हमारे आसपास कई पेड़ पौधे हैं जो सिर्फ सुंदरता बढ़ाने के ​लिए ही नहीं, बल्कि कई बीमारियों का इलाज तक करने में असरदार है। कुछ पेड़-पौधों की पत्तियां सेहत के लिए काफी फायदेमंद होती हैं। इन्हें आयुर्वेद में भी कई औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। आयुर्वेद में पान, शतावरी, करी यानी करी पत्ता और पुदीने के पत्तों का विशेष महत्व है। ये पत्तियां डाइजेशन, इम्यूनिटी, शुगर कंट्रोल और दिल की सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होती हैं। ये पत्तियां कई बीमारियों के लिए रामबाण इलाज मानी जाती हैं।

पान के पत्ते

पान के पत्ते डाइजेशन और इंफेक्शन में सबसे ज्यादा फायदेमंद होते हैं। पान के पत्ते में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो पाचन तंत्र को मजबूत बनाते हैं और कब्ज को दूर करते हैं। पान का पत्ता डायबिटीज कंट्रोल करने में भी असरदार होता है। इसमें मौजूद फाइटोन्यूट्रिएंट्स ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करते हैं। ये मुंह के बैक्टीरिया को खत्म करता है और मसूड़ों को मजबूत बनाता है। इसके अलावा पान के पत्ते में एंटी-वायरल गुण होते हैं, जो जुकाम और गले की खराश को ठीक करने में फायदेमंद होते हैं।

शतावरी के पत्ते

एस्परैगस में एस्पार्टिक एसिड भरपूर रूप से पाया जाता है, जो शरीर में अमोनिया की ज्यादा मात्रा को कंट्रोल करने में असरदार होता है। इसके अलावा, इसमें विटामिन सी, विटामिन ई और फोलेट भी पाया जाता है। इस पत्ते को महिलाओं की सेहत के लिए वरदान भी माना जाता है। महिलाओं के हार्मोनल बैलेंस के लिए फायदेमंद होता है। ये एस्ट्रोजन हार्मोन को संतुलित करता है और पीरियड्स की अनियमितता को ठीक करता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। इसके साथ ही ये डाइजेशन और एसिडिटी में राहत देने के लिए फायदेमंद होता है। ये पेट की जलन और अल्सर जैसी समस्याओं में फायदेमंद है।

करी पत्ते  

करी पत्ता कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने के साथ-साथ दस्त, कब्ज या पेट की परेशानी को दूर करने में मदद करता है। करी पत्ता इंसुलिन सेंसिटिविटी को बढ़ाकर डायबिटीज कंट्रोल करता है। इसमें मौजूद फाइबर और एंटी-बैक्टीरियल गुण कब्ज और एसिडिटी को दूर करते हैं। करी पत्ते के सेवन से हार्ट की हेल्थ अच्छी रहती है।

पुदीने की पत्ती

पुदीने की पत्तियां स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होती हैं। पुदीना एसिडिटी, गैस और पेट दर्द को कम करता है। इसमें मौजूद एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-वायरल गुण शरीर को इंफेक्शन से बचाते हैं। ये पेट को ठंडक पहुंचाने, अपच को सही करने और सांसों से आने वाली दुर्गंध को दूर करने में मदद करती हैं। इसकी पत्तियों में एंटी-ऑक्सीडेंट और फाइटोन्यूट्रिएंट्स के साथ-साथ फास्फोरस, कैल्शियम, विटामिन सी, विटामिन डी, विटामिन ई और विटामिन ए भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसे खाने से शरीर को कई लाभ मिलते हैं।

खाने के बाद इन 2 चीजों को तुरंत चबा लीजिए, पाचन तंत्र करने लगेगा तेजी से काम, सुबह उठते ही पेट की हो जाएगी सफाई। पूरी खबर पढ़ने के लिए लिंक

Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।