Benefits Of Sesame Seeds: सर्दियों के मौसम में स्वास्थ्य का ख्याल रखना बहुत आवश्यक होता है, क्योंकि इस मौसम में बीमारी का खतरा अधिक रहता है। ठंड के मौसम में सर्दी, खांसी, सांस लेने में दिक्कत और गले में खराश जैसी समस्याएं अधिक होने की संभावना है। इसके अलावा कई अन्य स्वास्थ्य समस्याएं भी हो सकती हैं। ऐसी स्वास्थ्य समस्याओं से बचने के लिए अपने आहार में तिल के छोटे-छोटे बीजों को शामिल कर करना फायदेमंद हो सकता है। ये बीज कई बीमारियों में काम आते हैं। सर्दियों में इन बीजों की एक चम्मच काफी है। इससे कोलेस्ट्रॉल कम होने के साथ-साथ शुगर भी नियंत्रित रहती है। चलिए आपको बताते हैं वो कौन से बीज हैं और इनके सेवन से स्वास्थ्य पर कितना असर होता है।

आज के व्यस्त लाइफस्टाइल में स्वस्थ रहना हर किसी के लिए बहुत जरूरी है। अगर आप स्वस्थ नहीं हैं तो आपको आर्थिक और शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। ऐसे में तिल के बीजों में एक गिलास दूध से 8 गुना ज्यादा कैल्शियम होता है। सिर्फ कैल्शियम नहीं, तिल में प्रोटीन, फाइबर, ओमेगा 3 फैटी एसिड, मैग्नीशियम, आयरन और जिंक जैसे कई पोषक तत्व मौजूद होते हैं। तिल के बीज में कैल्शियम की मात्रा अधिक होती है।

कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होगा

तिल के बीज कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में बहुत असरदार माने जाते हैं, जो लोग उच्च कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स से पीड़ित हैं। उन्हें अपने आहार में तिल के बीजों को शामिल करना चाहिए। इसके साथ ही अगर आप दिल के मरीज हैं, तो तिल का सेवन बहुत फायदेमंद होता है। तिल खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है। इससे आप हृदय रोग और स्ट्रोक के खतरे से बच सकते हैं। तिल के बीज में अच्छी वसा, मोनोअनसैचुरेटेड वसा होती है जिसकी हमारे शरीर को आवश्यकता होती है। इसके अलावा, तिल के बीज में लिगनेन और फाइटोस्टेरॉल जैसे यौगिक भी पाए जाते हैं। ये दोनों कोलेस्ट्रॉल कम करते हैं।

शुगर रहेगा कंट्रोल

हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अगर आप रोजाना 40 ग्राम तिल खाते हैं, तो खराब कोलेस्ट्रॉल 10 फीसदी तक कम हो जाएगा। इसके अलावा आज के समय में शुगर की समस्या से सबसे ज्यादा लोग प्रभावित हो रहे हैं। शुगर के मरीजों के लिए तिल का सेवन अच्छा हो सकता है। तिल के बीज मधुमेह के रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं।

इसमें मौजूद प्रोटीन और फाइबर ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रण में रखते हैं। इन्हें रोजाना खाने से रक्त में ग्लूकोज का स्तर नहीं बढ़ता है। 100 ग्राम सफेद तिल में 12 ग्राम फाइबर और 18 ग्राम प्रोटीन होता है। इसका मतलब है कि इन बीजों के सेवन से रक्त में ग्लूकोज धीरे-धीरे रिलीज होगा। इससे ब्लड शुगर लेवल नहीं बढ़ता है।

इसके अलावा हेल्दी और फिट शरीर के साथ ही 50 साल की उम्र में भी जवान दिखने के लिए गोंद कतीरा बहुत फायदेमंद हो सकता है। यहां जानिए गोंद कतीरा के फायदे और गोंद कतीरा हमें किन बीमारियों से बचा सकता है।