Eating one amla daily for improve energy:आंवला एक छोटा लेकिन शक्तिशाली फल है, जिसे सर्दियों में खूब खाने की सलाह दी जाती है। आयुर्वेद के अनुसार प्रकृति ने हमें फल, सब्जियां और दूसरे खाद्य पदार्थ उसी मौसम में खाने के लिए दिए हैं, ताकि शरीर में संतुलन बना रहे और मौसमी बीमारियों से सुरक्षा हो। आंवला सर्दियों में मिलने वाला फल है जो इम्यूनिटी बढ़ाने, पाचन सुधारने और दिल की सेहत में सुधार करने में मदद करते हैं। इंटरनेशनल जर्नल ऑफ फार्मासेक्टिक्स में प्रकाशित एक रिसर्च के मुताबिक आंवला शक्तिशाली एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है जो मौसमी बीमारियों से बचाव करने में असरदार साबित होता है।

आयुर्वेद में इसे त्रिफला का महत्वपूर्ण घटक माना जाता है जो पाचन शक्ति को मजबूत करता है, जिससे भोजन आसानी से पचता है, कब्ज, एसिडिटी जैसी समस्याएं दूर होती है। इसके नियमित सेवन से ब्लड शुगर कंट्रोल रहता है। ये कैल्शियम और पोटैशियम की पूर्ति करके हृदय और रक्त वाहिकाओं को हेल्दी रखता है। आयुर्वेदिक एक्सपर्च आचार्य बालकृष्ण के मुताबिक आंवला वात और पित्त दोष को संतुलित करता है, जिससे शरीर का तापमान स्थिर रहता है और ठंड से होने वाली शारीरिक कमजोरी और सर्दी-जुकाम जैसी बीमारियों से बचाव होता है। इसे कच्चा, जूस के रूप में, पाउडर या त्रिफला के साथ लिया जा सकता है। आइए जानते हैं कि सर्दी में रोज आंवला का सेवन करने से बॉडी में कौन-कौन से बदलाव होते हैं।

पाचन और पेट की बीमारियां करता है दूर

आंवला का सेवन करने से पाचन दुरुस्त रहता है और पेट से जुड़ी बीमारियां दूर होती है। आंवला अल्सर, अल्सरेटिव कोलाइटिस और पेट के इंफेक्शन में लाभकारी है। सूखे आंवले का पाउडर या ताजा जूस निकालकर इसका सर्दी में नियमित रूप से सेवन किया जाए तो पाचन तंत्र मजबूत होता है। ये फल पेट साफ करता है, गैस और अपच जैसी समस्याओं का इलाज करता है। आयुर्वेद में इसे पाचन अग्नि को बढ़ाने वाला और दोष नाशक माना गया है।

पेशाब से जुड़ी परेशानियां होती हैं दूर

जिन लोगों को पेशाब में कठिनाई या मूत्र संबंधी रोग हैं, उनके लिए आंवला रामबाण है। इसके लिए आप आंवले की छाल और पत्तियों का काढ़ा बनाकर उसका सेवन कर सकते हैं। लगभग 10 ग्राम छाल और पत्तियों को 400 ग्राम पानी में उबालकर 100 ग्राम बना लें और उसका सुबह और शाम को सेवन करें। यह मूत्र संबंधी रोगों को दूर करता है और शरीर को विषाक्त पदार्थों से मुक्त रखता है।

उल्टी और पाचन विकार में देता है राहत

आंवले का रस या पाउडर शहद के साथ चाटने या रात को पानी में भिगोकर सुबह सेवन करने से उल्टी और मतली की समस्या में राहत मिलती है। ताजा रस का सेवन भी पेट को मजबूत करता है और शरीर में ऊर्जा प्रदान करता है।

बॉडी को देता है ताकत और सेहत में करता है सुधार

आंवला शरीर के संपूर्ण स्वास्थ्य, शक्ति और ऊर्जा के लिए अमूल्य है। इसका जूस या पाउडर का नियमित सेवन करने से शरीर शुद्ध और मजबूत बनता है। आंवला सर्दी में रोगों से बचाव करता है और आयुर्वेदिक दृष्टि से जीवन को लंबा और स्वस्थ बनाता है।

डायबिटीज करता है कंट्रोल

आंवला में क्रोमियम नामक खनिज होता है, जो इंसुलिन की संवेदनशीलता बढ़ाता है। यह फल खासतौर पर टाइप 2 डायबिटीज वाले लोगों के लिए फायदेमंद है, क्योंकि यह ब्लड ग्लूकोज को नियंत्रित करता है, इंसुलिन प्रतिरोध को कम करता है और अग्न्याशय की सूजन को घटाता है। आंवला का घुलनशील फाइबर शुगर को धीरे-धीरे अवशोषित करता है, जिससे भोजन के बाद ब्लड शुगर में तेजी से वृद्धि नहीं होती। 

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