Cholesterol Control: हेल्दी शरीर के लिए कोलेस्ट्रॉल की भूमिका भी अहम होती है। शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने पर हार्ट पर सीधा प्रभाव पड़ता है। इससे हार्ट संबंधी समस्या और अटैक का खतरा बढ़ जाता है। कई अध्ययनों में भी ये बात सामने आई है कि हार्ट की हेल्थ के लिए खानपान और लाइफस्टाइल का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। ऐसे में कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने के लिए दालचीनी का पाउडर बहुत असरदार हो सकता है। दालचीनी एक मसाला है, जो लकड़ी जैसा होता है। ये मार्केट में आसानी से मिल जाता है। चाय में दालचीनी का पाउडर मिलाकर पीने से शरीर को कई फायदे मिलते हैं।

दालचीनी के फायदे

दालचीनी का इस्तेमाल कई तरह के व्यंजनों में स्वाद के लिए किया जाता है। दालचीनी सिर्फ खाने में स्वाद के लिए ही नहीं, बल्कि कई बीमारियों के लिए दवा का काम भी करती है। सर्दियों के मौसम में दालचीनी के सेवन से पाचन, खांसी, सर्दी और जुकाम से राहत मिलती है। इसके साथ ही दालचीनी का सेवन करने से हार्ट ब्लॉकेज का खतरा भी कम होता है, जिससे हार्ट की हेल्थ अच्छी होती है। ये ब्लड शुगर कंट्रोल करने से लेकर कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम करने के लिए भी बहुत फायदेमंद है।

दालचीनी में कई औषधीय गुण और पोषक तत्व मौजूद होते हैं। यह गरम मसाला कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, फास्फोरस और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है। 2019 में करंट मेडिसिनल केमिस्ट्री पत्रिका में छपी एक रिसर्च के अनुसार, विटामिन युक्त भोजन करने से आपका स्वास्थ्य बेहतर होता है और हृदय रोग का जोखिम कम होता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, दुनिया भर में हार्ट के चलते ही सबसे अधिक मौतें होती हैं।

कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल

शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने से जोड़ों में दर्द होना शुरू हो जाता है। कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने के लिए दालचीनी की चाय बहुत ही असरदार हो सकती है। दालचीनी में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और लिपिड-लोअरिंग गुण होते हैं, जो दिल और रक्त वाहिकाओं के लिए फायदेमंद होते हैं।

नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी के रिसर्च के अनुसार, दालचीनी में सिनामेल्डिहाइड की मात्रा अधिक होती है, इसलिए इसका उपयोग सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। इसके सेवन से याददाश्त को बढ़ाया जा सकता है। इसके साथ ही ये मेटाबॉलिज्म को भी बूस्ट करती है।

पाचन में सुधार

दालचीनी में कई औषधीय गुण और पोषक तत्व मौजूद होते हैं। इसमें कार्बोहाइड्रेट और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर होते हैं। रोजाना दालचीनी का सेवन करने से गैस, सूजन और कब्ज जैसी ज्यादातर समस्याएं ठीक हो सकती हैं। इसमें प्राकृतिक पाचन गुण होते हैं, जो पाचन तंत्र को बेहतर ढंग से काम करने में मदद करते हैं।

ब्लॉकेज का नहीं होगा खतरा

खानपान और खराब लाइफस्टाइल के कारण धमनियों में ब्लॉकेज की समस्या भी होने का खतरा बढ़ जाता है। धमनियों में ब्लॉकेज होने की वजह से आपके शरीर में ब्लड सर्कुलेशन ठीक ढंग से नहीं हो पाता है और इसकी वजह से हार्ट अटैक जैसी गंभीर समस्या का खतरा बढ़ जाता है। चालचीनी के सेवन से धमनियों में ब्लॉकेज का खतरा कम होता है।

इसके अलावा कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए शलजम का सेवन किया जा सकता है। शलजम में पोटैशियम और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो रक्तचाप यानी ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करते हैं और हृदय को स्वस्थ रखते हैं। यह कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी संतुलित करता है।