आयुर्वेदिक हर्ब्स का इस्तेमाल सदियों से कई बीमारियों का इलाज करने में किया जाता रहा है। शतावरी आयुर्वेद का एक ऐसा औषधीय पौधा है जो अकेले ही लाखों बीमारियों का इलाज कर देता है। शतावरी जिसे कई नामों जैसे शतपदी,शतवीर्या और एसपैरागस के नाम से भी जाना जाता है। शतावरी में मौजूद पोषक तत्वों की बात करें तो इसमें प्रोटीन, शुगर, मैग्नीशियम, कैल्शियम और आयरन पाया जाता है जो बॉडी में पोषक तत्वों की कमी को पूरा करता है। शतावरी का सेवन सेहत के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। ये जड़ी बूटी कई बीमारियों का उपचार करने के साथ ही, पुरुषों और महिलाओं को होने वाली सेक्सुअल परेशानियों का भी उपचार करती है।

आयुर्वेदिक एक्सपर्ट आचार्य बालकृष्ण के मुताबिक शतावरी एक ऐसी औषधी है जो शारीरिक कमजोरी,दुर्बलता, पुरुषों और महिलाओं को होने वाली सेक्सुअल समस्याएं,चिंता और अवसाद को दूर करने में ये दिव्य औषधी है। शतावर बेहद पौष्टिक औषधी है जो शारीरिक कमजोरी और दुर्बलता को दूर करने का बेहतरीन इलाज है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि शतावर का सेवन करने से कौन-कौन सी बीमारियों का उपचार होता है।

अनिद्रा का उपचार करती है शतावरी

जिन लोगों को अनिंद्रा की शिकायत है वो शतावरी की जड़ को कूटकर उसका पाउडर बना लें और इस पाउडर को 10 ग्राम लेकर दूध में पकाएं। जब ये खीर की तरह गाढ़ा हो जाए तो उसमें थोड़ा सा घी मिलाकर उसका सेवन करें। इस औषधी का सेवन रात में सोने से पहले करें आपको रात में सुकून की अच्छी नींद आएगी।

किडनी की समस्या का होता है उपचार

शतावरी की जड़ के अर्क से ऑक्सीलेट के निर्माण को रोकने में मदद मिलती है। ये मैग्नीशियम के निर्माण में मदद करता है जिससे किडनी स्टोन की परेशानी होने की संभावना कम होती है।

स्पर्म क्वालिटी में करता है सुधार

शतावरी का सेवन करने से पुरुषों में होने वाली इनफर्टिलिटी में सुधार होता है। ये औषधी पुरुषों में स्पर्म क्वालिटी को बढ़ाती है और सेक्सुअल डिजायर्स भी इंप्रूव करती है। रोज रात को सोने से पहले इसका सेवन करें सेक्सुअल समस्याओं का उपचार होगा।

शतावर का सेवन कैसे करें

शतावर का इस्तेमाल उसे सुखाकर उसका पाउडर बनाकर किया जाता है। आप शतावर के पाउडर में मिश्री मिलाएं और उसका सेवन एक चम्मच सुबह और एक चम्मच शाम में करें शरीर की कमजोरी दूर होगी।