महिला और पुरुष दोनों में उम्र का ढलना अलग तरीके से होता है। 40 के बाद सामान्यतः महिलाओं का मेटाबॉलिज्म कम हो जाता है, उन्हें मेनोपॉज होता है, उनके मसल्स ढीले पड़ने लगते हैं जिस कारण उनमें वजन का बढ़ना और दूसरी स्वास्थ्य समस्याएं होना आम बात है। उनकी इम्युनिटी भी अपने उम्र के पुरुषों की अपेक्षा कमज़ोर होने लगती हैं। लेकिन ऐसा नहीं है कि बढ़ती उम्र के साथ होने वाले मोटापे को रोका नहीं जा सकता और इम्युनिटी को मजबूत बनाए नहीं रखा जा सकता।
विटाबायोटिक्स लिमिटेड के वाइस प्रेसिडेंट और फिटनेस न्यूट्रीशन एक्सपर्ट रोहित शेलाटकर ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कुछ ऐसे इम्युनिटी बूस्टर फूड्स के बारे में बताया है जो उम्र बढ़ने के बावजूद इम्युनिटी को बनाए रखते हैं- खट्टे फल- संतरे, चकोतरा, नींबू आदि खट्टे फलों में कई एंटीऑक्सिडेंट्स, फाइबर, विटामिन सी और दूसरे न्यूट्रिएंट्स पाए जाते हैं जो हमारे मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं। ये हमारी त्वचा को चमकदार बनाए रखते हैं और वज़न बढ़ने से रोकते हैं।
दही- दही कैल्शियम का सर्वोत्तम स्रोत है और इसमें प्रोटीन भी भरपूर मात्रा में होता है। इससे खाने से पेट भी भरा रहता है और महिलाओं को काम करने के लिए पर्याप्त एनर्जी मिलती रहती है। दही का इस्तेमाल सिर्फ हमें पोषक तत्व ही नहीं प्रदान करता बल्कि इससे पेट की सेहत भी अच्छी बनी रहती है। दही का नियमित सेवन इम्युनिटी को बूस्ट करता है।
सेब- सेब तो हर उम्र वर्ग के लोगों को नियमित खाने की सलाह दी जाती है लेकिन बढ़ती उम्र के साथ धीमा होते मेटाबॉलिज्म के लिए इसका सेवन बेहद ज़रूरी है। ये शरीर के वसा को अवशोषित करने की क्षमता को बढ़ाता है। इसे खाने से देर तक पेट भरा रहता है और वजन भी नहीं बढ़ता। साथ ही यह माना जाता है कि हृदय के स्वास्थ्य के लिए सेब का सेवन लाभकारी है।
गाजर- गाजर सर्दियों में आसानी से उपलब्ध है। ये विटामिन ए से भरपूर होता है और हमारी त्वचा को अच्छी सेहत प्रदान करता है। हमारी आंखों की रोशनी के लिए भी यह फायदेमंद है। गाजर खाने से चेहरे पर दाग धब्बे, कील- मुहांसे आदि भी नहीं होते।
अंडे- अंडों में पर्याप्त मात्रा में विटामिन डी और आयरन होता है। मेनोपॉज के बाद महिलाओं में ह्रदय रोगों और मोटापे का खतरा बढ़ जाता है। सही मात्रा में फैट और प्रोटीन युक्त अंडा ऐसी महिलाओं के लिए सबसे अच्छा माना जाता है। इसमें कार्बोहाइड्रेट और शुगर की मात्रा भी नाममात्र की होती है।