Ayurvedic Treatment for Diabetes: डायबिटीज एक बीमारी है जो तब होती है जब आपका ब्लड ग्लूकोज, जिसे ब्लड शुगर भी कहा जाता है वह बहुत अधिक हो जाए। ब्लड शुगर आपके ऊर्जा का मुख्य स्रोत है और आपके द्वारा खाए गए खाने से आता है। इंसुलिन, एक हार्मोन है जो पैनक्रियाज द्वारा बनता है। यह आपके शरीर को ऊर्जा प्रदान करने में मदद करता है। ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए लोग दवा लेते हैं। लेकिन दवा के अलावा आप आयुर्वेदिक ट्रीटमेंट की मदद से भी डायबिटीज को कंट्रोल कर सकते हैं। डब्ल्यूएचओ के रिपोर्ट के अनुसार, डायबिटीज के इलाज के लिए आयुर्वेद एक बेहतर तरीका है।
डायबिटीज की समस्या को खत्म करना कठिन होता है, लेकिन इसे कंट्रोल किया जा सकता है। दुनिया भर के कई वैज्ञानिक चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं ताकि डायबिटीज की दवा बना सकें जो बिना किसी दुष्प्रभाव के इसे कंट्रोल करने में मदद कर सके। ऐसे कई तरीके हैं जिनसे आप अपने डायबिटीज और ब्लड शुगर के उतार-चढ़ाव को कंट्रोल कर सकते हैं, जैसे हेल्दी डाइट और लाइफस्टाइल फॉलो करना। आयुर्वेद में ऐसे कई नुस्खे हैं जो आपकी मदद कर सकते हैं।
आयुर्वेद भी मिठाई और कार्बोहाइड्रेट के अधिक सेवन से बचने का सुझाव देता है। डायबिटीज के मरीज को अपनी डाइट में अधिक हरी और पत्तेदार सब्जियों को शामिल करना चाहिए। आयुर्वेद शरीर के कई बीमारियों को दूर करने में मदद करता है और रोगों को शरीर में प्रवेश करने से रोकता है। आयुर्वेद में डायबिटीज को कंट्रोल करने वाली कुछ प्रमुख चीजें शामिल हैं:
आंवला: आंवला सबसे शक्तिशाली आयुर्वेदिक जड़ी बूटी के रूप में जाना जाता है, और इसमें विटामिन-सी और एंटीऑक्सीडेंट भी उच्च मात्रा में होता है। यह डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए जाना जाता है। यह शरीर में इंसुलिन को अवशोषित करने और ब्लड शुगर के स्तर को रेगुलेट करने में मदद करता है।
त्रिफला: त्रिफला एक नेचुरल इम्यूनिटी बूस्टर के रूप में जाना जाता है। इसी प्रकार यह डायबिटीज के मरीजों के लिए भी फायदेमंद होता है। इसमें मौजूद तत्व ब्लड शुगर के लेवल को कंट्रोल करने में मदद करता है।

