Ganth Ka Ilaj: शरीर में कई कारणों के चलते गांठ बन जाती है, जिसमें कई गांठ का तो आपको पता भी नहीं चलती, क्योंकि कई गांठ सूजन और बिना दर्द की होती हैं जो एक समय के बाद खुद से गायब हो जाती हैं। वहीं, कुछ गांठ ऐसी होती हैं जिसमें काफी ज्यादा दर्द होता है। हालांकि, अक्सर शरीर के किसी भी हिस्से में गांठ बनती है तो सबसे पहला डर कैंसर का आता है, लेकिन ऐसा बिल्कुल भी जरूरी नहीं है कि शरीर में गांठ का मतलब कैंसर होने का खतरा ही है। आम भाषा में गांठ को लिपोमा कहा जाता है। शरीर में गांठ बीमारी से संक्रमित होती है, जो धीरे-धीरे करके बढ़ती है और आगे चलकर गंभीर बीमारी के रूप में उभर सकती है। ऐसे में शरीर से सारी गांठ को खत्म करने के लिए आयुर्वेदिक एक्सपर्ट आचार्य बालकृष्ण ने उपाय बताया है।
आचार्य बालकृष्ण के अनुसार, अगर आप शरीर में किसी भी प्रकार की गांठ से परेशान हैं, तो कांचनार गुग्गल का सेवन इसके लिए बहुत ही फायदेमंद है। उन्होंने कहा कि कचनार आयुर्वेद में एक शक्तिशाली औषधि मानी जाती है, जो शरीर की गांठों को खत्म करने में मदद कर सकती है। कांचनार गुग्गुल थायरॉइड, लिपोमा, गांठदार सूजन और कैंसर जैसी बीमारियों में लाभदायक मानी जाती है।
शरीर में गांठ क्यों बनती है?
दरअसल, शरीर में मेटाबॉलिज्म कम होने के कारण गांठ बन सकती है। मेटाबॉलिज्म कम होने से शरीर का फैट डिपोजिट हो रहा है, जिसके चलते गांठ चर्बी के फॉर्म में उभरती है। शरीर में किसी भी तरह की गांठ को लंबे समय तक बनने पर नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, क्योंकि धीरे-धीरे ये गांठ गंभीर बीमारी का कारण बन सकती है।
शरीर में गांठ का इलाज
आचार्य बालकृष्ण अनुसार, आयुर्वेद में जैसे हर बीमारी का इलाज है वैसे ही शरीर में होने वाली गाठों का इलाज भी मौजूद है। कुछ आसान उपायों की मदद से शरीर की गांठों को खत्म किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि कांचनार गुग्गुल का सेवन करने से शरीर की गांठ को खत्म किया जा सकता है। इसके अलावा वृद्धिवाधिका वटी, कांचनार गुग्गुल और पुनर्नवादि मंडूर की गोली भी ले सकते हैं।
पेट के लिए फायदेमंद
कांचनार की कलियां और इसकी छाल पेट से जुड़ी समस्याओं के लिए बहुत फायदेमंद है। इससे कब्ज या पेट फूलने की समस्या से राहत मिलती है। इसकी कलियों से बनी सब्जी या इसका काढ़ा पाचन तंत्र को बेहतर बनाने के लिए बहुत ही असरदार है। कांचनार पेट के गैस्ट्रिक रस को कंट्रोल करने में असरदार होता है, जिससे पाचन अच्छा रहता है।
थायरॉइड के लिए लाभकारी
थायरॉइड की समस्या से परेशान लोगों के लिए कांचनार बहुत ही फायदेमंद हो सकती है। कांचनार की छाल को थायरॉइड के इलाज में एक महत्वपूर्ण आयुर्वेदिक औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। इसके नियमित सेवन से थायरॉइड हार्मोन का संतुलन बना रहता है।
इसके अलावा योग गुरु और टीवी पर्सनालिटी डॉक्टर हंसा योगेंद्र ने बताया कि आंतों और पेट को हेल्दी रखने के लिए दही और छाछ, प्याज और लहसुन, साबुत अनाज और हरी सब्जियों का सेवन बहुत ही फायदेमंद होता है।