मूली सर्दी की फसल है जिसकी तासीर ठंडी होती है। आयुर्वेद के मुताबिक इस ठंडी सब्जी का सेवन सुबह के नाश्ते में और दोपहर के खाने में करें। रात को इसे खाने से परहेज करें। रात के खाने में मूली का सेवन करने से सर्दी-जुकाम और वायरल डिजीज का खतरा बढ़ने लगता है। आयुर्वेद में इस सब्जी को गर्म और तेज प्रभाव वाली सब्जी माना जाता है। ये सब्जी बॉडी में गर्मी पैदा करती है। इसमें बॉडी को फ्रेश और कूल रखने वाले गुण मौजूद होते हैं। सर्द मौसम में इसका सेवन करने से पाचन दुरुस्त रहता है।
मूली का सेवन करने से कब्ज का इलाज होता है। इसका सेवन करने से गैस, एसिडिटी और अपच की परेशानी दूर होती है। आयुर्वेद के मुताबिक इस सब्जी की तासीर शारीरिक स्थिति और मौसम के मुताबिक बदलती रहती है।
आयुर्वेदिक एक्सपर्ट आचार्य बालकृष्ण ने बताया मूली का सेवन अगर आप खाने से पहले करते हैं तो ये आपकी बॉडी में उल्टा असर करती है। खाने से पहले इसका सेवन करने से गैस, एसिडिटी और अपच की परेशानी होती है। अगर आप मूली का सेवन खाने के साथ करना चाहते हैं तो एक रोटी खाने के बाद इसका सेवन करें। यही मूली खाने से पहले पाचन को खराब करती है और खाने के बीच में खाने से पेट को ठीक करती है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि मूली का सेवन किन फूड्स के साथ करने से ये ज़हर बन जाती है।
मूली के साथ दूध से करें परहेज
मूली के साथ दूध का सेवन विरुद्ध आहार है। मूली और दूध दोनों का एक साथ सेवन करने से पाचन प्रक्रिया प्रभावित होती है। मूली की तासीर ठंडी है और दूध की भी तासीर ठंडी लेकिन दूध भारी है। इन दोनों फूड को कॉम्बिनेशन करके खाने से पाचन से जुड़ी परेशानियां बढ़ने लगती हैं। दोनों का सेवन साथ करने से पेट में गैस, अपच, या दर्द की समस्या हो सकती है।
मूली के बाद मट्ठा का सेवन करने से परहेज करें
मूली खाने के बाद छाछ का सेवन करने से पाचन बिगड़ सकता है। आयुर्वेद के मुताबिक इन दोनों फूड को विरुद्ध आहार माना जाता है। मूली और मट्ठे की तासीर और गुण एक-दूसरे से मेल नहीं खाते। अगर उनको कॉम्बिनेशन करके खाया जाए तो पाचन तंत्र पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। मूली और छाछ का सेवन बॉडी में विषाक्त पदार्थों का निर्माण कर सकता है, जिससे पेट में जलन, गड़बड़ी और गैस्ट्रिक समस्याएं हो सकती हैं।
मूली के साथ करेला से परहेज करें
आयुर्वेद में मूली और करेला को भी विरुद्ध आहार माना जाता है। इन दोनों को कॉम्बिनेशन करके खाने से पाचन से जुड़ी परेशानियां बढ़ने लगती हैं। मूली की तासीर तीव्र, ठंडी और उग्र होती है जबकि करेला कड़वी, गर्म गुण वाली सब्जी है। इन दोनों के गुण एक दूसरे से मेल नहीं खाते और पाचन से जुड़ी परेशानियां पैदा करते हैं। इन दोनों को साथ खाने से पाचन में गड़बड़ी, अपच, पेट की समस्या, गैस, या दूसरे टॉक्सिक पदार्थो का निर्माण हो सकता है।
मूली के साथ चाय का सेवन नहीं करें
मूली के साथ चाय का सेवन भूलकर भी नहीं करें। मूली और चाय के गुण एक-दूसरे से मेल नहीं खाते हैं ये दोनों विरुद्ध आहार है। मूली ठंडी और शीतल होती है जबकि चाय गरम और उत्तेजक होती है जो पाचन को प्रभावित कर सकती है।