हेल्दी और फिट रहने के लिए मेवों को सबसे अच्छा और फायदेमंद माना जाता है। सूखे मेवे की जब भी बात आती है तो काजू-बादाम का ख्याल ही सबसे पहले दिमाग में आता है। सूखे मेवों का डेली आहार में एक विशेष स्थान है। बादाम, अखरोट, खजूर और किशमिश के फायदों के बारे में तो हमेशा सुनते ही रहते हैं, लेकिन सूखे मेवों में अंजीर का एक खास महत्व है। आयुर्वेद में भी अंजीर को बहुत गुणकारी और लाभकारी माना गया है। आयुर्वेद एक्सपर्ट आचार्य बालकृष्ण ने बताया अंजीर खाने से सेहत पर क्या असर पड़ता है।

आचार्य बालकृष्ण के मुताबिक, छोटा सा दिखने वाला यह फल पोषण के मामले में एक खजाना माना जाता है। इसमें फाइबर, कैल्शियम, आयरन और एंटीऑक्सीडेंट अच्छी मात्रा में होते हैं। ये शरीर की कई समस्याओं को दूर कर सकते हैं। अगर आप अंजीर को भिगोकर खाते हैं, तो इसके फायदे और भी बढ़ जाते हैं। ऐसे में हर दिन कुछ भीगे हुए अंजीर खाने से शरीर पर अच्छा प्रभाव पड़ता है। भिगोने से अंजीर में मौजूद पोषक तत्व अधिक प्रभावी हो जाते हैं और पाचन तंत्र उन्हें आसानी से अवशोषित कर लेता है। इसलिए कई पोषण विशेषज्ञ हर सुबह 2-3 भीगे हुए अंजीर खाने की सलाह देते हैं।

वजन कंट्रोल

आजकल वजन बढ़ना एक बड़ी समस्या बन गई है। भीगे हुए अंजीर इसके लिए एक प्राकृतिक उपाय माने जाते हैं। इनमें मौजूद फाइबर पेट को लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराता है, जिससे बेवजह खाने से बचा जा सकता है। अंजीर ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ने से रोकने में भी मदद करता है, जो लोग वजन कम करना चाहते हैं। उन्हें जंक फूड की बजाय अंजीर खाने से सीधा फायदा दिख सकता है। हालांकि, इनमें कैलोरी ज्यादा होती है, इसलिए इन्हें 2-3 से ज्यादा नहीं खाना चाहिए।

हार्ट हेल्थ में सुधार

भीगे हुए अंजीर दिल के लिए भी बहुत अच्छे होते हैं। इनमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट रक्त वाहिकाओं पर पड़ने वाले तनाव को कम करते हैं और खराब कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करते हैं। पोटैशियम ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रखता है, जबकि सोडियम की कम मात्रा हार्ट पर तनाव नहीं डालती। रिसर्च भी साबित कर चुके हैं कि अंजीर के नियमित सेवन से रक्तचाप संतुलित रहता है और हार्ट रोगों का खतरा कम होता है। सुबह नाश्ते में भीगे हुए अंजीर का सेवन करते हैं, तो यह हार्ट के लिए सुरक्षा कवच का काम करता है।

पाचन तंत्र मजबूत

भीगे हुए अंजीर में फाइबर भरपूर मात्रा में होता है। यह फाइबर मल त्याग को नियमित रखता है और कब्ज से राहत दिलाता है। अक्सर खाना ठीक से पच नहीं पाता, जिससे गैस या पेट फूलने जैसी समस्याएं हो जाती हैं। ऐसे में अंजीर एक प्राकृतिक औषधि का काम करता है। पुरानी कब्ज की समस्या से राहत पाने के लिए अंजीर एक बेहतरीन विकल्प है। इसके नियमित सेवन से पेट हल्का रहता है और पाचन क्रिया बेहतर होती है।

हड्डियां और दांत मजबूत

अंजीर कैल्शियम, मैग्नीशियम और फास्फोरस का अच्छा स्रोत है। ये सभी तत्व हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए जरूरी हैं। खासकर महिलाओं में रजोनिवृत्ति के बाद कैल्शियम की कमी महसूस होती है, ऐसे में अंजीर बहुत फायदेमंद होता है। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी अंजीर खाने से हड्डियों का घनत्व बनाए रख सकते हैं। इसके अलावा दांत मजबूत होते हैं और कमजोरी या दर्द से बचाव होता है।

अंजीर खाने का सही तरीका

भीगे और सूखे दोनों ही अंजीर बहुत स्वास्थ्यवर्धक होते हैं, लेकिन रात भर पानी में भिगोए गए अंजीर पाचनशक्ति और पोषक तत्वों के अवशोषण को बढ़ाते हैं, जिससे भीगे हुए अंजीर सूखे अंजीरों की तुलना में ज्यादा प्रभावी होते हैं। वहीं, सूखे अंजीर खाना भी फायदेमंद है, लेकिन कभी-कभी इन्हें पचाना मुश्किल हो सकता है।

वहीं, आदतों को बदलना जितना जरूरी है, उतना ही जरूरी है नियमित रूप से शरीर को डिटॉक्स करना। ये 5 तरह की डिटॉक्स ड्रिंक शरीर में जमा विषाक्त पदार्थ यानी टॉक्सिन बाहर निकलती हैं, पाचन तंत्र सामान्य होता है और मेटाबॉलिज्म बेहतर होता है।