कब्ज, गैस, एसिडिटी और कोलाइटिस की परेशानी आंतों के कमजोर होने के हो सकते हैं संकेत। कोलाइटिस के मरीज आंतों की कमजोरी की गिरफ्त में बहुत तेजी से आते हैं। हम कुछ भी खाते हैं तो सीधे वो पेट में जाता है फिर आंतों में जाता है और लिवर पर असर करता है, जिसका असर पूरी बॉडी पर दिखेगा। आयुर्वेदिक के मुताबिक आंतों के कमजोर होने के लिए सूजन जिम्मेदार है। आयुर्वेद के मुताबिक आंतों में अपच के कारण आंत कमजोर होने लगती है और आंतों में सूजन आने लगती है। आंतों में मूवमेंट कम होने से आंत कमजोर होती हैं। आंतों में स्टिफनेस और खुशकी आने से भी आंतें कमजोर होने लगती हैं।

कब्ज,गैस,पेट में कीड़ें होने से भी आंतों को ठीक से पोषण नहीं मिलता जिसके कारण आंत कमजोर होने लगती हैं। आंतों की कमजोरी ही आंतों में सूजन का कारण बनती है। आयुर्वेदिक एक्सपर्ट और योग गुरु बाबा रामदेव के मुताबिक जिन लोगों को आंतों में सूजन हैं वो रोजाना तीन चीजों को खाना बंद कर दें।

तीन चीजों का सेवन आंतों पर ज़हर की तरह असर करता है। बाबा रामदेव के मुताबिक आंतों की सूजन को कंट्रोल करना हैं तो आप रोजाना एक अनार का सेवन करना शुरू कर दें। अनार का सेवन आंतों के लिए अमृत है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि आंतों की सूजन के लक्षण कौन-कौन से हैं और इसे कंट्रोल करने में अनार का सेवन कैसे असरदार है।

आंतों के लिए ज़हर हैं ये तीन फूड्स

  • मीठी चीजों का सेवन
  • घी का सेवन
  • दूध का सेवन

आंतों में सूजन के लक्षण

  • भोजन का नहीं पचना
  • कभी कब्ज और कभी लूज मल डिस्चार्ज होना
  • पेट में गैस ज्यादा बनना।
  • भूख कम लगना और वजन कम होना
  • पेट का फूलना और पेट में गुड़गुड़ की आवाज़ आना
  • बॉडी में थकान,कमजोरी और सुस्ती होना
  • दिन में 3-4 बार मोशन के लिए जाना
  • पेट में दर्द होना,पेट के आस-पास नाभि के नीचे दर्द होना आंतों में कमजोरी और सूजन के लक्षण हैं।

अनार का सेवन कैसे आंतों की सूजन कंट्रोल करता हैं?

अनार एक ऐसा फल है जो आंतों को सेहतमंद रखने में दवाई की तरह असर करता है। बाबा रामदेव के मुताबिक आंतों की कमजोरी के लिए ऍलोपैथी में कोई दवाई नहीं है। किसी भी वायरस का असर आंतों पर होता है। आंतों को सेहतमंद रखने में अनार का जूस बेहद फायदेमंद होता है। अनार का सेवन करने से आंतें मजबूत हो जाती है,लिवर हेल्दी हो जाता है और पेट से जुड़ी बीमारियां भी दूर हो जाती है।

आयुर्वेद के मुताबिक अनार से पेट का इलाज

आयुर्वेद के मुताबिक अनार का इस्तेमाल कई बीमारियों का इलाज करने में किया जाता है। पेट का इंफेक्शन, उल्टी, दस्त और पेट से जुड़ी किसी भी बीमारी को रोकने में अनार का सेवन बेहद असरदार साबित होता है। कई रिसर्च में ये बात साबित हो चुकी है कि अनार का सेवन आंतों के उन एंजाइम को रोकता है जो मेट्रोनिडाज़ोल के मेटाबोलिज्म में मदद करते हैं, जिससे इसका असर कम हो जाता है।

जिन लोगों को कोलाइटिस है वो अनार का सेवन करें। आंतों की इम्युनिटी खतम होने के कारण ही कोलाइटिस होता है। अगर आप अपनी आंतों की इम्युनिटी को बढ़ाना चाहते हैं तो रोजाना एक अनार का सेवन करें। अनार एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है, जो सूजन को कम करता है और बॉडी को हाइड्रेट करता है। अनार का जूस आंतों के लिए अमृत है। याद रखें कि अनार का सेवन चबा चबा कर करें।