हम खाना पकाने में कई तरह की हरी सब्जियों का इस्तेमाल करते हैं। इनमें सबसे अनोखा है धनिया पत्ता। धनिया हर व्यंजन का स्वाद और खुशबू बढ़ा देता है। ये पत्ते न सिर्फ स्वाद बढ़ाते हैं, बल्कि हमारे शरीर के लिए भी बहुत फायदेमंद होते हैं। आयुर्वेद में धनिया को औषधि माना गया है। आयुर्वेदिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि धनिया का इस्तेमाल कई पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों में भी किया जाता है।
पंजीकृत आहार विशेषज्ञ और पोषण शिक्षक डॉ. चारु अरोड़ा के अनुसार, धनिया एक कार्यात्मक भोजन है जो स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। धनिया में लिनालूल मुख्य यौगिक है जो सुगंध के साथ-साथ औषधीय गुणों से भी भरपूर है। धनिया पोषण संबंधी विशेषता, सूजनरोधी, रोगाणुरोधी, एंटीऑक्सीडेंट जैसे गुण होते हैं।
पोषण शिक्षक डॉ. चारु अरोड़ा के अनुसार, धनिया का पानी शरीर से विषाक्त तत्वों टॉक्सिन को बाहर निकालने में मदद करता है। यह लिवर और किडनी को सुचारू रूप से काम करने में मदद करता है। धनिया में मौजूद फोलेट गर्भवती महिलाओं और उनके गर्भस्थ शिशु के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। यह गर्भावस्था के दौरान पोषक तत्वों का एक अच्छा स्रोत है। यह कोलेस्ट्रॉल को भी संतुलित रखता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन ए त्वचा को चमकदार बनाते हैं।
धनिया के फायदे
विशेषज्ञ के अनुसार, धनिया शरीर के पाचन तंत्र, ब्लड शुगर, लिवर और किडनी की कार्यक्षमता को बेहतर करता है। इसके अंदर मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और डिटॉक्स गुण शरीर को अंदर से साफ करने का काम करते हैं। धनिया के पत्ते जरूरी विटामिन और मिनरल से भरपूर होते हैं। इनमें विटामिन ए, सी और के शामिल हैं। ये आंखों, त्वचा और हड्डियों के लिए बेहद जरूरी हैं।
पाचन और इम्यूनिटी बूस्ट
इसके साथ ही इसमें फोलेट, कैल्शियम, पोटैशियम, आयरन और मैग्नीशियम जैसे तत्व भी पाए जाते हैं। धनिया पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है। सुबह खाली पेट इन पत्तों को चबाने या इनका पानी पीने से गैस, एसिडिटी और कब्ज जैसी समस्याओं से राहत मिलती है। धनिया में मौजूद विटामिन सी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी होने पर सर्दी, खांसी और बुखार जैसी मौसमी बीमारियां जल्दी नहीं लगतीं।
कोलेस्ट्रोल कंट्रोल
धनिया में मौजूद पोटैशियम ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रखने में मदद करता है। यह कोलेस्ट्रॉल को भी संतुलित रखता है। एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन ए त्वचा को चमकदार बनाते हैं। यह शरीर को डिटॉक्सीफाई करता है। धनिया का पानी शरीर से विषाक्त तत्वों यानी टॉक्सिन को बाहर निकालने में मदद करता है।
धनिया के अधिक सेवन के नुकसान
- धनिया के जूस का अधिक सेवन करने से कुछ लोगों में त्वचा पर चकत्ते, सांस लेने में कठिनाई या पेट में परेशानी जैसी एलर्जी हो सकती हैं।
- डिटॉक्सिफिकेशन के रूप में धनिया के जूस का प्रतिदिन सेवन शरीर में कुछ आवश्यक खनिजों या इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी हो सकती है। ऐसे में आपको धनिया के जूस का अधिक सेवन करने से बचना चाहिए।
- यह किडनी को अधिक पानी और नमक बाहर निकालने के लिए प्रभावित कर सकता है। इसके अधिक उपयोग से किडनी पर दबाव पड़ सकता है या इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन हो सकता है।
वहीं, बारिश के मौसम में बीमार नहीं पड़ना, तो आपको अपनी थाली में शामिल करनी चाहिए कुछ खास मौसमी सब्जियों को खाना चाहिए। इससे न केवल इम्यून सिस्टम को बूस्ट होता है, बल्कि शरीर के हर अंग को मजबूती मिलती है।
