Foods to avoid in conjunctivitis: बरसात और बाढ़ के बाद अचानक से आई फ्लू फ्लू के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। कंजंक्टिवाइटिस कोरोना की तरह तेजी से फैल रहा है। आई फ्लू की चपेट में आने के बाद लोग कई तरह के लक्षण महसूस करते हैं। आंखों से पानी बहना, आंखों में दर्द होना, चुभन होना और आंखों का लाल होना,आंखों में सूजन आना,आंख में पस पड़ना आई फ्लू के लक्षण हो सकते हैं। कुछ मरीजों को आई फ्लू की परेशानी में बुखार भी रहता है।

आई फ्लू की परेशानी मानसून के मौसम में कम तापमान और ज्यादा उमस होने के कारण होती है। इस मौसम में बैक्टीरिया, वायरस के संपर्क में आते हैं और बैक्टीरिया वायरस का एलर्जिक रिएक्शन कंजंक्टिवाइटिस का कारण बनते हैं। इस बीमारी में अगर खान-पान का ध्यान नहीं रखा जाए तो ना सिर्फ आई फ्लू की अवधि बढ़ती है बल्कि आंखों को भी नुकसान पहुंचता है।

विटामिन ए से भरपूर खाद्य पदार्थ आंखों की हेल्थ और विजन के लिए बेहतरीन हैं। आंखों की किसी भी कमी को दूर करने के लिए पूरे साल एक गिलास गाजर का जूस पीना बेहद उपयोगी है। विटामिन ए से भरपूर अन्य फूड्स जैसे पालक, शकरकंद और पशुओं के लीवर का सेवन आंखों के लिए उपयोगी है। आई फ्लू की वजह से आंखों की रोशनी पर भी असर पड़ता है। इस दौरान कुछ फूड्स से परहेज करना बेहद जरुरी है। आइए जानते हैं कि कौन से ऐसे फूड्स है जिनका सेवन कंजेक्टिवाइटिस के लक्षणों को बढ़ा सकता है। आइए जानते हैं कि कौन से ऐसे फूड्स हैं जो आई फ्लू के दौरान बॉडी पर ज़हर की तरह असर करते हैं।

आई फ्लू के दौरान इन फूड्स का सेवन करने से परहेज करें

  • कंजेक्टिवाइटिस को जल्द ठीक करना चाहते हैं तो रेड मीट का सेवन करने से बचें। संक्रमण के दौरान मीट का अधिक सेवन आपकी आंखों में सूजन और दर्द को बढ़ा सकता है।
  • प्रोटीन डाइट का सेवन आंखों की समस्याओं को बढ़ा सकता है। डाइट में प्रोटीन का सेवन करने से कुछ दिन बचें।
  • खट्टे फलों का सेवन इम्युनिटी को स्ट्रॉन्ग बनाता है लेकिन कंजेक्टिवाइटिस में इनसे परहेज करें। खट्टे फल एसिडिक होते हैं और आंखों में जलन पैदा कर सकते हैं।
  • खाने में नमक और मसालेदार खाने का सेवन करने से बचें। नमक और मसालेदार खाना आंखों में जलन और सूजन को बढ़ा सकता है।
  • स्टार्चयुक्त और शुगर वाले फूड्स जैसे सफेद ब्रेड,रिफाइंड अनाज, आलू, पुडिंग, पाई, पेस्ट्री, चीनी और जैम का सेवन करने से परहेज करें। ये सभी फूड्स आंखों पर ज़हर की तरह असर करते हैं।
  • ऐसी मिठाइयों से बचना चाहिए जो सर्दी और कंजेक्टिवाइटिस की परेशानी को बढ़ाने में असरदार हैं।
  • डेयरी उत्पाद का सेवन करने से बचें। खास तौर पर पाश्चुरीकृत दूध में हानिकारक बैक्टीरिया हो सकते हैं जो आंखों के संक्रमण को बढ़ा सकते हैं।

आई फ्लू से बचाव के लिए इन बातों का रखें ध्यान

  • दिन में बीच-बीच में अपने हाथ धोते रहें।
  • तौलिये और कपड़े को रोजाना साफ करें।
  • तौलिए और वॉशक्लॉथ को दूसरों के साथ साझा नहीं करें।
  • तकिए के कवर को नियमित रूप से बदलते रहें।
  • आंखों के मेकअप और आंखों की देखभाल करने वाले प्रोडक्ट को दूसरों के साथ साझा नहीं करें।
  • अपनी आंखों को छूने और रगड़ने से बचें।
  • भीड़-भाड़ वाली जगहों पर न जाएं।