बढ़ती उम्र के साथ ही कई स्वास्थ्य समस्याएं बहुत ही आम हो जाती है। दरअसल, बढ़ती उम्र में इम्यूनिटी कमजोर होने लगती है, जिससे चलते शरीर कमजोर होने लगता है। ऐसे में अगर आप भी उम्र के साथ हेल्थ और एक्टिव रहना चाहते हैं तो मोरिंगा आपके लिए बहुत ही असरदार साबित हो सकती है। न्यूट्रिशनिस्ट और पर्सनल ट्रेनर दिग्विजय सिंह के मुताबिक, जब शरीर की क्षमता धीरे-धीरे कम होने लगती है, तो मोरिंगा यानी सहजन की पत्तियां एक तरह से वरदान साबित हो सकती हैं। इन्हें आयुर्वेद में सुपरफूड माना गया है क्योंकि इनमें प्रोटीन, विटामिन्स, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं।
दरअसल, हमारे आसपास कई प्रकार के पेड़-पौधे होते हैं, जो सेहत के लिए बहुत ही गुणकारी हैं। बस इनकी सही पहचान और सही उपयोग करना बहुत जरूरी है। इसी में मोरिंगा भी शामिल है। सहजन या मोरिंगा एक ऐसा पेड़ है जिसके फूल, पत्तियां और सहित पेड़ का हर हिस्सा कई गुणों से भरा हुआ है। मोरिंगा कई बीमारियों का इलाज करने में उपयोगी होता है। इसे खाली पेट उबालकर पीने से पाचन तंत्र से लेकर इम्यून सिस्टम तक मजबूत होता है। मोरिंगा के पत्तों में एंटीऑक्सीडेंट्स, विटामिन्स और मिनरल्स पाए जाते हैं, जो शरीर के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं।
हड्डियां मजबूत
मोरिंगा की पत्तियों में कैल्शियम और फास्फोरस भरपूर मात्रा में होता है। इसका सेवन करने से हड्डियों को मजबूती मिलती है। इससे ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्या को कम किया जा सकता है।
याददाश्त और मानसिक थकान
मोरिंगा की पत्तियों का सेवन करने से याददाश्त और मानसिक थकान कम होती है। इन पत्तियों में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और आयरन मस्तिष्क को ऑक्सीजन देने में मदद करते हैं और न्यूरोलॉजिकल हेल्थ को बेहतर बनाते हैं।
हार्ट हेल्थ
मोरिंगा की पत्तियां कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करती हैं और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखती हैं। इसमें क्वेरसेटिन नाम का तत्व होता है, जो ब्लड प्रेशर को स्थिर करता है।
इसके अलावा योग गुरु और टीवी पर्सनालिटी डॉक्टर हंसा योगेंद्र ने बताया कि आंतों और पेट को हेल्दी रखने के लिए दही और छाछ, प्याज और लहसुन, साबुत अनाज और हरी सब्जियों का सेवन बहुत ही फायदेमंद होता है।