भारतीय मसाले अपनी सुगंध और स्वाद के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध हैं। मसालों का उपयोग खाने में स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ कई बीमारियों के इलाज के लिए भी किया जाता है। अजवाइन के पत्ते सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए नहीं, बल्कि सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद हैं। गर्मियों में इनका सेवन पाचन तंत्र को मजबूत करने, इम्यूनिटी बढ़ाने और शरीर को ठंडक देने में मदद करता है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो शरीर को कई बीमारियों से बचाते हैं।

इसी तरह अजवाइन के बीज भी सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं, जो स्वाद के साथ-साथ औषधीय गुणों से भरपूर हैं। खाने में अजवाइन डालकर खाने से हेल्थ को बहुत ही फायदे मिलते हैं। फाइटोमेडिसिन और फार्माकोग्नॉसी रिसर्च में प्रकाशित शोध के अनुसार, अजवाइन को कैरम बीज के रूप में भी जाना जाता है। अध्ययन में अजवाइन के कई फायदों पर प्रकाश डाली है, जिसमें पाचन, ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल लेवल, श्वसन संबंधी समस्याएं, जीवाणुरोधी गुण और दांत दर्द से राहत आदि। डायटीशियन लवलीन कौर ने अजवाइन के पत्तों के फायदे बताए हैं।

पेट की समस्याएं

अजवाइन के पत्तों में मौजूद थायमोल पेट में गैस, ब्लोटिंग और एसिडिटी को कम करता है। गर्मियों में खराब पाचन और अपच की समस्या आम होती है। ये पाचन तंत्र को ठंडक देता है और मेटाबॉलिज्म को सुधारता है। 5-6 अजवाइन के पत्तों को पानी में उबालकर पीने से पाचन दुरुस्त रहता है। इन्हें चबाने से भी पेट से जुड़ी समस्याएं दूर होती हैं।

डिहाइड्रेशन से बचाव

अजवाइन के पत्ते डिहाइड्रेशन से बचाव करने के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। गर्मियों में लू लगने और पानी की कमी से कमजोरी और चक्कर आ सकते हैं। अजवाइन के पत्ते शरीर को ठंडक देते हैं और हाइड्रेट रखते हैं। इसमें इलेक्ट्रोलाइट्स और मिनरल्स होते हैं, जो गर्मी से बचाते हैं। अजवाइन के पत्तों को पानी में भिगोकर वह पानी दिन में 2-3 बार पिएं।

इम्यूनिटी बूस्ट

अजवाइन के पत्ते इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए भी बहुत ही असरदार होते हैं। गर्मी में इंफेक्शन, सर्दी-जुकाम और वायरल बुखार का खतरा बढ़ जाता है। अजवाइन के पत्तों में एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण होते हैं, जो शरीर को संक्रमण से बचाते हैं। ये इम्यून सिस्टम को मजबूत करते हैं और शरीर को डिटॉक्स करते हैं।

वहीं, जर्नल ऑफ अफेक्टिव डिसऑर्डर्स में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक, खराब लाइफस्टाइल के कारण तनाव होता है और इससे मेंटल हेल्थ पर असर पड़ता है।