लिवर हमारी बॉडी का अहम अंग है जो 500 से ज्यादा काम करता है। लिवर के मुख्य काम बॉडी से टॉक्सिन को बाहर निकालना, भोजन को पचाने में मदद करना, एनर्जी को स्टोर करना, हॉर्मोन का निर्माण करना और प्रोटीन का अवशोषण करना है। खराब डाइट और बिगड़ते लाइफस्टाइल का असर हमारे लिवर की सेहत पर हानिकारक प्रभाव डालता है। डाइट में जंक फूड्स, फैटी फूड्स और प्रोसेस फूड्स का सेवन करने से लिवर की सेहत बिगड़ने लगती है।
फैटी लिवर एक ऐसी परेशानी है जिससे भारत में करीब 10 मिलियन लोग प्रभावित हैं। फैटी लिवर एक ऐसी मेडिकल कंडीशन है जिसमें लिवर में फैट जम जाता है। फैटी लिवर डिजीज दो तरह का होता है एक अल्कोहलिक और दूसरा नॉन अल्कोहलिक। लिवर में होने वाली इन दोनों परेशानियों के लिए खराब लाइफस्टाइल और अनहेल्दी डाइट पूरी तरह जिम्मेदार है।
अगर आप भी लिवर को हेल्दी रखना चाहते हैं तो डाइट और लाइफस्टाइल में 4 बदलाव करें। ये बदलाव आपके लिवर की हिफाजत के लिए जरूरी हैं। आइए जानते हैं कि लिवर को हेल्दी रखने के लिए कौन कौन सी आदतों में सुधार करना जरूरी है।
अनहेल्दी फूड्स से करें परहेज
लिवर को हेल्दी रखना चाहते हैं तो आप अनहेल्दी फूड्स का सेवन करने से परहेज करें। अनहेल्दी फैट, रिफाइंड शुगर,ज्यादा कैलोरी वाले फूड्स का सेवन, मीठे ड्रिंक, प्रोसेस फूड्स और फास्ट फूड्स का सेवन करने से पूरी तरह परहेज करें। ये फूड्स लिवर पर फैट को बढ़ाते हैं और आपके लिवर को फैटी बनाते हैं। लिवर को हेल्दी बनाएं रखने के लिए फलों, सब्जियों, लीन प्रोटीन और साबुत अनाज से भरपूर फूड्स का सेवन करें।
गतिहीन जीवन शैली लिवर को बनाती है फैटी
शारीरिक गतिविधि की कमी भी आपके लिवर को फैटी बनाती है। नियमित व्यायाम करने से वजन कंट्रोल रहता है, इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार होता है। गतिहीन जीवन शैली मोटापा का कारण बनती है और बॉडी को बीमारियों का घर बना देती है। गतिहीन जीवन शैली मोटापा और शुगर की बीमारी का जोखिम बढ़ाती है।
शराब का अधिक सेवन बिगाड़ता है लिवर की हेल्थ
फैटी लिवर की परेशानी उन लोगों को ज्यादा होती है जो अत्यधिक शराब का सेवन करते हैं। ज्यादा शराब का सेवन करने से एल्कोहलिक फैटी लिवर रोग होने का खतरा बढ़ जाता है जिसकी वजह से लीवर में सूजन, घाव और सिरोसिस हो सकता है। लिवर के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए शराब का सेवन करने से बचना चाहिए।
बढ़ता मोटापा फैटी लिवर का कारण
अधिक वजन होना, विशेष रूप से पेट के आस-पास अतिरिक्त चर्बी का जमा होना फैटी लिवर रोग का एक प्रमुख जोखिम कारक है। पेट के आस-पास वसा कोशिकाएं सूजन वाले पदार्थ छोड़ती हैं और इंसुलिन प्रतिरोध में योगदान करती हैं, जिससे लिवर में वसा इकट्ठा होने लगती है। डाइट में बदलाव और व्यायाम का कॉम्बिनेशन करके आप वजन को कंट्रोल कर सकते हैं और फैटी लिवर से छुटकारा पा सकते हैं।