यूरिक एसिड एक रसायन है जो तब बनता है जब शरीर प्यूरीन नामक पदार्थों को तोड़ता है। प्यूरीन आमतौर पर शरीर में निर्मित होते हैं इसके अलावा कुछ खाद्य पदार्थों और लिक्विड फूड में भी ये पाया जाता हैं। मटन में लीवर, एंकोवी, मैकेरल, सूखे बीन्स, मटर और बीयर में प्यूरीन की मात्रा अधिक होती है जिनका सेवन करने से तेजी से यूरिक एसिड बढ़ता है।
अधिकांश यूरिक एसिड ब्लड में घुल जाते हैं और किडनी तक पहुंचकर पेशाब के जरिए बॉडी से बाहर निकल जाते हैं। यदि बॉडी में बहुत अधिक यूरिक एसिड का उत्पादन होता है या फिर किडनी इसे फिल्टर करके बॉडी से बाहर नहीं निकाल पाती तो बॉडी बीमार हो सकती हैं। रक्त में यूरिक एसिड के उच्च स्तर को हाइपरयूरिसीमिया कहा जाता है।
बॉडी में यूरिक एसिड के बढ़ने से गठिया की बीमारी होने का खतरा सबसे अधिक रहता है। आप भी बढ़ते यूरिक एसिड से परेशान हैं तो बाबा राम देव से जानिए कि कैसे यूरिक एसिड को कंट्रोल करें।
अनुलोम-विलोम प्रणायाम करें: अनुलोम-विलोम एक ऐसी एक्सरसाइज है जिसे करने से लंग्स हेल्दी रहते हैं और बॉडी में ऑक्सीजन का प्रवाह सुचारु रूप से होता है। इसे करने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल होता है साथ ही यूरिक एसिड भी कंट्रोल रहता है।
कपालभाति प्रणायाम करें: यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए कपालभाति प्रणायाम करें। ये प्रणायाम बॉडी में रसायनों को संतुलित रखने में मदद करता है। इसका लगातार अभ्यास करने से यूरिक एसिड कंट्रोल रहता है।
सूक्ष्म व्यायाम करें: सुक्ष्म आसन करने से बॉडी एक्टिव रहती है और आप चुस्त-दुरुस्त महसूस करते हैं। इस आसन को करने से बॉडी की थकान दूर होती है। यूरिक एसिड बढ़ने की वजह से बॉडी में कई हिस्सों जैसे कमर, पैरों और तलवों में दर्द की शिकायत रहती है। ये एक्सरसाइज बढ़ते यूरिक एसिड को कंट्रोल करती है और दर्द से निजात दिलाती है।
उष्ट्रासन करें: ये आसन किडनी को हेल्दी रखता है और मोटापा को भी कंट्रोल करता है। इसे करने से पॉश्चर में सुधार आता है और पाचन ठीक रहता है। इसे करने से टखने के दर्द से भी राहत मिलती है।
गोखरू का सेवन करें: गोखरू एक ऐसी जड़ी बूटी है जिसका सेवन सदियों से कई बीमारियों का उपचार करने में किया जा रहा है। गोखरू का इस्तेमाल गठिया के इलाज में भी किया जाता है। इसके सेवन से जोड़ो के दर्द और मांसपेशी के दर्द में आराम मिलता है। इसके लिए आपको गोखुरू का काढ़ा बनाकर उसका सेवन करें। गोखरू का काढ़ा बनाने के लिए गोखरू का पाउडर, सूखा अदरक और पानी को बराबर मात्रा में उबाल कर उसका काढ़ा बनाएं और सुबह शाम उसका सेवन करें।