कोरोना की दूसरी लहर ने देश में कोहराम मचा रखा है। रोजाना सैकड़ों लोगों के मौत हो रही है। इस खतरनाक वायरस के कारण वह लोग भी डरे हुए हैं, जो घर से बिल्कुल भी बाहर नहीं निकल रहे। अपने और अपने परिवार की सलामती को लेकर लोग काफी घबराए हुए हैं। डर का आलम ये है कि साधारण खांसी-जुकाम को भी लोग कोरोना समझ लेते हैं।
कोरोना की वजह से बिगड़ते हालात में ज्यादातर लोग डिप्रेशन और एंजायटी के शिकार हो रहे हैं। लेकिन ऐसे हालातों का सामना सकारात्मक रहकर ही किया जा सकता है। बता दें, एंजायटी डिसऑर्डर के कारण ही लोगों को पैनिक अटैक आता है। जिसमें उनके दिल की धड़कने बढ़ जाती हैं और सांस लेने में तकलीफ होती है। साथ ही तेज पसीना आता है।
पैनिक अटैक में कुछ लोगों को चक्कर भी आते हैं, साथ ही सीने में दर्द महसूस होता है। हालांकि, एंजायटी डिसऑर्डर के लक्षणों को देखते हुए कुछ लोग इसे हार्ट अटैक भी समझ लेते हैं। इस कोरोना काल में एंजायटी डिसॉर्डर, पैनिक अटैक और डिप्रेशन से बचने के लिए योग गुरू स्वामी रामदेव ने कुछ योगासन बताए हैं, जिनके जरिए ऐसी समस्याओं से बचा जा सकता है।
बाबा रामदेव के मुताबिक योग में हर बीमारी और समस्या को ठीक करने की क्षमता है। यह हमारे शरीर को मजबूत करने के साथ ही मन और मस्तिष्क को भी मजबूत बनाता है। ऐसे में नियमित तौर पर योग करना चाहिए।
एंजायटी की समस्या से छुटकारा पाने के लिए योगासन:
-चक्की आसन: यह आसन कई तरह की समस्याओं से निजात दिलाने में कारगर है। यह तनाव और अनिद्रा को दूर करने में कारगर है। चक्की आसन वजन को घटाने में भी मदद करता है। नियमित तौर पर इस आसन को करने से जोड़ों के दर्द में भी आराम मिलता है।
-सूर्य नमस्कार: सूर्य नमस्कार यूं तो समग्र स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है। लेकिन यह डिप्रेशन से जूझ रहे लोगों के लिए काफी मददगार है। यह आसन रोजाना करने से शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, साथ ही पाचन तंत्र भी बेहतर होता है। सूर्य नमस्कार आपके ऑक्सीजन लेवल को भी ठीक करता है।
-शीर्षासन: यह आसन डिप्रेशन को दूर कर, ब्रेन में ब्लड सर्कुलेशन को नियंत्रित करता है। शीर्षासन से त्वचा चमकदार और खूबसूरत बनती है। साथ ही याददाश्त भी तेज होती है।
