हेल्दी डाइट, नियमित व्यायाम, तनाव से दूरी और अच्छी नींद ये चार आदतें है जो दिल और दिमाग दोनों को मज़बूत रखती हैं। दिल हेल्दी रहेगा तो हमारी बॉडी के अंग-अंग को पर्याप्त खून मिलेगा और हमारी बॉडी के सभी अंग दुरुस्त तरीके से काम करेंगे। दिमाग हमारी बॉडी का कंट्रोल सेंटर है जो हमारी बॉडी को काम करने का सिंग्नल देता है। बॉडी के इन दोनों अंगों की सेहत के लिए के लिए कुछ जरूरी पोषक तत्व और हेल्दी फैट बेहद मायने रखता है।

दिल और दिमाग की सही functioning के लिए हेल्दी फैट बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह न केवल ऊर्जा देता है बल्कि मस्तिष्क और दिल की कोशिकाओं को मजबूत बनाए रखता है। ओमेगा-3 और ओमेगा-6 जैसे हेल्दी फैट्स बादाम, अखरोट, तिल, अलसी और मछली में ये फैट मौजूद होता है जो दिल और दिमाग दोनों के लिए फायदेमंद हैं। इन्हें अपनी डाइट में शामिल करके आप लंबे समय तक अपने दिल और दिमाग की सेहत बनाए रख सकते हैं। कुछ फूड्स ऐसे हैं जो दिल की नसों को साफ और मजबूत रखते हैं और दिमाग की शक्ति और याददाश्त को बढ़ाते हैं।

सर्टिफाइड क्लीनिकल डायटीशियन और फाउंडर ऑफ NUTR, दिल्ली की संस्थापक लक्षिता जैन ने बताया है कि अगर आप कुछ फूड्स का सेवन अपनी डेली लाइफ में करें तो आप अपने दिल और दिमाग दोनों को हेल्दी रख सकते हैं। कुछ फूड्स ऐसे हैं जो ब्रेन के लिए जरूरी पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। अगर इन फूड्स को रोज खाएं तो याददाश्त तेज होती है और दिल भी हेल्दी रहता है। आइए जानते हैं कि दिमाग और दिल के लिए कौन से फूड्स का सेवन दवा का काम करते हैं।

मोरिंगा की पत्तियां खाएं

मोरिंगा की पत्तियां विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होती हैं जो ब्रेन और दिल दोनों के लिए हेल्दी होती है। मोरिंगा पत्ते में मौजूद आयरन और अमीनो एसिड मस्तिष्क की कोशिकाओं को ऊर्जा देते हैं और मेमोरी पावर बढ़ाते हैं। रोज इनका सेवन करने से याददाश्त तेज होती है। मोरिंगा पत्ते में एंटीऑक्सीडेंट्स और पोटैशियम होता है जो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करके दिल की धड़कन को स्वस्थ रखता है। दिल और दिमाग के लिए ये पत्ते बहुत उपयोगी हैं।

इन पत्तों का सेवन करने के लिए आप इन पत्तियों को सुखाकर पाउडर बना लें और रोजाना 1 चम्मच इसे पानी या दही में मिलाकर सेवन करें। आप इसे दाल, सब्ज़ी या स्मूदी में भी मिला सकते हैं ताकि शरीर के पोषक तत्वों की कमी पूरी हो। मोरिंगा पाउडर एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होने के कारण शरीर की सूजन को भी कम करने में मदद करता है। नियमित सेवन से ऊर्जा का स्तर और इम्यूनिटी बढ़ती है।

तिल के बीज खाएं

तिल के बीज कैल्शियम, हेल्दी फैट और मैग्नीशियम से भरपूर होते हैं जो बॉडी के अंग-अंग को फायदा पहुंचाते हैं। इनका सेवन करने से जोड़ों का दर्द दूर होता है और सूजन कंट्रोल रहती है। गठिया के दर्द को दूर करने में ये छोटे से बीज जादुई असर करते हैं। तिल के बीज का सेवन भूनकर नाश्ते में सलाद और सब्जियों में करें आपके दिल की सेहत दुरुस्त रहेगी। इनमें मैग्नीशियम और सेसमॉलिन कंपाउंड होते हैं जो ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाते हैं और धमनियों में रुकावट को कम करते हैं। तिल में जिंक और कैल्शियम होता है जो न्यूरोट्रांसमीटर को एक्टिव रखकर दिमाग को शार्प बनाता है। दिल और दिमाग को हेल्दी रखने के लिए तिल के बीज खाएं।

ममरा बादाम का करें सेवन

ममरा बादाम की एक खास किस्म है जो सेहत के लिए बेहद उपयोगी है। इसका सेवन करने से मस्तिष्क से लेकर दिल तक की सेहत दुरुस्त रहती है। ये बादाम में हेल्दी फैट्स (Omega-3) और विटामिन E होता है जो कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करके दिल की बीमारियों से बचाता है। इस खास बादाम को ब्रेन फूड कहा जाता है। इनमें ओमेगा-3 फैटी एसिड और विटामिन B6 होता है जो नर्वस सिस्टम को मजबूत करता है और याददाश्त बढ़ाता है। इस बादाम को भिगोकर खाएं। आप इनका सेवन स्मूदी और दही के साथ मिक्स करके भी कर सकते हैं।

कच्ची हल्दी का करें सेवन

करक्यूमिन कच्ची हल्दी में पाए जाने वाला गुण है। करक्यूमिन में सूजन-रोधी गुण होते हैं जो ब्लड शुगर को नॉर्मल करते हैं और तनाव को कम करते हैं। इसका सेवन करने से इम्युनिटी स्ट्रॉन्ग होती है। इसमें करक्यूमिन होता है जो सूजन (Inflammation) हटाकर दिल को मजबूत करता है और हार्ट अटैक का खतरा कम करता है। हल्दी में करक्यूमिन ब्रेन की सूजन भी कंट्रोल करता है और अल्जाइमर जैसी बीमारियों के खतरे को कम करता है और मूड को बेहतर करता है। कच्ची हल्दी का सेवन पानी या दूध में डालकर कर सकते हैं।

पेट, कमर और कूल्हों की चर्बी बढ़ गई है तो इस खास पत्ते को रोज़ चबा लें, आचार्य बालकृष्ण ने बताया इन्हें फैट बर्नर लीव्स,पूरी जानकारी के लिए लिंक पर क्लिक करें।