लिवर शरीर का सबसे महत्वपूर्ण ऑर्गन है जो रोज़ाना 500 से ज्यादा काम करता है। यह हमारे खून को फिल्टर करता है, टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है, पाचन में सुधार करता है, हार्मोन को बैलेंस करता है और एनर्जी को स्टोर करने में मदद करता है। अगर लिवर कमजोर होने लगे तो बॉडी में उसके लक्षण दिखने लगते हैं जैसे थकान होना, अपच, पेट फूलना, वजन बढ़ना, स्किन का डल होना, नींद खराब होना और बार-बार बीमार पड़ने जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
खराब डाइट जैसे बहुत ज्यादा जंक फूड, अल्कोहल, ज्यादा चीनी,मोटापा और इंसुलिन रेज़िस्टेंस,दवाइयों का ओवरयूज़, वायरल इंफेक्शन, तनाव और नींद की कमी लिवर की हेल्थ को बिगाड़ देती है। सीनियर प्रोफेसर ऑफ हेपेटोलॉजी एवं निदेशक, Institute of Liver and Biliary Sciences (ILBS), नई दिल्ली में डॉक्टर शिव कुमार सरीन ने बताया लिवर को हेल्दी रखने के लिए हेल्दी डाइट का सेवन करना जरूरी है।
कुछ फूड लिवर की सेहत को दुरुस्त करते हैं और लिवर की गंदगी को साफ करते हैं। लिवर को हेल्दी रखने के लिए डाइट में नींबू पानी, ग्रीन टी,चुकंदर, हल्दी, लहसुन,हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करना जरूरी है। लिवर की हेल्थ में सुधार करने के लिए मूली का सेवन बेहद असरदार साबित होता है। आइए जानते हैं कि मेडिकल साइंस और आयुर्वेद लिवर को हेल्दी रखने में इस सब्जी को खाने की तलबदारी करते हैं।
मूली कैसे लिवर को हेल्दी रखती है जानिए वैज्ञानिक कारण?
मूली में मौजूद यौगिक जैसे ग्लूकोसिनोलेट्स लिवर में एंज़ाइम गतिविधि बढ़ाते हैं, जिससे टॉक्सिन्स जल्दी निकलते हैं। मूली में एंथोसायनिन और फाइबर लिवर में जमा चर्बी को कम करने में मदद करते हैं। मूली विटामिन-C और अन्य एंटीऑक्सीडेंट का अच्छा स्रोत है, जो लिवर कोशिकाओं को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाती है। मूली पित्त के फ्लो को बेहतर बनाती है, जिससे फैट सही से पचता है और पित्त गाढ़ा नहीं होता जो लिवर के लिए बहुत अच्छा है।
लिवर के लिए मूली कैसी है जानिए आयुर्वेदिक दृष्टिकोण
मूली कफ और पित्त दोष को संतुलित करती है, जो लिवर को हेल्दी रखने के लिए ज़रूरी है। मूली पाचन अग्नि को संतुलित करती है, जिससे लिवर पर लोड कम होता है। आयुर्वेद में मूली को खून को साफ करने वाला माना जाता है, जिससे लिवर को स्वाभाविक रूप से राहत मिलती है।
लिवर को हेल्दी रखने के लिए मूली का सेवन कैसे करें
- लिवर को हेल्दी रखना चाहते हैं तो आप मूली का सेवन उसका सलाद बनाकर करें।
- मूली को उसके पत्तों के साथ खाएं तो इसे पचाना आसान होता है।
- 30–50 ml मूली का जूस सुबह खाली पेट पिएं
- मूली का सेवन उसकी सब्ज़ी या सूप के रूप में करें।
