डायबिटीज (Diabetes) या मधुमेह के कुछ मरीजों को डॉक्टर इंसुलिन का इंजेक्शन (Diabetes Insulin Injection) लेने की सलाह देते हैं। लेकिन इंसुलिन है क्या और इसकी जरूरत कब पड़ती है?
क्या है इंसुलिन? (What is Insulin)
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक इंसुलिन एक खास तरीके का हार्मोन है, जो पैंक्रियाज में बनता हैष पैंक्रियाज के अंदर बहुत सारी कोशिकाएं होती हैं जिसमें से एक कोशिका का नाम है बीटा सेल। इसी बीटा सेल के अंदर इंसुलिन का निर्माण होता है। हार्मोन एक्सपर्ट और एंडोक्राइनोलॉजिस्ट डॉ. तनवी मयूर पटेल अपने एक वीडियो में बताती हैं कि इंसुलिन एक पेप्टाइड कैटेगरी का हार्मोन है, जो 51 अमीनो एसिड (Amino Acids) से बनता है।
इंसुलिन के हार्मोन को एनाबॉलिक हार्मोन (Anabolic Hormone) भी कहा जाता है। यह हार्मोन बॉडी में ग्रोथ और डेवलपमेंट के लिए जिम्मेदार है। उदाहरण के लिए हम जो खाते हैं वह शरीर के विकास में किस तरीके काम आएगा, यह बहुत हद तक इंसुलिन पर निर्भर है।
क्या है इंसुलिन का काम? (What is the Work of Insulin)
आसान भाषा में समझें तो इंसुलिन (Insulin) का मुख्य काम शरीर के अंदर शुगर की मात्रा को कंट्रोल रखना है। जब हम खाना खाते हैं तो पाचन के बाद वह ग्लूकोस में परिवर्तित हो जाता है। बॉडी में जैसे ही ग्लूकोज की मात्रा बढ़ती है तो बीटा सेल्स को इसका सिग्नल मिलता है। इसके बाद बीटा सेल्स के अंदर बनने वाला इंसुलिन इस ग्लूकोस को शरीर की छोटी-छोटी कोशिकाओं में बांट देता है। इससे बॉडी के अंदर ग्लूकोस की मात्रा संतुलित रहती है या बढ़ती नहीं पड़ती है। ग्लूकोस जब कोशिकाओं के अंदर जाता है तो इससे हमें ऊर्जा मिलती है।
कब पड़ती है इंसुलिन की जरूरत? (When insulin injection is given?)
दो परिस्थितियों में इंसुलिन इंजेक्शन की जरूरत पड़ती है। पहला इंसुलिन रेजिस्टेंस (Insulin Resistance) और दूसरा इंसुलिन डिफिशिएंसी (Insulin Deficiency)। नारायणा हेल्थ क्लिनिक, बेंगलुरु के एंडोक्राइनोलॉजिस्ट डॉ. सुब्रमण्यम कन्नन एक वीडियो में बताते हैं कि इंसुलिन रेजिस्टेंस से मतलब है कि आपकी बॉडी में जो इंसुलिन बन रही है वह कितने कारगर तरीके से काम कर रही है।
इंसुलिन डिफिशिएंसी से मतलब है कि आपकी बॉडी में इंसुलिन बन रही है वह अपर्याप्त है। इन दोनों ही केसेज में डायबिटीज मरीजों को बाहर से इंसुलिन इंजेक्शन देने की जरूरत पड़ सकती है।
इंसुलिन के साइड इफेक्ट (Side Effects of Insulin Injection)
इंसुलिन इंजेक्शन के कई नुकसान भी हैं। डायबिटीज एक्सपर्ट डॉ. अमित गुप्ता अपने एक वीडियो में बताते हैं कि अगर आप इंसुलिन का इंजेक्शन ले रहे हैं तो तो सबसे पहला साइड इफेक्ट हाइपोग्लाइसीमिया (hypoglycemia) के रूप में दिख सकता है। मतलब ब्लड शुगर में कमी। यह स्थिति तब होती है जब आप ज्यादा मात्रा में इंसुलिन ले लेते हैं। दूसरा, यदि आपको डॉक्टर ने इंसुलिन लेने के निर्धारित अवधि के बाद खाना खाने को कहा है और आप डाइट स्किप कर देते हैं तो इससे भी शुगर कम हो जाती है।
तीसरी स्थिति यह है कि आपकी डाइट चार रोटी की लेकिन किसी दिन आपने सिर्फ एक ही रोटी खाई, लेकिन इंसुलिन की निर्धारित मात्रा ली। ऐसे में शरीर के अंदर जितने ग्लूकोस की जरूरत है वह नहीं पहुंच पाता है। इस स्थिति में भी शुगर लेवल गिरने लगता है।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन (National Library of Medicinein) की एक रिपोर्ट के मुताबिक इंसुलिन इंजेक्शन (Insulin Injection) के कुछ और साइड इफेक्ट (Insulin Side Effects) भी हो सकते हैं। अगर ऐसे लक्षण दिखें तो आप डॉक्टर से सलाह लें। जैसे-
- इंजेक्शन वाले जगह पर लाल निशान, सूजन और खुजली
- वजन का बढ़ना
- कब्ज की समस्या
- त्वचा के रंग में बदलाव