रोटी भारतीय डाइट का अहम हिस्सा है, जिसे हम सुबह के नाश्ते से लेकर दोपहर और रात के खाने तक नियमित रूप से खाते हैं। कार्बोहाइड्रेट से भरपूर रोटी भूख मिटाती है और शरीर को तुरंत ऊर्जा देती है। देश के अधिकांश हिस्सों में लोग गेहूं के आटे की रोटी ही खाते हैं, लेकिन गेहूं के आटे में कार्ब की मात्रा काफी अधिक होती है। यही वजह है कि दिन में तीन से अधिक गेहूं की रोटियां खाने पर पाचन कमजोर होने लगता है, पेट फूलने की समस्या बढ़ती है और वजन बढ़ने तथा डायबिटीज का खतरा भी बढ़ सकता है। आप जानते हैं कि गेहूं के आटे के अलावा भी कई अनाज ऐसे हैं जो न सिर्फ हमारे पाचन के लिए अमृत हैं बल्कि वजन और डायबिटीज के लिए भी जरूरी है।
एम्स के पूर्व कंसल्टेंट और साओल हार्ट सेंटर के फाउंडर एंड डायरेक्टर और प्रसिद्ध कार्डियोलॉजिस्ट डॉ विमल झांझर ने बताया अगर आप सर्दी में बॉडी को एनर्जेटिक रखना चाहते हैं कमजोरी, थकान को दूर करना चाहते हैं, पाचन को ठीक, वजन को कम और डायबिटीज कंट्रोल करना चाहते हैं तो आप बाजरा के आटे का सेवन करें। एक आटा आपकी इतनी सारी बीमारियों को कंट्रोल कर सकता है।
सर्दियों के मौसम में गेहूं की रोटी की जगह बाजरा की रोटी का सेवन आपकी सेहत के लिए अमृत साबित होगा। राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र और हरियाणा जैसे राज्यों में बाजरा की रोटियां पहले से नियमित रूप से खाई जाती थीं, लेकिन अब शहरी इलाकों में भी इनकी मांग तेजी से बढ़ी है। एक्सपर्ट के मुताबिक बाजरा की रोटी गेहूं की रोटी से ज्यादा हेल्दी और असरदार होती है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि सर्दी में बाजरा की रोटी का सेवन करने से सेहत पर कैसा असर होता है।
बाजरा की रोटी का सेवन कैसे असरदार साबित होता है?
एक्सपर्ट के मुताबिक बाजरा की रोटी में फाइबर की मात्रा बहुत अधिक होती है, जो पाचन में सुधार करती है। इस आटे की रोटी का सेवन करने से पेट लम्बे समय तक भरा रहता है। बाजरे की रोटी का सेवन करने से ब्लड शुगर को आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है। डायबिटीज और वजन बढ़ने की समस्या वाले लोग इस मिलेट्स को अपनी डाइट में शामिल करें तो फायदा होगा।
बाजरा की रोटी के पोषक तत्व
पोषण विशेषज्ञ बताते हैं कि बाजरा प्रोटीन से भरपूर मिलेट है जिसमें विटामिन C, विटामिन B6 और फोलिक एसिड पाया जाता है, जो इम्यूनिटी को मजबूत बनाता हैं और शरीर को सर्दियों में अतिरिक्त ताकत देता हैं। कई रिसर्च में ये बात साबित हो चुकी है कि इस मिलेट में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर को टॉक्सिन्स से बचाते हैं और बॉडी को हेल्दी रखते हैं। इस मिलेट में एंटी-कैंसर गुण भी मौजूद होते हैं।
बाजरा की रोटी के फायदे
आधुनिक लाइफस्टाइल में बढ़ती गैस, कब्ज, पेट फूलना, हाई शुगर और थकान जैसी समस्याओं में भी बाजरा की रोटी का सेवन फायदेमंद माना जाता हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि ये अनाज ग्लूटेन-फ्री होता हैं और वजन कंट्रोल करने में मदद करता हैं। डायटीशियन सुझाव देते हैं कि लोग अपनी रोजमर्रा की डाइट में हफ्ते में कम से कम एक–दो बार बाजरे की रोटी शामिल करें। आप इस आटे को गेहूं के आटे में मिक्स करके भी खा सकते हैं। इसमें मौजूद आयरन, मैग्नीशियम, पोटैशियम और जिंक शरीर की मांसपेशियों, हड्डियों और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता हैं। सर्दियों में पारंपरिक गेहूं की रोटी की जगह बाजरा की रोटी खाएं न सिर्फ शरीर को अतिरिक्त ऊर्जा मिलेगी बल्कि बीमारियों से बचाव करने में भी मदद मिलेगी।
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