शरीर को हेल्दी रखने के लिए बॉडी को एक्टिव रखना, डाइट का ध्यान रखना खासतौर पर डाइट में कुछ मॉडिफिकेशन करना जरूरी है। दिन भर की डाइट में कब कितनी मात्रा में प्रोटीन लेना है कितनी मात्रा में कार्ब और फैट का सेवन करना है ये जानना जरूरी है। हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक सुबह का नाश्ता पेट भर के खाना चाहिए दोपहर का खाना सीमित होना चाहिए और रात का खाना बेहद कम होना चाहिए। रात का खाना अगर आप फुल पेट खाते हैं और कुछ खास तरह के फूड्स का सेवन करते हैं तो आपकी गट हेल्थ बिगड़ सकती है और मोटापा बढ़ सकता है। रात के खाने में कुछ खास फूड्स का सेवन करने से ब्लड शुगर स्पाइक का खतरा अधिक रहता है। डिनर में कुछ फूड्स का सेवन करने से आपकी गट हेल्थ बिगड़ने लगती है।
न्यूट्रीशनिस्ट नमिता सतीश के मुताबिक आमतौर पर पाचन प्रक्रिया 10-72 घंटों तक अलग हो सकती है। फूड कॉम्बिनेशन,खाने का समय, खाना चबाने की मात्रा और मेटाबॉलिज्म दर पेट से गैस को रिलीज करने और पाचन के समय को प्रभावित करता हैं।
न्यूट्रिशनिस्ट कंसल्टेंट बानी चावला का मानना है कि भोजन को पचाने में लगने वाला समय अलग-अलग फूड्स के लिए अलग-अलग होता है। यह व्यक्ति की उम्र,तनाव के स्तर पर भी निर्भर करता है। रात के खाने में अगर आप कुछ फूड्स का सेवन करने से परहेज कर लें तो आसानी से क्रॉनिक बीमारियों से बच सकते हैं और बॉडी को हेल्दी रख सकते हैं। आइए जानते हैं कि कौन-कौन से फूड्स डिनर में पचने में कितना समय लेते हैं। रात के खाने में कौन से फूड्स का सेवन नहीं करना चाहिए।
कार्बोहाइड्रेट को पचाने में कितना लगता है समय
कार्बोहाइड्रेट सबसे तेजी से पचता है। सिंपल कार्बोहाइड्रेट जो फल, चावल, पास्ता में मौजूद होता हैं जो लगभग 20 मिनट के अंदर पचने लगता है और 2-3 घंटों में पूरी तरह से पच जाता हैं। साबुत अनाज, फलियां और सब्जियों में पाए जाने वाले कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट में फाइबर की मात्रा अधिक होती है जिसे पचने में लगभग 4-6 घंटे का समय लगता है। फाइबर पाचन प्रक्रिया को धीमा करता है और भूख को शांत करता है।
प्रोटीन को पचाने में कितना लगता है समय
प्रोटीन को कार्बोहाइड्रेट की तुलना में पचने में अधिक समय लगता है। इसे टूटने के लिए अधिक एंजाइमेटिक क्रिया की आवश्यकता होती है, जिससे उनके पाचन का समय बढ़ जाता है। मछली या चिकन जैसे लीन प्रोटीन लगभग 3-4 घंटों में पच जाते हैं। अधिक कॉम्प्लेक्स प्रोटीन जैसे कि रेड मीट, बीन्स, फलियों को पचने में 6-8 घंटे तक लग सकते हैं। रात के खाने में रेड मीट का सेवन आपके पाचन को बिगाड़ सकता है।
फैट को पचाने में कितना लगता है समय
फैट को पचाने में सबसे ज्यादा समय लगता है। हाई फैट फूड जैसे पनीर, नट्स और तली हुई चीजें पाचन को काफी धीमा कर देती हैं, क्योंकि फैट जटिल अणु होते हैं जिन्हें टूटने की प्रक्रिया के लिए पित्त से लेकर लिवर की आवश्यकता होती है। वसा को पेट और आंतों से गुजरने में 6 से 8 घंटे लग सकते हैं। जिन खाद्य पदार्थों को पचने में सबसे अधिक समय लगता है उनमें बर्गर और वसायुक्त मछली जैसे हाई फैट फूड शामिल हैं। इन फूड में वसा की मात्रा अधिक होने के कारण ये पाचन तंत्र में 12 घंटे या उससे अधिक समय तक रह सकते हैं, जो पाचन प्रक्रिया को धीमा कर देता है।
इन फूड्स का सेवन करने से मोटापा तेजी से बढ़ता है। मांस और मछली को सब्जियों जैसे फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों की तुलना में पचने में अधिक समय लगता है। इसलिए तले हुए खाद्य पदार्थ या रेड मीट खाने से आपको असुविधा हो सकती है। रात के खाने में इन फूड्स का सेवन करने से परहेज करें। ये फूड आपका मोटापा बढ़ा सकते हैं और बॉडी में कई तरह की पाचन से जुड़ी परेशानियां भी बढ़ा सकते हैं।