बढ़ते तनाव,खराब डाइट और बिगड़ते लाइफस्टाइल की वजह से ज्यादातर लोग पाचन से जुड़ी परेशानियों से तंग रहते हैं। किसी को खाना खाते ही गैस परेशान करती है तो किसी को अपच की परेशानी होती है। गट हेल्थ में सुधार करने के लिए दवाईयों का सेवन सिर्फ अस्थाई है। एलोपैथिक दवाईयां 3-4 घंटे बाद बेअसर हो जाती हैं और कुछ भी खाते ही फिर से गैस का प्रोडक्शन तेजी से होने लगता है। गैस ज्यादा बनने से पेट फूलने की समस्या भी बेहद परेशान करती है। पेट बेहद भारी लगता है और उल्टी व मतली जैसा महसूस होता है।

किसी को गैस की परेशानी खाली पेट भी होती है। खाली पेट होने पर पेट में एसिड जमा होना शुरू हो जाता है,लेकिन यह पाचन प्रक्रिया में इस्तेमाल नहीं होता। ऐसे में पेट से एसिड एसोफैगस में जाने लगता है जिसकी वजह से सीने में दर्द,जलन और बेचैनी महसूस होती है।

कुछ लोग खाना खाते ही गैस से तंग हो जाते हैं। जैसे ही खाना खाते हैं वैसे ही खाने को पचाने के लिए कुछ न कुछ खाते हैं। आप जानते हैं कि खाने के बाद अगर कुछ ड्रिंक्स का सेवन कर लिया जाए तो आसानी से पाचन को दुरुस्त रखा जा सकता है। गैस,एसिडिटी और अपच जैसी परेशानी का हमेशा के लिए इलाज भी किया जा सकता है। हेल्थलाइन के मुताबिक कुछ ऐसे ड्रिंक्स हैं जिनका सेवन खाने के बाद करने से आसानी से पाचन को दुरुस्त रखा जा सकता है और कब्ज और एसिडिटी को दूर किया जा सकता है।

खाने के बाद अदरक की चाय, एलोवेरा जूस, प्रून जूस जैसे ड्रिंक का सेवन करने से पाचन बेहतर हो सकता है और असुविधा कम हो सकती है। इन ड्रिंक का सेवन करने से आंत की सेहत दुरुस्त रहती है। ये ड्रिंक फाइबर से भरपूर होते हैं जो कब्ज का इलाज करते हैं और बॉडी को प्रोबायोटिक्स, सूजन-रोधी यौगिक और पाचन एंजाइम देते हैं। आइए जानते हैं कि खाने के बाद इन ड्रिंक का सेवन सेहत पर कैसा असर करता है।

कोम्बुचा का करें खाने के बाद सेवन

कोम्बुचा प्रोबायोटिक्स का एक बेहतरीन स्रोत है, जो आंत के स्वास्थ्य को बढ़ावा दे सकता है और कब्ज को रोक सकता है। इसका सेवन करने से पाचन दुरुस्त रहता है। जिन लोगों को खाते ही गैस बनती है वो खाने के बाद इसका सेवन कर सकते हैं। कोम्बुचा डाइट में प्रोबायोटिक्स को शामिल करने का एक आसान तरीका है। इसका सेवन करने से वजन कम होता है। यह शाकाहारियों या उन लोगों के लिए एक अच्छा विकल्प है जो डेयरी प्रोडक्ट से परहेज करते हैं। भोजन के बाद एक गिलास कोम्बुचा का सेवन भोजन को तोड़ने, सूजन को कम करने और पाचन संबंधी परेशानी को कम करने में मदद कर सकता है।

अदरक की चाय का करें सेवन

औषधीय गुणों से भरपूर अदरक पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करने में असरदार हैं। ताजा अदरक को गर्म पानी में उबालकर उसका सेवन करें तो अपच, मतली और ब्लोटिंग की परेशानी से निजात मिलती है। अदरक में मौजूद सक्रिय यौगिक पाचन तंत्र को उत्तेजित करते हैं, पाचन एंजाइमों के स्राव को बढ़ावा देते हैं और समग्र पाचन में सुधार करते हैं।

एलोवेरा जूस पिएं

औषधीय गुणों से भरपूर एलोवेरा सिर्फ स्किन के लिए ही उपयोगी नहीं है बल्कि ये पाचन को दुरुस्त करने में भी असरदार है। एलोवेरा जूस पाचन में सहायता है। एंजाइम और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर एलोवेरा जूस आंत में सूजन को कम करता है और एसिड रिफ्लक्स के लक्षणों को कंट्रोल करता है। इसका सेवन करने से कब्ज से निजात मिलती है और मल लूज होता है। भोजन के बाद एलोवेरा जूस की थोड़ी मात्रा का सेवन पाचन तंत्र को शांत करने और पोषक तत्वों के अवशोषण को बढ़ाने में मदद कर सकता है।

आलूबुखारा के जूस का करें सेवन

आलूबुखारा के जूस का रेगुलर सेवन करने से पाचन दुरुस्त रहता है। प्रून जूस फाइबर, सोर्बिटोल और फेनोलिक जैसे यौगिकों से भरपूर होता है जो आंतों की सेहत को दुरुस्त करता है। खाने के बाद आलूबुखारा का जूस पीने से कब्ज से राहत मिलती है,मल सॉफ्ट होता है और पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है।