प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज भारतीय नौसेना के नए निशान (Indian Navy New Ensign) का अनावरण किया है। पुराने निशान पर गुलामी का प्रतीक लाल क्रॉस था, जिसे हटाकर अब छत्रपति शिवाजी महाराज की मुहर से प्रेरित आकृति को जगह दी गई है। शिवाजी को ‘फादर ऑफ इंडियन नेवी’ कहा जाता है।
नए निशान में क्या-क्या है खास
आजादी से अब तक नौसेना के निशान को चार बार बदला किया जा चुका है। पहली बार भारतीय नौसेना के ध्वज का भारतीयकरण 26 जनवरी 1950 को किया गया था। ताजा बदलाव सबसे व्यापक है। क्योंकि इस बार नौसेना के ध्वज से गुलामी की सभी निशानों को मिटा दिया गया है।
नया निशान सफेद है, जिसमें ऊपर की तरह बाईं ओर तिरंगा बना है। बगल में नीले रंग के बैकग्राउंड पर सुनहरे रंग का अशोक चिन्ह बना है। अशोक चिन्ह के ठीक नीचे संस्कृत भाषा में ‘शं नो वरुणः’ लिखा है। इसका हिंदी अनुवाद हुआ-‘हमारे लिए वरुण शुभ हों’ हिंदू धर्म में समुद्र के देवता का नाम वरुण है।
शिवाजी की शाही मुहर से ली गई है प्रेरणा
नौसेना के नए निशान पर नीले रंग की जिस आकृति में अशोक चिन्ह बना है, वह छत्रपति शिवाजी महाराज की शाही मुहर यानी राजमुद्रा की आकृति जैसा है। यही वजह है कि नए निशान को शिवाजी से जोड़ा जा रहा है। वैसे शिवाजी महाराज को भारतीय नौसेना का जनक माना जाता है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नौसेना की स्थापना मराठा शासन में हुई थी। शिवाजी ने विदेशी समुद्री लुटेरों से कोंकण और गोवा के समुद्र तट की रक्षा के लिए नेवी को मजबूत किया था। उन्होंने समुद्र में विदेशी आक्रांताओं से निपटने के लिए लड़ाकू जहाज भी बनावाए थे। मराठा योद्धा एडमिरल कान्होजी आंग्रे के नाम पर नौसेना के एक जहाज का नाम भी रखा गया है।
पुराने निशान में क्या था?
आजादी के बाद भारत ने ‘रॉयल इंडियन नेवी’ का नाम बदल इंडियन नेवी किया। नेवी के निशान से इंग्लैंड का झंडा हटाकर भारत का तिरंगा लगा दिया गया। लेकिन निशान पर मौजूद लाल क्रॉस बना रहा। इस लाल क्रॉस को ‘सेंट जॉर्ज क्रॉस कहते हैं, जो अंग्रेजी झंडे यूनियन जैक का भी हिस्सा है। 2001 में बदलाव कर रेड क्रॉस हटाया गया। लेकिन 2004 में फिर से अशोक स्तंभ के साथ चस्पा हो गया। आज से पहले आखिरी बार बदलाव 2014 में हुआ था। तब अशोक स्तंभ के नीचे ‘सत्यमेव जयते’ जोड़ा गया था।
‘सेंट जॉर्ज क्रॉस’ क्या है?
ईसाई धर्म का सबसे पवित्र चिन्ह क्रॉस है। सेंट जॉर्ज एक एक ईसाई योद्धा का नाम है, जिनके बारे में ऐसा माना जाता है कि वह ईसाईयों के तृतीय धर्मयुद्ध में शामिल एक वीर योद्धा थे। इस तरह क्रॉस और सेंट जॉर्ज के नाम को मिलाकर बना है – सेंट जॉर्ज क्रॉस। यूनाइटेड किंगडम के घटक इंग्लैंड के ध्वज पर सेंट जॉर्ज क्रॉस आज भी मौजूद है।