डायबिटीज एक ऐसी क्रॉनिक बीमारी है जिसके पनपने के लिये ख़राब डाइट,बिगड़ता लाइफस्टाइल और तनाव ज़िम्मेदार है। डायबिटीज मरीज़ों के लिए डाइट का ध्यान रखना और बॉडी को एक्टिव रखना ज़रूरी है। डायबिटीज कंट्रोल करने के इन दो कामों पर ध्यान नहीं दिया जाये तो ब्लड में शुगर का स्तर हाई होने लग्ता है। हाई ब्लड शुगर के मरीज़ों की इम्युनिटी कम होती है अगर वह ब्लड शुगर को कंट्रोल नहीं करें तो लंग्स,किडनी और दिल की सेहत बिगड़ सकती है।
डायबिटीज मरीज अगर डाइट में हेल्थी फूड्स का सेवन करें तो आसानी से ब्लड शुगर को कंट्रोल कर सकते हैं। कुछ हेल्दी फूड्स ऐसे हैं जो डायबिटीज कंट्रोल करते हैं और बॉडी को हेल्दी भी रखते हैं। काला तिल सर्दी में डायबिटीज मरीज़ों के लिए दवाई की तरह असर करता हैं। आयुर्वेदिक एक्सपर्ट आचार्य बालकृष्ण के मुताबिक काले तिल का सेवन करने से डायबिटीज मरीजों की शुगर स्पाइक का खतरा नहीं रहता। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि डायबिटीज मरीजों के लिए काला तिल कैसे वरदान साबित होता है।
डायबिटीज कैसे कंट्रोल करते हैं काले तिल
एक्सपर्ट के मुताबिक डायबिटीज मरीजों के लिए ऐसी डाइट बेस्ट होती है जिसमें फाइबर की मात्रा अधिक हो। काले तिल ऐसा फूड्स है जिसमें भरपूर फाइबर होता है। काले तिल का सेवन करने से पाचन दुरुस्त रहता है और ब्लड में शुगर का स्तर स्पाइक होने का खतरा बिल्कुल नहीं रहता। काले तिल में मौजूद पोषक तत्वों की बात करें तो इसमें कई तरह के विटामिन,कैल्शियम,आयरन,फॉस्फोरस और एंटीऑक्सीडेंट गुण मौजूद होते हैं जो सेहत के लिए उपयोगी हैं। फाइबर से भरपूर काले तिल ब्लड में शुगर के अवशोषण को धीमा कर देते है। इसका सेवन करने से डायबिटीज मरीजों का वजन भी कंट्रोल रहता है।
काले तिल के बेहतरीन फायदे
आयुर्वेदिक एक्सपर्ट आचार्य बालकृष्ण के मुताबिक काला तिल सफेद तिल की तुलना में ज्यादा लाभकारी माना जाता है। अगर आप तिल का सेवन करना चाहते हैं तो काले तिल का ही सेवन करें। डायबिटीज मरीजों की इम्युनिटी कमजोर होती है ऐसे में अगर वो काले तिल का सेवन करें तो इम्युनिटी स्ट्रॉन्ग होगी और बीमारियों से भी बचाव होगा। कैल्शियम से भरपूर काले तिल हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाते हैं। इसमें हेल्दी फैट्स और आमिनो एसिड मौजूद होता है जो बॉडी को हेल्दी रखने में मदद करता है। काले तिल का सेवन करने से दांतों की परेशानियां दूर होती है।
अगर काले तिल को चबाकर खाएं तो ये दांतों पर रसायन की तरह काम करेगा। दांतों को मजबूत करेगा। तिल का सेवन करने से आंखों की रोशनी बढ़ती है। सर्दी में तिल का सेवन अच्छी सेहत के लिए रामबाण दवा है। तिल का सेवन करने से खांसी की परेशानी दूर होती है। दो ग्राम तिल में थोड़े से तुलसी के पत्ते डालें और उसका काढ़ा बनाकर पिएं आपको फायदा होगा। आप इस काढ़े में अदरक भी डाल सकते हैं। अगर आपको भूख कम लगती है तो तिल का सेवन करें। तिल का सेवन बॉडी को गर्मी और एनर्जी देता है। अर्थराइटिस की परेशानी को दूर करने में दवा का काम करता है। बॉडी में होने वाली कमजोरी को दूर करने में काला तिल जादुई असर करता है।
काले तिल का सेवन कैसे करें
- काले तिल का सेवन आप भूनकर करें खाने में स्वादिष्ट और कुरकुरे लगेंगे।
- काले तिल का सेवन आप उसके लड्डू बनाकर कर सकते हैं।
- काले तिल का सेवन आप मिठाई में भी कर सकते हैं।
- गुड़ के साथ करें तिल का सेवन। आप गुड़ में काले तिल मिलाकर उसके लड्डू बना सकते हैं।