मच्छरों के काटने से कई तरह की बीमारियों का खतरा होता है। डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी बीमारियां मच्छरों के काटने से होती हैं। कई बार ये बीमारियां जानलेवा भी होती हैं। इनसे बचने के लिए मच्छरों से खुद का बचाव करना बेहद जरूरी है। आसपास की गंदगी, जलजमाव आदि कारणों से मच्छर पैदा होतो हैं जो कई तरह की बीमारियां फैलाने का काम करते हैं। मच्छरों से बचने के लिए लोग तमाम तरह के उपाय आजमाते हैं। मसलन, मच्छरदानी का प्रयोग, मच्छर भगाने वाले कॉइल्स, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का इस्तेमाल आदि। इन तरीकों के प्रयोग से मच्छरों से कुछ देर के लिए तो छुटकारा मिल जाता है लेकिन इनमें इस्तेमाल होने वाले खतरनाक रसायन स्वास्थ्य को काफी नुकसान पहुंचाते हैं। ऐसे में मच्छरों को भगाने के लिए सुरक्षित और प्रभावी तरीकों की जरूरत पड़ती है। ऐसा ही एक प्राकृतिक नुस्खा है नीम। नीम का तेल त्वचा पर लगाने से मच्छर आस-पास नहीं फटकते हैं। यह मच्छरों से बचाव का प्राकृतिक नुस्खा है जिसका इस्तेमाल करने से किसी भी तरह का साइड इफेक्ट नहीं होता है।

कैसे करता है काम – अमेरिकन मॉस्कीटो कंट्रोल एसोसिएशन की पत्रिका में प्रकाशित एक अध्ययन में यह बताया गया है कि त्वचा पर नीम और नारियल के तेल का मिश्रण लगाने से मच्छर पास नहीं आते। नीम में एंटी- प्रोटोजॉल कंपाउंड्स पाए जाते हैं जो एक अजीब सी गंध छोड़ते रहते हैं। इस गंध की वजह से मच्छरों से दूरी बनी रहती है। नीम से किसी भी तरह का साइड इफेक्ट नहीं होता है और यह सूजनरोधी गुणों से भरपूर होता है।

कैसे करें इस्तेमाल – मच्छरों से बचाव के लिए नीम का तेल प्रयोग करना बेहद आसान है। इसके लिए एक चम्मच नीम के तेल में एक चम्मच नारियल तेल को मिला लीजिए। सोने से पहले इस मिश्रण को त्वचा पर लगाइए। इससे रात भर आपको मच्छर नहीं काटेंगे। बच्चों की कोमल त्वचा पर भी इस मिश्रण का प्रयोग किया जा सकता है। क्योंकि यह एक प्राकृतिक और सुरक्षित नुस्खा है। नीम के तेल से आने वाली गंध की वजह से अगर आप उसे त्वचा पर नहीं लगाना चाहते तो इसका भी एक उपाय है। इसके लिए आपको एक डिफ्यूजर की जरूरत पड़ेगी जो नीम की गंध को चारों तरफ फैला सके। डिफ्यूजर में नीम के तेल की दो या तीन बूंदों को डालकर उसे कमरे के एक कोने में रख दें, जहां मच्छरों के ज्यादा मात्रा में मौजूद होने की संभावना हो।