डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिनके मरीजों की संख्या देश और दुनिया में तेजी से बढ़ रही है। भारत अकेला एक ऐसा देश है जिसे डायबिटीज की राजधानी कहा जाता है। भारत में डायबिटीज और प्री डायबिटीज मरीजों की संख्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है। डायबिटीज की बीमारी का समय पर पता लग जाए तो इस बीमारी के जोखिम से बचा जा सकता है। डायबिटीज के शिकार लोग अपनी ब्लड शुगर को कंट्रोल करें। ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लिए ब्लड टेस्ट की निगरानी करना जरूरी है। बार-बार शुगर चेक करना काफी पेनफुल लगता है। सुई को उंगली पर चुभाना फिर ब्लड निकालकर टेस्ट करना परेशान करता है।

एबॉट इंडिया ने भारत में अब एक ऐसे डिजिटल उपकरण का निर्माण किया है जिससे बिना तकलीफ के ही स्टीक ब्लड शुगर का पता लगाया जा सकता है। ये उपकरण दुनियाभर में डायबिटीज मरीजों को शुगर टेस्ट करने में होने वाली दिक्कत से निजात दिलाएगा।

एबॉट ने भारत में अपने डिजिटल टूल फ्रीस्टाइल लिबरलिंक ऐप को लॉन्च करने की घोषणा की है। इस मोबाइल एप्लिकेशन की मदद से बिना सुई को हाथ में चुभाए, बिना दर्द के, कहीं भी अपने मोबाइल फोन पर आप अपने ब्लड शुगर की रीडिंग देख सकते हैं। ये ऐप डायबिटीज को कंट्रोल करने में वरदान साबित होगा।

कैसे करें इस ऐप का इस्तेमाल

फ्रीस्टाइल लिब्रे डिजिटल प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल आप मोबाइल ऐप iPhone और Android स्मार्टफ़ोन पर आसानी से कर सकते हैं। ये ऐप ना सिर्फ उंगलियों पर सुई की चुभन से होने वाले दर्द से निजात दिलाता है बल्कि और भी कई तरह के टेस्ट कर सकता है। इसका इस्तेमाल करने के लिए स्टीकर को हाथ में लगाकर इसके सेंसर को मोबाइल फोन के ऐप से जोड़ना होता है,बिल्कुल वैसे ही जैसे हम अपने मोबाइल से अन्य गैजेट्स कनेक्ट करते हैं।

इस ऐप को स्टार्ट करने के बाद जैसे-जैसे आपका ब्लड शुगर हाई होता है या फिर लो होता है ये ऐप आपको तुरंत उसकी जानकारी देता है। शुगर की इस निगरानी का पता आप कहीं भी कभी भी लगा सकते हैं। इस ऐप की मदद से ब्लड शुगर को कंट्रोल करना आसान हो जाता है। आप इस ऐप से शुगर के स्तर को ट्रैक करके डॉक्टर को अपने दिन भर की शुगर की जानकारी दे सकते हैं।

कैसे ये ऐप शुगर कंट्रोल करने में करता है मदद

इस एप की मदद से ना सिर्फ शुगर घटने और बढ़ने का पता लगता है बल्कि ये आपको समय-समय पर जानकारी देता है कि कैसे आपको शुगर को कंट्रोल करना है। ये एप बताता है कि आपको शुगर कंट्रोल करने के लिए कौन सी दवाई खाना है,कौन सी एक्सरसाइज करना है। यह क्लाउड बेस्ड डायबेट्स मैनेजमेंट सिस्टम होगा।