Running With Diabetes: दुनियाभर में डायबिटीज से करोड़ों लोग पीड़ित हैं। वहीं भारत में 7 करोड़ से अधिक लोग मधुमेह से ग्रस्त हैं। मधुमेह एक लाइलाज बीमारी है; जिससे ठीक नहीं किया जा सकता है। मधुमेह में मानव शरीर में अग्न्याशय पर्याप्त इंसुलिन (Type 1 Diabetes) का उत्पादन नहीं कर सकता है; या कोशिकाएं शरीर में उत्पादित इंसुलिन (Type 2 Diabetes) के लिए पर्याप्त रूप से प्रतिक्रिया नहीं करती हैं। इन दोनों प्रकारों में कोशिकाओं में ग्लूकोज का अवशोषण बाधित होता है। लेकिन ब्लड शुगर को कंट्रोल कर हम डायबिटीज को काबू में कर सकते हैं।

डायबिटीज के मरीजों को अपने खानपान पर ध्यान देने के साथ ही अपनी मनपसंद फूड्स का त्याग भी करना पड़ता है, यदि मधुमेह से पीड़ित व्यक्ति प्रतिदिन व्यायाम के साथ अपने डाइट पर ध्यान दे तो वह अपनी पसंद की चीजों को भी खा सकता है। आइए जानते हैं क्या दौड़ने से डायबिटीज कम होता है?

मधुमेह रोगियों के लिए व्यायाम महत्वपूर्ण

मधुमेह रोगियों में बार-बार पेशाब आना, थकान, लगातार प्यास और भूख लगना, वजन बढ़ना और वजन कम होना जैसे लक्षण नजर आते हैं। मधुमेह के उपचार के विकल्पों में कुछ रोगियों को डाइट में परिवर्तन, दवाएं या प्रतिदिन इंसुलिन इंजेक्शन लेने के लिए कहा जाता है। वहीं प्रतिदिन व्यायाम भी एक महत्वपूर्ण उपचार विकल्प है। इसके लिए अगर आप फिजियोथेरेपिस्ट के पास जाएं और अपनी उम्र या जीवनशैली के अनुसार व्यायाम के प्रकार बताएं तो काफी हद तक मधुमेह को नियंत्रण में रखा जा सकता है।

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क्या दौड़ने से डायबिटीज कम होता है?

Diabetes.co.uk के मुताबिक दौड़ना मधुमेह वाले लोगों के लिए व्यायाम का एक आदर्श रूप हो सकता है क्योंकि यह इंसुलिन के प्रति शरीर की संवेदनशीलता को बेहतर बनाने में मदद करता है। यह विशेष रूप से टाइप 2 मधुमेह वाले लोगों के लिए इंसुलिन प्रतिरोध से निपटने में मदद करने के लिए उपयोगी हो सकता है ।

प्रतिदिन दौड़ने से मधुमेह रोगियों को अपना वजन कम करने के साथ ही अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए एक बेहतर विकल्प हो सकता है। इसके साथ ही यदि आप 60 मिनट से अधिक समय तक दौड़ रहे हैं, तो अपने किसी प्रियजन को सूचित करना न भूलें। चूंकि हाइपोग्लाइसीमिया की स्थिति में यह आपके लिए खतरनाक हो सकता है।

टहलना या दौड़ना दोनों में बेहतर विकल्प कौन सा है ?

कहा जाता है कि टहलना शरीर के लिए सबसे अच्छा व्यायाम है। इसलिए सभी को रोजाना कम से कम आधा घंटा टहलना चाहिए। कोशिश करें कि सुबह टहलने जाएं। इससे शरीर को स्वच्छ और ताजी हवा भी मिलती है। इसके साथ ही अगर आप वॉक कर रहे हैं तो इसे वॉक नहीं कहेंगे। आपको कम से कम आधा घंटा पूरे फोकस के साथ टहलना होगा, तभी फायदा होगा।

टहलना या दौड़ना दोनों ही शरीर के लिए फायदेमंद है। इस दोनों स्थिति में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और मधुमेह रोगियों को शुगर लेवल को नियंत्रित करने के लिए टहलना या दौड़ना चाहिए। पैदल चलने से कैलोरी भी बर्न होती है, जिससे वजन कम करने में आसानी होती है।

सामान्य मधुमेह के लिए रनिंग टिप्स

  • डायबिटीज के दौरान व्यक्ति को एक दिन में कम से कम 10,000 कदम चलना चाहिए। यह स्थिति आदर्श मानी जाती है। लेकिन शुरुआत में इसे अपना लक्ष्य न बनाएं। अपनी क्षमता और सहनशक्ति के आधार पर एक लक्ष्य निर्धारित करें।
  • अपने डॉक्टर से सलाह लें कि आप किस समय और कितनी देर तक चलने वाले हैं, इसकी योजना पहले से बना लें। पैदल मार्ग भी चिन्हित करें। इसके साथ ही धीमी शुरुआत करें, लेकिन कुछ दिनों के बाद स्पीड बढ़ाएं।
  • देखा जाए तो चलते या टहलते समय आपको पसीना आना चाहिए और आपकी हृदय गति बढ़नी चाहिए। अगर आप सिर्फ दोस्तों के साथ घूम रहे हैं या फोन पर बात कर रहे हैं तो इसे वॉकिंग नहीं समझना चाहिए।
  • इसके साथ ही चलने या दौड़ने से पहले मधुमेह के मरीजों को अपने साथ एक गिलास पानी और कुछ मीठा, सूखे फल या ताज़े फल अपने साथ रखना चाहिए। इसके अलावा जिन दवाइयों का सेवन करते हैं उनको भी साथ रखें।