बॉडी को हेल्दी रखने के लिए ऐसी डाइट का सेवन करना जरूरी है जिसमें भरपूर प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स मौजूद हो। प्रोटीन और विटामिन की कमी को पूरा करने के लिए हम लोग दूध और दूध से बने पदार्थ, फिश, नट्स, सीड्स,हरी पत्तेदार सब्जियां,अंकुरित अनाज और साबुत अनाज जैसे कई फूड्स का सेवन करते हैं। बात करें मिनरल्स की तो ये हमारी बॉडी के लिए बेहद जरूरी खनिज है जिसकी कमी को पूरा करने के लिए मैग्नीशियम रिच डाइट का सेवन करना जरूरी है। कुछ लोग इस खनिज की कमी को पूरा करने के लिए मैग्नीशियम पिल्स का भी सेवन करते हैं। मैग्नीशियम बॉडी के लिए जरूरी न्यूट्रिशन हैं जिसकी कमी को हाइपोमैग्नेसीमिया कहा जाता है।

बॉडी में इस खनिज की कमी होने पर कई तरह की परेशानियां पैदा होने लगती हैं जैसे मांसपेशियों में दर्द, ऐंठन,थकान,नींद की कमी,भूख न लगना, मतली, मानसिक स्वास्थ्य का बिगड़ना, चिंता, ब्रेन हेल्थ, संज्ञानात्मक कार्यों में गिरावट, कब्ज और शीघ्रपतन जैसी परेशानियां हो सकती हैं। बॉडी में इस मिनरल्स की कमी को पूरा करने के लिए डाइट में मैग्नीशियम से भरपूर फूड्स का सेवन करना जरूरी है।

इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल में इंटरनल मेडिसिन में सीनियर कंसल्टेंट डॉ. सुरनजीत चटर्जी ने बताया कुछ लोग इस मिनरल के फायदो को जानकर खुद ही इसे खाना शुरु कर देते हैं जो सेहत के लिए पूरी तरह गलत है। बिना डॉक्टर की सलाह के मैग्नीशियम सप्लीमेंट का सेवन सेहत को फायदे की जगह नुकसान पहुंचाता है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि बॉडी को मैग्नीशियम की जरूरत क्यों  होती है और इसकी कमी को कैसे पूरा कर सकते हैं।

बॉडी को मैग्नीशियम की आवश्यकता क्यों होती है?

मैग्नीशियम एक आवश्यक खनिज है जो 300 से अधिक एंजाइम रिएक्शन में शामिल होता है। यह ऊर्जा का उत्पादन, प्रोटीन संश्लेषण, मांसपेशियों और नर्व्स  कार्य, ब्लड ग्लूकोज को कंट्रोल करने और बीपी को नॉर्मल रखने में मदद करता है। इसे नींद के लिए अधिक जाना जाता है क्योंकि यह सीधे न्यूरोट्रांसमीटर को रेगुलेट करने में मदद करता है। यह न्यूरोलॉजिकल गिरावट को रोकता है। तनाव को कंट्रोल करता है और मानसिक स्थिति में सुधार करता है।

मैग्नीशियम मांसपेशियों को आराम देने में मदद करता है और कब्ज से बचाता है। ये खनिज मांसपेशियों को हेल्दी रखने में अहम किरदार निभाता है। बॉडी में इसकी कमी से मांसपेशियों में क्रैम्प आने लगते हैं, कमजोरी और थकावट बढ़ने लगती है। नर्व को ठीक से काम करने के लिए मैग्नीशियम की बेहद जरूरत होती है।

मैग्नीशियम के नेचुरल स्रोत कौन से हैं?

मैग्नीशियम के नेचुरल स्रोत की बात करें तो पालक जैसी पत्तेदार हरी सब्जियों का सेवन करें। नट्स में बादाम, काजू और मूंगफली मैग्नीशियम से भरपूर फूड है।  कद्दू के बीज, चिया सीड्स और सूरजमुखी जैसे बीज मैग्नीशियम का बेस्ट स्रोत हैं।  भूरे चावल, क्विनोआ और साबुत अनाज में मैग्नीशियम ज्यादा होता है। डार्क चॉकलेट बॉडी में मैग्नीशियम की कमी पूरी करती है। सैल्मन और मैकेरल जैसी मछलियां भी मैग्नीशियम की कमी को पूरा करती हैं।

किन लोगों को मैग्नीशियम सप्लीमेंट की होती है जरूरत

उम्र, लिंग और इंडिविजुअल हेल्थ के मुताबिक मैग्नीशियम सप्लीमेंट की बॉडी को जरूरत होती है। अलग-अलग इंसान के लिए इस सप्लीमेंट की मिकदार अलग होती है। वयस्क पुरुषों को प्रतिदिन लगभग 400-420 मिलीग्राम की आवश्यकता होती है, जबकि वयस्क महिलाओं को 310-320 मिलीग्राम की आवश्यकता होती है। गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को थोड़ी ज्यादा मात्रा की आवश्यकता होती है। कुछ क्रॉनिक बीमारियों से पीड़ित लोगों,एथलीट, पाचन से जुड़ी परेशानियों वाले लोगों,डायबिटीज मरीजों, वृद्ध वयस्क और बार-बार माइग्रेन या मांसपेशियों में ऐंठन वाले लोगों को इसकी ज्यादा जरूरत होती है।

मांसपेशियों में ऐंठन, झुनझुनी महिलाओं में इस खास मिनरल की कमी के हो सकती हैं। इसकी जानकारी हासिल करने के लिए आप लिंक पर क्लिक करें।