सर्दियों के मौसम में कई प्रकार की हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन अधिक होता है। सर्दियों के मौसम में आमतौर पर सरसों, पालक, मेथी, बथुआ और चौलाई का साग बहुत खाया जाता है। ये सभी साग स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं, आज हम चौलाई के साग का बात करते हैं। सर्दियों में चौलाई का साग एक सुपरफूड माना जाता है, जो पोषक तत्वों से भरपूर होता है। ये हड्डियों से लेकर पूरी हेल्थ के लिए बहुत असरदार होता है।इनमें मौजूद विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट हड्डियों को मजबूत बनाने और हड्डियों से जुड़ी बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं।
एम्स के पूर्व कंसल्टेंट और साओल हार्ट सेंटर के फाउंडर एंड डायरेक्टर डॉ. बिमल झांजेर ने बताया कि चौलाई का साग हरे और लाल दोनों रंगों में आता है। ठंड के मौसम में इस साग को खाने से कई बीमारियों का इलाज होता है। डॉ. बिमल झांजेर के मुताबिक, चौलाई का लाल साग बहुत लाभकारी होता है।
100 ग्राम लाल चौलाई साग में पोषक तत्व
- इस 100 ग्राम लाल साग में करीब 65 कैलरी होती है।
- प्रोटीन पांच ग्राम होता है।
- कैल्शियम बहुत अधिक होता है
- आयरन 27 से 30 ग्राम होता है।
- 4 ग्राम फाइबर होता है।
- खून बनाने में लाभकारी
ये लाल साग पोषक तत्वों से भरपूर होता है, जिसमें कैलोरी कम, प्रोटीन ज्यादा होता है। इसमें फाइबर भरपूर होता है, जो पाचन को ठीक रखने में मदद करता है। इसके साथ ही ये साग खून बनाने के लिए भी बहुत अच्छा होता है। ऐसे ही इसमें कैल्शियम की मात्रा अधिक होती है तो ये हड्डियों के लिए बहुत फायदेमंद है।
चौलाई का साग हड्डियों के लिए फायदेमंद
सर्दियों के मौसम में चौलाई के साग का सेवन करने से ऑस्टियोपोरोसिस से बचाव होता है। ये एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के कारण यह जोड़ों और हड्डियों की सूजन कम करता है। चौलाई का सेवन हड्डियों के विकास के लिए फायदेमंद है।
आंत की सफाई
चौलाई का साग पाचन तंत्र को अच्छा बनाता है। इसमें फाइबर अधिक मात्रा में होता है जो कब्ज, गैस, एसिडिटी और अपच जैसी समस्या से छुटकारा दिलाता है। इसके सेवन से आंत की सफाई होती है और शरीर से बैड बैक्टीरिया को बाहर निकालने में मदद मिलती है।
शुगर कंट्रोल
इसके अलावा चौलाई के साग का सेवन करने से ब्लड शुगर को भी कंट्रोल किया जा सकता है। इसमें विटामिन ए और विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट गुणों भरपूर मात्रा में होते हैं।
इसके अलावा ब्रोकली और फूलगोभी का सेवन भी बहुत फायदेमंद होता है। दोनों एक जैसे होते हुए अलग-अलग पोषण लाभ देती हैं। ब्रोकली में विटामिन ए, सी और के अधिक होता है तो फूलगोभी में पोटैशियम ज्यादा होता है।