आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में खानपान से लेकर लाइफस्टाइल पूरी तरह से बदल चुका है। खराब खानपान और अनहेल्दी लाइफस्टाइल ने सिर्फ शरीर को कमजोर कर रहा है, बल्कि कई बीमारियों का शिकार भी बना रहा है। इसके अलावा अनचाहे खानपान से शरीर में चर्बी भी बढ़ने लगती है। हालांकि, शरीर की चर्बी को कम करने के लिए लोग कई तरह के उपाय करते हैं, लेकिन कोई स्थायी फर्क नहीं पड़ता और यही मोटापा आगे चलकर गंभीर बीमारियों का कारण बनने लगता है। ऐसे में हेल्दी और फिट रहने के लिए कुछ घरेलू उपाय आपके लिए लाभकारी हो सकते हैं।
हम सभी अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में पानी पीते हैं, लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि अगर उस पानी में साधारण लौंग मिला दी जाए, तो उसके स्वास्थ्य लाभ बहुत अनमोल हो सकते हैं। रसोई में मसालों में इस्तेमाल होने वाली लौंग न सिर्फ स्वाद बढ़ाने के लिए है, बल्कि औषधीय गुणों से भी भरपूर है। लौंग में मौजूद सुगंधित तेल, उसका यूजेनॉल तत्व और अन्य पोषक तत्व शरीर को अंदर से साफ करने का काम करते हैं।
डाइटीशियन सोनिया नारंग के मुताबिक, लौंग का पानी सिर्फ एक साधारण पेय नहीं, बल्कि एक तरह की प्राकृतिक औषधि है। पेट से जुड़ी समस्याएं हों, सांसों की दुर्गंध हो या थकान-आलस्य, लौंग का पानी इन सबके लिए उपयोगी है।
पाचन तंत्र मजबूत
लौंग का पानी पाचन तंत्र को साफ रखने में अहम भूमिका निभाता है। यह पाचक रसों और एंजाइम्स के उत्पादन को बढ़ाता है, जिससे भोजन जल्दी और सही तरीके से पचता है। जिन लोगों को सुबह उठने पर पेट फूला हुआ, भारी महसूस होता है या गैस व अपच की समस्या होती है, उनके लिए लौंग का पानी अमृत के समान हो सकता है। यह आंतों से अपशिष्ट पदार्थों को आसानी से बाहर निकाल देता है।
मुंह में ताजगी
मुंह में दुर्गंध आने का मुख्य कारण बैक्टीरिया का पनपना है। लौंग में प्राकृतिक एंटीसेप्टिक गुण होते हैं, जो इन बैक्टीरिया को मार देते हैं। इसलिए लौंग का पानी पीने से सांसों की दुर्गंध दूर होती है और मुंह लंबे समय तक तरोताजा रहता है। इसीलिए कई टूथपेस्ट में लौंग का इस्तेमाल किया जाता है। यह उपाय उन लोगों के लिए भी फायदेमंद है जिनके दांत दर्द या मसूड़ों में सूजन है।
वजन घटाने में मददगार
लौंग के पानी में ऐसे तत्व होते हैं, जो शरीर के मेटाबॉलिज्म को बढ़ाते हैं। अगर, मेटाबॉलिज्म ठीक से चलता रहे, तो शरीर में जमा विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाते हैं और फैट बर्निंग की प्रक्रिया तेज हो जाती है।
सूजन और दर्द को कम करना
लौंग के पानी को प्राकृतिक सूजनरोधी माना जाता है। जिन लोगों को हड्डियों, मांसपेशियों या जोड़ों में दर्द, अकड़न या सूजन की समस्या होती है , उन्हें यह पानी पीने से आराम मिल सकता है। इसमें मौजूद यूजेनॉल नामक यौगिक दर्द से राहत दिलाने और शरीर को हल्का महसूस कराने का काम करता है।
सर्दी और खांसी से बचाव
ठंड के मौसम में खांसी, जुकाम और गले में संक्रमण की समस्या बहुत बढ़ जाती है। लौंग का पानी एक प्राकृतिक कवच की तरह काम करता है, क्योंकि इसमें एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल और एंटी माइक्रोबियल गुण होते हैं, जो संक्रमण को दूर रखते हैं। इसके नियमित सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और शरीर के लिए बदलते मौसम का सामना करना आसान हो जाता है।
वहीं, फिटनेस ट्रेनर नवनीत रामप्रसाद के अनुसार, सिर्फ लंबी वॉक करना 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को मजबूत बनाने के बजाय और भी कमजोर कर सकता है।