हर व्यक्ति चाहता है कि उसका दिमाग कंप्यूटर की गति से काम करे। अगर आप भी इन्हीं लोगों में से एक हैं, तो ये आर्टिकल आपके लिए मददगार साबित हो सकता है। दरअसल, हाल ही में अमेरिका के डॉ हॉवर्ड टकर (Dr. Howard Tucker) ने दिमाग को तेज रखने के 3 कमाल के नियम बताए हैं। बता दें कि डॉ हॉवर्ड की उम्र 101 साल है और साल 2021 में उन्हें गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स द्वारा ‘सबसे उम्रदराज प्रैक्टिसिंग डॉक्टर’ का खिताब दिया गया था।

वहीं, एक मीडिया आउटलेट से बातचीत करते हुए डॉ हॉवर्ड टकर ने बताया कि वे इस उम्र में हर रोज सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक मरीजों को देखते हैं, उन्‍हें सुझाव देते हैं और इलाज भी करते हैं। इतना ही नहीं, 60 साल की उम्र में उन्‍होंने ओह‍ियो बार परीक्षा पास की थी और इसके बाद लॉ स्‍कूल में दाख‍िला लिया था। आज भी वे लगातार शोध करते रहते हैं, खासकर न्‍यूरोलॉजी के बारे में। इसी कड़ी में अक्सर लोग उनसे पूछते हैं कि इस उम्र में भी वे अपने दिमाग को इतना तेज कैसे रखते हैं? अब, डॉ हॉवर्ड ने आखिरकार इसके पीछे का सीक्रेट शेयर किया है।

डॉ के मुताबिक, ‘कुछ एक्सरसाइज ऐसी होती हैं जो हमारे दिमाग को विकसित करने में बहुत मदद कर सकती हैं। 101 साल की उम्र में भी अपने दिमाग को तेज करने के लिए मैं 3 नियमों का पालन करता हूं, जिसे कोई भी अपना सकता है।’ आइए जानते हैं क्या हैं ये तीन नियम-

नियम नंबर 1- खुद को व्यस्त रखें

सीएनबीसी संग हुई बातचीत के दौरान डॉ हॉवर्ड ने बताया, ‘मुझे हर पल व्‍यस्‍त रहना पसंद है और ये मेरे काम के लिए भी जरूरी है। न्‍यूरोलॉजी में रोजाना नई चीजें सामने आती हैं, ऐसे में इसकी समीक्षा बहुत जरूरी होती है। अगर आप भी चाहते हैं कि आपका दिमाग तेजी से काम करें, तो इसके लिए पहला नियम यही है कि आप किसी ना किसी काम में खुद को व्यस्त रखें।

नियम नंबर 2- सोशल लाइफ पर दें ध्यान

डॉ हॉवर्ड ने बताया, ‘कई अध्ययनों में दावा किया गया है कि मजबूत सामाजिक रिश्ते हमारी याददाश्त और संज्ञानात्मक कार्य को बनाए रखने में मदद कर सकते हैं। मजबूत सामाजिक संपर्क वाले लोग अधिक लंबा और स्वस्थ जीवन जीते हैं। यही वजह है कि आज भी मैं हफ्ते में कम से कम दो बार अपनी बेटी, उसके पति या अपने बेटे और बहु के साथ डिनर पर जाता हूं। इसके अलावा कुछ दोस्तों और सहकर्मियों के साथ नए रेस्‍टोरेंट में खाने के लिए निकल जाता हूं। इससे मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य बेहतर रहता है।’

नियम नंबर 3- मनोरंजन भी है जरूरी

तीसरे नियम में डॉ हॉवर्ड बताते हैं कि दिमाग को तेज रखने में मनोरंजन भी मदद कर सकता है। उन्होंने कहा, ‘जब मैं न्यूरोलॉजी में नवीनतम प्रगति और उपचार के बारे में नहीं पढ़ रहा होता हूं, तो मुझे मनोरंजन के तौर पर जीवनियां और रहस्यमय उपन्यास पर आधारित किताबें पढ़ना पसंद है। मेरा मानना है कि यह आपके दिमाग को तेज रखने की कुंजी है। अच्‍छी किताबें पढ़ने से आपका मस्तिष्क यंग रहता है।’

बता दें कि जिस समय कोविड दुनियाभर में तबाही मचा रहा था और पूरी दुनिया इसके डर से घरों में बंद थी, खासकर बुजुर्गों को बचाया जा रहा था ताकि वे संक्रमण की चपेट में न आ जाएं, उस वक्‍त भी डॉ हॉवर्ड ने अपने मरीजों का इलाज करते नजर आए थे। वहीं, आज भी उनका कहना है कि उनकी अभी रिटायरमेंट की कोई योजना नहीं है। डॉ हॉवर्ड का मानना है कि सेवानिवृत्ति लंबी उम्र की दुश्मन है।