Home Remedies for Diabetes: भारत समेत पूरी दुनिया में डायबिटीज के मरीज दिनों-दिन बढ़ते ही जा रहे हैं। मेटाबॉलिक डिसॉर्डर के कारण होने वाली बीमारियों में मधुमेह को सबसे आम माना जाने लगा है। गलत खान-पान, तनाव और खराब जीवन शैली डायबिटीज के प्रमुख कारणों में से एक हैं। आंकड़ों के अनुसार डायबिटीज से पीड़ित 25 वर्ष से कम आयु के हर चार लोगों में से एक को टाइप 2 मधुमेह है। माना जाता है कि डायबिटीज को जड़ से खत्म करना तो मुश्किल है लेकिन कुछ बातों का ध्यान रखकर इस बीमारी पर नियंत्रण रखा जा सकता है।

भारत में हर घर की रसोई में मौजूद मसालों में औषधीय गुण पाए जाते हैं। ये गुण कई बीमारियों के खतरे को कम करने में सहायक माने गए हैं। हल्दी में भी कुछ ऐसे जरूरी तत्व मौजूद होते हैं जो डायबिटीज के प्रभावों को कम करने में मददगार है। आइए जानते हैं विस्तार से –

एंटी-डायबिटिक होता है करक्यूमिन: हल्दी में प्रचुर मात्रा में करक्यूमिन पाया जाता है जो स्वास्थ्य की दृष्टि से बेहद फायदेमंद है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ मानते हैं कि इस तत्व को एंटी-डायबिटिक के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। केवल इतना ही नहीं, करक्यूमिन डायबिटीज के मरीजों की धमनियों को सख्त और छोटा होने से रोकता है जिससे उनमें हृदय रोग से पीड़ित होने का खतरा कम रहता है।

कई दूसरे तत्व भी हैं मददगार: हल्दी में ओमेगा -3 फैटी एसिड्स होता है जो मधुमेह रोगियों के लिए फायदेमंद होता है। इसके अलावा, इस मसाले में एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण भी पाए जाते हैं जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करते हैं। बता दें कि ब्लड शुगर बढ़ने का एक बड़ा कारण हाई कोलेस्ट्रॉल भी होता है।

ये हैं दूसरे फायदे: डायबिटीज के मरीजों में कमजोर इम्युनिटी के कारण दूसरी बीमारियों से घिरने का खतरा ज्यादा होता है, ऐसे में हल्दी खाना लाभकारी हो सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि हल्दी को बेहतरीन फ्लू फाइटर माना जाता है जो एंटी-वायरल और एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं। साथ ही, चोट, जख्म, सूजन और घाव के उपचार में हल्दी का इस्तेमाल प्रभावशाली साबित होता है।

ज्यादा खाने से हो सकता है नुकसान: स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो मधुमेह रोगियों को सीमित मात्रा में ही इसका सेवन करना चाहिए क्योंकि ज्यादा करक्यूमिन स्वास्थ्य को नकारात्मक रूप से भी प्रभावित कर सकते हैं। रात को सोते समय हल्दी वाला दूध पीना किसी अमृत से कम नहीं माना जाता है लेकिन पूरे दिन में 2 बार से अधिक हल्दी दूध पीने की सलाह नहीं दी जाती है।