बॉडी को हेल्दी रखने के लिए पानी का पर्याप्त सेवन करना जरूरी है। पर्याप्त पानी पीने से बॉडी हाइड्रेट रहती है और बॉडी के अंग ठीक से काम करते हैं। बॉडी को हाइड्रेट रखने के लिए पानी पीने का तरीका बेहद मायने रखता है। हममें से ज्यादातर लोग जैसे और जब मन होता है पानी पी लेते हैं। कुछ लोग ऐसे हैं जो बहुत सारा पानी एक साथ पी लेते हैं, या फिर खाने के साथ भर-भर के पानी पीते हैं। लेकिन आप जानते हैं कि पानी पीने का तरीका बहुत मायने रखता है।

होलिस्टिक हेल्थ कोच ने सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट रयान फर्नांडो ने बताया अगर आप सही तरीके से पानी पीते हैं तो आप वजन को कंट्रोल कर सकते हैं, बॉडी को एनर्जेटिक और हेल्दी रख सकते हैं। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि हम पानी पीते समय कौन-कौन सी गलतियां करते हैं और इन गलतियों को कैसे सुधार सकते हैं।

पहली गलती बहुत तेज़ी से पानी पीना

अक्सर हम लोग गर्मी से आते हैं या फिर बहुत ज्यादा प्यास लगती है तो पानी बहुत तेज़ी से पीते हैं जो गलत आदत है। बहुत तेज पानी पीने से शरीर को एक तरह का झटका लगता है। पानी पीने का सही तरीका है कि आप पानी को मुंह में 2-3 सेकंड घुमा कर धीरे-धीरे निगलनें।

दूसरी गलती है बहुत गर्म या बहुत ठंडा पानी पीना

बहुत गर्म या बर्फ जैसा ठंडा पानी पीने से शरीर को पहले उसका तापमान सामान्य करने में अतिरिक्त मेहनत करनी पड़ती है। इसलिए सामान्य तापमान का पानी पीना सबसे बेहतर होता है। आयुर्वेदिक विशेषज्ञ विकास चावला ने बताया  गर्म पानी पाचन के लिए फायदेमंद होता है, जबकि बहुत ठंडा पानी पाचन शक्ति को कमज़ोर कर सकता है। गर्म पानी त्वचा को भी साफ करता है और मुहांसों से भी राहत दिला सकता है।

तीसरी गलती है खाने के साथ पानी पीना

ये गलती ऐसी है जिसे 90 फीसदी लोग करते हैं। अक्सर लोग खाने के साथ पानी पीते हैं। आप जानते हैं कि खाने के साथ या फिर खाने के बाद पानी पीने से पाचन क्रिया प्रभावित होती है। खाने के साथ पानी पीने से आपको पेट में गैस, एसिडिटी और अपच की शिकायत हो सकती है। अगर पाचन को दुरुस्त करना चाहते हैं तो खाने से एक घंटा पहले या बाद में ही पानी पिएं। एक्सपर्ट ने बताया हमेशा सीधे बैठ कर पीना पिएं, न कि झुक कर या लेटे हुए।

चौथी गलती है प्लास्टिक की बोतल से पानी पीना

प्लास्टिक की बोतलें जब गर्मी या धूप में रखी जाती हैं तो इनसे माइक्रोप्लास्टिक तत्व पानी में मिल सकते हैं, जो सेहत के लिए हानिकारक हैं। प्लास्टिक की बोतल में पानी को स्टोर करते हैं या उसमें पानी पीते हैं तो अपनी इस आदत को बदल लें। नोएडा इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में एसोसिएट प्रोफेसर, जनरल मेडिसिन डॉ. एस. ए. रहमान ने बताया प्लास्टिक बोतलों में मौजूद रसायन जैसे बीपीए (Bisphenol-A) और फ़ेथ लेट्स (Phthalates) गर्मी या धूप में रखने पर पानी में मिल जाते हैं। ये रसायन शरीर की हार्मोन प्रणाली को प्रभावित कर सकते हैं, जिससे विकास, प्रजनन और हार्मोन असंतुलन जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

पानी कितना पीना है सेहत के लिए पर्याप्त

बहुत से लोग मानते हैं कि हर किसी को दिन में 8 गिलास पानी पीना ज़रूरी है, लेकिन यह सही नहीं है। डॉ. रहमान के मुताबिक हर इंसान की पानी की ज़रूरत अलग-अलग होती है। सबसे अच्छा तरीका है प्यास लगने पर पानी पीएं। एक्सपर्ट ने बताया जब बॉडी को पानी की जरुरत होती है तो शरीर खुद संकेत देता है।

पर्याप्त पानी नहीं पिएंगे तो सेहत पर कैसा होगा असर

अगर आप पर्याप्त पानी नहीं पीते हैं तो आपके पेशाब का रंग गहरा पीला हो सकता है जो डिहाइड्रेशन का संकेत है। पानी कम पीने से किडनी ठीक से काम नहीं कर पाएंगी, जिससे पेशाब का रंग गहरा पीला हो सकता है। यह शरीर में पानी की कमी का संकेत है। बॉडी को हाइड्रेट रखने के लिए आप ऐसे फूड्स का सेवन करें जो पानी से भरपूर हो। ऐसे फूड्स का सेवन करने से आपका शरीर बेहतर ढंग से काम करेगा। पानी से भरपूर फूड्स का सेवन करने से न सिर्फ बॉडी हाइड्रेट रहती है बल्कि बॉडी को एनर्जी भी मिलती है। 

सुबह उठते ही पेशाब आना नॉर्मल है या फिर कोई परेशानी, एक्सपर्ट से जानिए सच्चाई। यूरिन को रोकना कैसे सेहत के लिए घातक है, पूरी जानकारी हासिल करने के लिए लिंक पर क्लिक करें।