अर्थराइटिस (Arthritis) अनुवांशिक और जीवनशैली से जुड़ी बीमारी है। शुरुआती समय में इसका इलाज कराने से राहत मिल सकती है। लेकिन यदि समय रहते इसका इलाज नहीं किया जाएगा तो हड्डियां कमजोर हो सकती हैं और जोड़ों का दर्द बढ़ सकता है। अर्थराइटिस के कारण होने वाला जोड़ों का दर्द असहनीय होता है। शरीर में कैल्शियम की कमी के कारण अर्थराइटिस की समस्या होती है। इसके अलावा इसके पीछे और भी कई कारण होते हैं। लेकिन कई बार सही जानकारी ना होने के कारण अर्थराइटिस की समस्या और अधिक बढ़ जाती है। आइए जानते हैं अर्थराइटिस के लक्षण, कारण और इसका इलाज-
अर्थराइटिस के लक्षण:
– जोड़ों में दर्द
– जोड़ों में अकड़न
– उठने-बैठने समय जोड़ों में दर्द होना
– जोड़ों में दर्द वाले हिस्से पर लालीपन आ जाना
– अंगूठे में सूजन आ जाना
अर्थराइटिस के कारण:
– बढ़ती उम्र के कारण
– इम्युनिटी कमजोर हो जाना
– कैल्शियम की कमी के कारण
– किसी दवाई के साइड इफेक्ट होने से
– जोड़ों में चोट लगने से
अर्थराइटिस का इलाज:
– काली मिर्च में कैप्साइसिन मौजूद होता है जो अर्थराइटिस के दर्द से राहत दिलाता है। इसके अलावा अर्थराइटिस के दौरान जोड़ों में होने वाली सूजन को भी कम करता है। काली मिर्च का सेवन आप शहद के कर सकते हैं या फिर खाना बनाने में भी कर सकते हैं।
– अदरक में नेचुरल हीलिंग एजेंट मौजूद होते हैं जो दर्द और सूजन को कम करते हैं। आप अदरक वाली चाय पी सकते हैं।या फिर कच्चे अदरक का सेवन भी कर सकते हैं।
– गठिया दर्द और सूजन से छुटकारा पाने के लिए सरसों के तेल के साथ मालिश करना बहुत ही अच्छा माना जाता है। तेल प्राकृतिक मरहम के रूप में काम करता है।
– आर्थराइटिस से बचने का सबसे अच्छा तरीका है अपने वजन पर नियंत्रण रखें। इसके लिए आहार में काबोर्हाइड्रेट का सेवन सीमित मात्रा में करें।
– अर्थराइटिस के ट्रीटमेंट के लिए सबसे अच्छा ये है कि आप किसी अनुभवी फिजियोथेरेपिस्ट की सलाह लें। थेरेपिस्ट आपके लिए एक्सरसाइज का एक बेहतर प्लान बना सकते हैं और आपको दर्द कम करने के कई नुस्खे भी सिखा सकते हैं।