आयुर्वेद में नीम के पेड़ का खास स्थान है। इस पेड़ के पत्ते, छाल,टहनी और फल सब औषधीय गुणों से भरपूर हैं। आयुर्वेद में सदियों से इस पेड़ के पत्तों, तनों, छाल और फल का इस्तेमाल कई बीमारियों का इलाज करने में किया जाता रहा है। नीम का वैज्ञानिक नाम Azadirachta indica है जिसका आयुर्वेद में खासा मुकाम है। आयुर्वेद में इस पौधे को आरोग्यवर्धिनी यानी सेहत दुरुस्त करने वाला और सर्व रोग नाशिनी यानी सभी रोगों का नाश करने वाला माना जाता है।

आयुर्वेद के मुताबिक इन पत्तियों का सेवन करने से वात, पित्त और कफ तीनों दोषों को संतुलित रखा जा सकता है। खासतौर पर पित्त और कफ को शांत करने में ये बेहद प्रभावी है। नीम का कड़वा स्वाद आयुर्वेद में शुद्धिकरण (detoxification) के लिए बहुत लाभकारी माना गया है। इस जड़ी बूटी को शरीर की गर्मी को शांत करने वाला और स्किन की समस्याओं को दूर करने वाला माना गया है।

आयुर्वेद में नीम को पाचन के लिए जीवनदायक औषधि कहा गया है। आयुर्वेद के मुताबिक नीम के अंदर ऐसे कई गुण होते हैं जो पाचन तंत्र को शुद्ध करने, पाचन को सुधारते और संतुलित रखने में मदद करते हैं। आयुर्वेदिक एक्सपर्ट आचार्य बालकृष्ण ने बताया नीम (Neem) एक ऐसी दवा है जिस की कड़वी 1 या दो पत्तियों को भी अगर रोज खाया जाए तो आपकी पाचन से जुड़ी ज्यादातर बीमारियां दूर हो जाएंगी।

सुबह खाली पेट नीम की पत्तियों को पानी में उबालकर पीने से पेट दर्द,कब्ज,आंतों में सूजन और पेट के कीड़े निकालने में मदद मिलती है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि नीम की पत्तियां पाचन से लेकर ओवर ऑल बॉडी के लिए कैसे फायदेमंद है।  

आयुर्वेद में नीम और पाचन का कैसा है रिश्ता

आयुर्वेद में नीम को अग्निदीपक यानी Digestive Fire को बढ़ाने वाला कहा गया है। नीम पाचन क्रिया को तेज करता है और पाचन शक्ति को बैलेंस करता है। नीम पेट के कीड़ों को नष्ट करता है, जिससे गैस, सूजन और अपच जैसी समस्याएं दूर होती हैं। नीम का कड़वा स्वाद आंतों से टॉक्सिन को बाहर निकालता है। नीम लिवर को डिटॉक्स करता है और पित्त स्राव को नियंत्रित करता है, जो अच्छे पाचन के लिए जरूरी है। जिन लोगों को भूख कम लगती है वो रोज नीम का सेवन करें भूख में बढ़ोतरी होगी।

नीम के पत्तों के सेहत के लिए फायदे

वेबएमडी के मुताबिक दांतों की परत को साफ करने में नीम बेहद असरदार साबित होता है। नीम की पत्ती का अर्क वाला जेल या माउथवॉश का इस्तेमाल करने से दांतों पर जमी प्लाक की परत कम होती है। ये जेल और माउथवॉश मसूड़ों की सूजन कम कर सकता है। इन पत्तियों का इस्तेमाल बच्चों के सिर की जुओं को खत्म करने में भी असरदार होता है। नीम की पत्तियों का सेवन करने से ब्लड में शुगर का स्तर कंट्रोल रहता है। नीम की पत्तियां खून साफ करती हैं और बॉडी को डिटॉक्स करती हैं। इन पत्तियों का सेवन करने से इम्यूनिटी मजबूत होती है और बीमारियों से बचाव होता है।

साइलेंट किलर है High Blood Pressure, चुपके से इन 5 अंगों पर करता है हमला, जानिए कैसे इस नुकसान से करें बचाव। पूरी जानकारी के लिए लिंक पर क्लिक कीजिए।