम करता है, जो शरीर में संक्रमण होने से बचाता है। त्रिफला में कई पोषक तत्व होते हैं, इम्यूनिटी बूस्ट करने में मदद करता है।
बालों के लिए त्रिफला का उपयोग
त्रिफला की गिरी को बारीक पीसकर पेस्ट बना लें। इसके बाद इस पेस्ट को बालों पर लगाने से बालों के समस्त रोगों में फायदा होता है। इसे स्कैल्प पर कुछ समय के लिए मसाज कर लें और फिर धो लें। ऐसा हफ्ते में एक या दो बार ही करें। यह स्कैल्प को साफ करने में मदद करता है और सिर से गंदगी आदि को भी साफ करता है।
लिवर के लिए हेल्दी
त्रिफला चूर्ण का सेवन खाली पेट करना चाहिए। 7 से 10 ग्राम त्रिफला चूर्ण को एक गिलास गर्म पानी में मिलाकर सुबह 10 दिनों तक पीने से लिवर को दिन में दो बार आंतों में जमा गंदगी को बाहर निकालने में मदद मिलती है। हालांकि, याद रखें कि इसके लिए आपको सुबह खाली पेट 5 ग्राम त्रिफला और शाम को खाली पेट 5 ग्राम त्रिफला का ही सेवन करना चाहिए। एक शब्द में कहें तो आपको एक दिन में अधिकतम 10 ग्राम त्रिफला का सेवन करना चाहिए।
वेट कंट्रोल करने लिए लाभकारी
त्रिफला का सेवन करने से वजन को कंट्रोल किया जा सकता है। त्रिफला मेटाबॉलिज्म को तेज करता है और वजन घटाने में मदद करता है। ये शरीर से एक्स्ट्रा फैट और टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करता है। इसके नियमित सेवन से पेट की चर्बी को कम किया जा सकता है।
वहीं, किडनी हमारे शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंग है, जो खून को साफ करने का काम करती है और शरीर से टॉक्सिन को पेशाब के जरिए बाहर निकलने का काम करती है। ऐसे में सुबह उठते ही कुछ आसान तरीकों से किडनी को हेल्दी और सुपर एक्टिव बनाया जा सकता है।