दिल हमारी बॉडी का अहम हिस्सा है, इसके धड़कने से ही हमारे जिंदा और मरने का सबूत मिलता है। दिल को हेल्दी रखना बेहद जरूरी है। दिल को हेल्दी रखने के लिए जरूरी नहीं कि आपको कुछ बड़े बदलाव करना है, छोटे-छोटे लेकिन लगातार किए गए कदम बड़ा फर्क ला सकते हैं। दिल को हेल्दी रखने के लिए डाइट में बदलाव करना, लाइफस्टाइल में सुधार करना बेहद जरूरी है। हेल्दी हार्ट हेल्दी लाइफस्टाइल का नतीजा है। अगर आप एक साथ लम्बे समय तक बैठे रहेंगे तो आपकी हार्ट हेल्थ प्रभावित होगी और आपका दिल ठीक से काम करना बंद कर देगा।

आजकल युवाओं में हार्ट फेल होने की संभावना बढ़ रही है, खासकर उन लोगों में जो अधिक रनिंग और एक्सरसाइज करते हैं। दिल की सेहत को लेकर गुजरे दो सालों में ऐसे भी मामले सामने आए हैं जिसमें रनिंग और एक्सरसाइज करने के बावजूद भी हार्ट अटैक हुआ है। यह बात लोगों को उलझन में डालती है कि नियमित एक्सरसाइज करने के बावजूद भी हार्ट से जुड़ी दिक्कतें क्यों हो रही हैं। आयुर्वेदिक एक्सपर्ट और योग गुरु स्वामी रामदेव का मानना है कि एक्सरसाइज जरूरी है, लेकिन कुछ युवा अपनी क्षमता से ज़्यादा मेहनत करते हैं। जब शरीर अपनी ताकत से अधिक दबाव झेलता है तो दम उखड़ने लगता है और हार्ट रेट अचानक 200 तक पहुंच जाता है। 

ऐसे में शरीर पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, जो हार्ट के लिए खतरनाक हो सकता है। इसलिए जरूरी है कि एक्सरसाइज रेगुलर की जाए, लेकिन धीरे-धीरे और अपनी क्षमता के अनुसार। बाबा रामदेव ने युवाओं को दिल के रोगों से बचाने के लिए कुछ योगासन बताएं हैं, जो हार्ट को मजबूत रखने में मददगार साबित होते हैं। आइए जानते हैं कि कौन-कौन से ऐसे योगासन हैं जिन्हें करके दिल को हेल्दी रखा जा सकता है। कुछ योगासन करने से कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल होता है और दिल की सेहत दुरुस्त रहती है।

गोमुखासन करें दिल हेल्दी रहेगा

गोमुखासन सेहत के लिए बेहद उपयोगी योगासन है, जो न केवल शरीर को लचीला बनाता है बल्कि दिल की सेहत को भी दुरुस्त करता है। इस आसन में पैरों को मोड़कर बैठा जाता है और हाथों को पीछे से ऊपर-नीचे ले जाकर जोड़ा जाता है। यह अभ्यास कंधों, छाती और हाथों की मांसपेशियों को सक्रिय करता है और ब्लड संचार को दुरुस्त करता है। जब रक्त प्रवाह सुचारू रूप से चलता है तो दिल पर अतिरिक्त दबाव कम होता है और ऑक्सीजन पूरे शरीर तक आसानी से पहुंचती है। ये आसन हार्ट अटैक के खतरे को टालने में मददगार साबित होता है।

उत्तान कूर्मासन कीजिए दिल पर दबाव कम होगा

उत्तान कूर्मासन एक प्रभावी योगासन है, जो शरीर की मांसपेशियों को लचीला और मजबूत बनाता है। इसे करने से दिल की क्षमता में सुधार होता है। इस आसन में पैरों को मोड़कर बैठा जाता है और एक हाथ को दूसरे कंधे के ऊपर ले जाकर पीछे की ओर ले जाया जाता है, जबकि दूसरा हाथ दूसरी ओर से पीठ पर ले जाकर पकड़ना होता है। यह स्थिति भुजाओं और कंधों की मांसपेशियों पर गहरा प्रभाव डालती है और शरीर की जकड़न को दूर करती है।

जब यह आसन नियमित रूप से किया जाता है, तो रक्त संचार सुचारू होता है। बेहतर ब्लड सर्कुलेशन दिल पर अतिरिक्त दबाव को कम करता है और शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन और पोषण पहुंचता है। हृदय को जब संतुलित और निरंतर रक्त प्रवाह मिलता है तो हार्ट अटैक और अन्य हृदय रोगों की संभावनाएं घट जाती है।

ये योगासन तनाव को कंट्रोल करता है और मानसिक स्थिति में सुधार करता है। इसे करने से ब्लॉकेज का खतरा कम होता है। नियमित अभ्यास से हृदय की क्षमता बेहतर होती है और दिल 100  सालों तक स्वस्थ बना रहता है। यह आसन भुजाओं और कंधों को मजबूत करता है और मांसपेशियों की जकड़न को दूर करता है। इसके नियमित अभ्यास से शरीर में फ्लैक्सिबिलिटी बनी रहती है और हार्ट हेल्थ बेहतर होती है।

पैरों की ताकत में कमी लिवर कमजोर होने के खतरनाक संकेत, 5 इशारों का मतलब है Liver पर बढ़ गया है बोझ, इन 5 फूड से करें जिगर का इलाज। पूरी जानकारी हासिल करने के लिए लिंक पर क्लिक करें।