कब्ज पेट की बीमारियों की जड़ है जिससे देश में हर दूसरा आदमी परेशान हैं। कब्ज की वजह से ब्लोटिंग महसूस होती है जो आपको असहज महसूस कराती है। इस ब्लोटिंग की वजह से पेट भारी महसूस होता है, मूड खराब रहता है, चेहरे पर पिंपल्स निकल आते है, एनर्जी लो महसूस होती है और सबसे ज्यादा मुंह से बदबू आने लगती है जो बेहद शर्मिंदगी का कारण बनती है। जब बॉडी में सब कुछ जमा रहेगा तो बॉडी में टॉक्सिन की मात्रा बढ़ने लगेगी और बॉडी बीमारियों का घर बन जाएगी। ऐसी स्थिति में आपकी इम्यूनिटी भी कमजोर होने लगेगी। एक कब्ज आपको पाइल्स का शिकार बना सकता है और आपकी प्रोडक्टिविटी को कम कर सकता है।

आयुर्वेदिक और युनानी दवाओं के एक्सपर्ट डॉक्टर सलीम ने बताया जिन लोगों को कब्ज की बीमारी होती है उनकी बॉडी में स्ट्रेस हॉर्मोन बढ़ने लगते हैं जिसका सीधा असर आपकी गट हेल्थ पर पड़ता है। डॉक्टर ने बताया इस परेशानी से निजात पाने का सिर्फ एक ही तरीका है फास्ट एक्टिंग, साइड इफेक्ट्स फ्री हैक्स जो कि आपके पेट को तुरंत साफ करें और जिनकी आपको आदत भी ना लगे।

एक्सपर्ट ने बताया 5 ऐसी रेमेडी है जो आपके पेट की गंदगी को तुरंत बाहर का रास्ता दिखा देंगी। आइए जानते हैं कि कौन-कौन से ऐसे 5 नुस्खे हैं जो पुराने से पुराने कब्ज को दूर करते हैं आंतों को साफ करते हैं और गट हेल्थ में सुधार करते हैं।

गर्म पानी में शहद और नींबू डालकर पिएं

अगर आपको कब्ज रहता है, पेट में भारीपन और ब्लोटिंग से परेशान रहते हैं तो आप सुबह उठकर एक गिलास गर्म पानी में आधा नींबू निचोड़ें और उसमें एक चम्मच शहद मिलाकर इसका सेवन करें। विटामिन सी से भरपूर नींबू एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है जो आंतों में पानी को खींचता है जिससे मल सॉफ्ट हो जाता है और उसका आंतों से बाहर निकलना आसान होता है। याद रखें आप गुनगुना से थोड़ा तेज पानी में ही इन दोनों चीजों को मिक्स करके पिएं। इस ड्रिंक को पीते ही 5-10 मिनट में ही आपका पेट साफ हो जाएगा।

त्रिफला चूर्ण का करें सेवन

त्रिफला (Triphala) आयुर्वेदिक औषधि है जिसमें तीन फल  आंवला (Amalaki), हरड़ (Haritaki) और बहेड़ा (Bibhitaki) मौजूद होता है। आंतों की सफाई करने की दवा है ये चूर्ण जो पाचन को दुरुस्त करता है। त्रिफला में मौजूद laxative गुण आंतों से जमा हुए मल,टॉक्सिन और अपच को धीरे-धीरे बाहर निकालते हैं। आंवला ठंडा होता है जो पेट की सूजन को कंट्रोल करता है जबकि बहेड़ा में डाइटरी फाइबर मौजूद होता है जो बाउल मूवमेंट में सुधार करता है। रात को सोने से पहले आधा चम्मच इस चूर्ण को फांक लें और उसपर गर्म पानी पी लें। ये चूर्ण आपके पेट की सुबह उठते ही सफाई करेगा और पाचन को दुरुस्त करेगा।

मुनक्का को पानी में भिगोकर करें सेवन

पानी में मुनक्का को भिगोकर खाएं पाचन दुरुस्त रहेगा। मुनक्का में नेचुरल फाइबर और सॉर्बिटॉल मौजूद होता है जो पेट में जाकर स्टूल से पानी को खींच लेता है और बावल मूवमेंट्स को भी तेज करता है। अगर आप रोजाना 8 से 10 काले मुनक्का को रात भर पानी में भिगोकर और सुबह में इसका बीज निकालकर चबा चबाकर खा लेते हैं या फिर मसल कर इसको पानी में ही घोलकर उस पानी को पी लेते हैं तो इससे आपके कब्ज की दिक्कत दूर हो सकती है। यह सिंपल रेमेडीज बच्चों के लिए भी सेफ है।

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